बाड़मेर। जिला प्रशासन की अनूठी पहल ,आपदा प्रबंधन में ड्रोन का इस्तेमाल
बाड़मेर । अतिवृष्टि से प्रभावित इलाको में आपदा प्रबंधन में बाड़मेर जिला प्रशासन पहली मर्तबा आपदा प्रबंधन में ड्रोन की मदद ले रहा है। इसके जरिए प्रभावित इलाको में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकंलन किया जा रहा है।
आमतौर पर ड्रोन का नाम आते ही आसमान में फोटोग्राफी करने का अंदाजा लगाया जाता है। लेकिन बाड़मेर जिला प्रशासन ने ड्रोन के जरिए आपदा प्रबंधन करने की अनूठी पहल की है।
बाड़मेर में ऐसे स्थान पर जहां कार्मिक नहीं पहुंच पा रहे है वहां ड्रोन के जरिए सर्वे किया जा रहा है। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के मुताबिक बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना एवं गुड़ामालानी में अतिवृष्टि प्रभावित गांवो में ड्रोन के जरिए पहली बार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजे के लिए सर्वे किया जा रहा है।
इसके अलावा सड़को की स्थिति, अतिवृष्टि से हुए नुकसान का भी आकंलन किया जा रहा है। उनके मुताबिक ड्रोन से सर्वे राजस्व कार्मिको के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है। इससे प्रभावित इलाको में पानी में फंसे पशुओ का पता लगाने के साथ अतिवृष्टि से हुए नुकसान के आकंलन में खासी मदद मिल रही है।
बाड़मेर । अतिवृष्टि से प्रभावित इलाको में आपदा प्रबंधन में बाड़मेर जिला प्रशासन पहली मर्तबा आपदा प्रबंधन में ड्रोन की मदद ले रहा है। इसके जरिए प्रभावित इलाको में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकंलन किया जा रहा है।
आमतौर पर ड्रोन का नाम आते ही आसमान में फोटोग्राफी करने का अंदाजा लगाया जाता है। लेकिन बाड़मेर जिला प्रशासन ने ड्रोन के जरिए आपदा प्रबंधन करने की अनूठी पहल की है।
बाड़मेर में ऐसे स्थान पर जहां कार्मिक नहीं पहुंच पा रहे है वहां ड्रोन के जरिए सर्वे किया जा रहा है। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के मुताबिक बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना एवं गुड़ामालानी में अतिवृष्टि प्रभावित गांवो में ड्रोन के जरिए पहली बार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजे के लिए सर्वे किया जा रहा है।
इसके अलावा सड़को की स्थिति, अतिवृष्टि से हुए नुकसान का भी आकंलन किया जा रहा है। उनके मुताबिक ड्रोन से सर्वे राजस्व कार्मिको के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है। इससे प्रभावित इलाको में पानी में फंसे पशुओ का पता लगाने के साथ अतिवृष्टि से हुए नुकसान के आकंलन में खासी मदद मिल रही है।
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