जालोर मुस्तैदी ने बचाई भारी तबाही ,लोगों की खुशियां लौटाने में दिन-रात जुटे हैं अधिकारी-कर्मचारी
जालोर, 3 अगस्त। जालोर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य बनाने के लिए जिला प्रशासन दिन-रात जुटा है। जिला कलेक्टर श्री एल.एन. सोनी की अगुवाई में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, राशन हर मोर्चे पर अधिकारी-कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे हैं। जिला प्रशासन की मुस्तैदी के उदाहरण जिले के विभिन्न इलाकों में जगह-जगह पर देखने को मिल सकते हैं, जहां राहत कार्य जोर-शोर से चल रहे हैं।
कुछ ही घंटों में सुचारू हुई बिजली आपूर्ति
जिले के बागरा-भीनमाल मार्ग पर आकोली नदी में बाढ़ के कारण आए पानी के तेज प्रवाह ने न केवल नदी पर बने पुल को तहस-नहस कर डाला, बल्कि नदी के पास से गुजर रही बिजली लाइन के पोल भी उखाड़ डाले। यह प्रशासन की ही मुस्तैदी थी कि 24 जुलाई को पोल उखड़ने के कारण आस-पास के गांवों में ठप्प हुई बिजली आपूर्ति को महज कुछ घंटों में ही वैकल्पिक स्रोतों से सुचारू कर दिया गया। क्षेत्र में 25 जुलाई को ही बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई थी। अब बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्थाओं को स्थायी रूप से दुरूस्त करने में लगे हुए हैं।
गुरूवार को आकोली नदी के पास सहायक अभियंता श्री नाथूराम चैधरी और कनिष्ठ अभियंता श्री शैलेन्द्र यादव बाढ़ में बह गए बिजली के पोल के स्थान पर नए पोल लगाने के काम में जुटे हुए थे। उन्होंने मौके पर बताया कि पानी के तेज प्रवाह के कारण यहां से गुजर रही 33 केवी की करीब 500 मीटर तक बिजली की लाइन खराब हो गई थी, जिससे करीब 8 गांवों की बिजली आपूर्ति बंद हो गई थी। उन्होंने बताया कि गांवों की बिजली आपूर्ति तो वैकल्पिक स्रोतों से तत्काल शुरू कर दी गई। अब आकोली नदी में अस्थायी पोल लगाकर इसे पुनः 4 अगस्त तक ठीक कर दिया जाएगा।
1974 से भी भयावह था दृश्य, पर प्रशासन की सतर्कता ने बचाया
मौके पर ही उपस्थित 61 वर्षीय ग्रामीण श्री लालसिंह राजपुरोहित ने बताया कि उन्होंने अब तक इस नदी में पानी का ऐसा बहाव नहीं देखा। पूछने पर उन्होंने बताया कि 1974 में जो भयावह दृश्य था, उससे भी अधिक भयानक मंजर इस बार बना, लेकिन प्रशासन इतना सतर्क था कि उसने भारी तबाही को बचा लिया।
बाढ़ ने उड़ा दिए थे होश, प्रशासन ने दिया हौसला
आहोर के उपखण्ड अधिकारी श्री प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि ग्रामीणों को राहत देने के लिए वे और उनकी टीम लगातार हालातों पर नजर बनाए हुए है। जहां कहीं भी किसी भी तरह की समस्या होती है, वे तुरंत मौके पर पहुंचकर लोगों को राहत पहुंचा रहे हैंै। उन्होंने बताया कि गुरूवार को अगवरी, मालपुरा, नया बेडाना, अजीतपुरा, जैतपुरा, खेड़ा, किन्डा सहित अन्य गांवों में मेडिकल टीमों ने लोगों का उपचार किया। साथ ही क्षेत्र में एंटी लार्वा गतिविधियां की गईं ताकि मौसमी बीमारियों से बचाव हो सके। उन्होंने बताया कि गुढाराम, उखरडा, भागली पुरोहितान तथा कानीवाड़ा सहित अन्य गांवों में जहां पेयजल लाइन प्रभावित हुई हैं, वहां गुरूवार को टैंकरों से पेयजल सप्लाई की गई। इन गांवों के लोगों का कहना है कि बाढ़ की भयावहता ने उनके होश उड़ा दिए थे, लेकिन प्रशासन के प्रयासों नेे उन्हें हौसला दिया है।
पार्षद ने सूचना दी और पहुंच गई मदद
प्रशासन की मुस्तैदी का एक उदाहरण बुधवार को जालोर में देखने को मिला। यहां रेलवे स्टेशन के पास कच्ची झोपड़ियों में रह रहे भील एवं वागरी जाति के दस परिवारों में खाद्य सामग्री के अभाव की सूचना जैसे ही वार्ड पार्षद श्री गौतम बोहरा ने जिला प्रशासन को दी, उपखण्ड अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह सिसोदिया खाद्य सामग्री और कम्बल लेकर तुरन्त मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभी दस परिवारों को राशन सामग्री, 2-2 कम्बल, बिस्किट के पैकेट, टोस्ट पैकेट एवं नमकीन आदि खाद्य सामग्री वितरित की। प्रशासन से तत्काल मदद पाकर पीड़ित परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।
क्षतिग्रस्त मार्गों पर डटे हैं पुलिस के जवान
पिछले दिनों प्रदेश के कुछ इलाकों में पानी के बहाव के बीच जाने से हुई जनहानि की घटनाओं से जालोर जिला प्रशासन ने सबक लिया और बाढ़ के कारण जालोर जिले के जिन-जिन मार्गों पर पानी का बहाव था, वहां पहले से ही पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया ताकि किसी तरह की जनहानि नहीं हो। जालोर-बाड़मेर मार्ग पर स्थित बिशनगढ़ पुलिया भी जवाई नदी में आए पानी के तेज प्रवाह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। यहां पानी का बहाव अभी भी जारी है, जिसके कारण आवागमन फिलहाल बंद है। गुरूवार को इस पुलिया पर तैनात पुलिसकर्मी ने बताया कि जालोर से जुडे़ सभी ऐसे मार्ग जहां अभी भी पानी का बहाव तेज है, वहां 24 घंटे पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से डटे हुए हैं।
पेयजल व्यवस्था हुई दुरूस्त
जवाई नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण जालोर जिले की भीनमाल, सांचैर तथा जालोर तीनों शहरी जल योजनाएं पूरी तरह प्रभावित हो गई थीं। जलदाय विभाग के कार्मिकों ने अधिकारियों के निर्देशन में लगातार काम करते हुए जालोर और सांचैर की पेयजल व्यवस्था को आंशिक रूप से दुरूस्त कर दिया है। साथ ही अभावग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों के जरिए पेजयल आपूर्ति की जा रही है। भीनमाल शहर के लिए राजपुरा से आने वाली पाइपलाइन को भी ठीक कर आपूर्ति शुरू कर दी गई है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जालोर खण्ड के 236 गांवों, भीनमाल खण्ड के 163 गांवों तथा सांचैर खण्ड के 31 गांवों में पेयजल व्यवस्था सुचारू हो गई है।
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विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 2 कार्यो की वित्तीय स्वीकृति
जालोर, 3 अगस्त। मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना ने विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 2 कार्यो के लिए 29.30 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी र्की हैं।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना ने बताया कि भीनमाल विधायक पूराराम चैधरी की अनुशंषा पर विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत जुजांणी ग्राम की ढाणियों में विद्युतीकरण कार्य के लिए 17 लाख 25 हजार 974 तथा कावतरा ग्राम की ढाणियों में विद्युतीकरण कार्य के लिए 12 लाख 4 हजार 748 रूपयों की वित्तीय स्वीकृति व प्रथम किश्त की राशि हस्तांतरण की स्वीकृति जारी की गई हैं।
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भामाशााह रोजगार सृजन योजना में ऋण के लिए आवेदन पत्र आमन्त्रित
जालोर, 3 अगस्त। जिला उद्योग केन्द्र द्वारा भामाशाह रोजगार सृजन योजनान्तर्गत ऋण के लिए आॅनलाईन आवेदन आमन्त्रित किये गये हैं।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक सुशील छाबड़ा ने बताया कि राज्य के पंजीकृत बेरोजगार युवाओं, महिलाओं, शिक्षित बेरोजगार महिलाओं एवं अनुसूचित जाति, जनजाति व विकलांग वर्ग के व्यक्तियों को उनके द्वारा नया उद्योग, सेवा एवं व्यापार गतिविधि प्रारम्भ करने के लिए भामाशाह रोजगार सृजन योजनान्तर्गत ऋण के लिए आॅनलाईन आवेदन आमन्त्रित किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि जिले के बेरोजगार युवक-युवतियां भामाशाह रोजगार सृजन योजना के तहत ऋण के लिए ई-मित्र या स्वयं के माध्यम से एसएसओ डाॅट राजस्थान डाॅट जीओवी डाॅट इन पर आॅनलाईन अपना आवेदन कर सकते हैं तत्पश्चात् उनकी आवश्यक जांच की जाकर साक्षात्कार लिया जाकर चयनित आवेदकों के आवेदन पत्र संबंधित बैंकों को ऋण स्वीकृति व वितरण के लिए अग्रेषित किये जायेंगे।
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रात्रि चैपाल स्थगित
जालोर, 3 अगस्त। जिला कलक्टर एल.एन.सोनी की अध्यक्षता में 4 अगस्त शुक्रवार को बागोड़ा उपखण्ड की नरसाणा ग्राम पंचायत में आयोजित रात्रि चैपाल को अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया हैं।
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