प्रेमी युगल ने एक्ट्रेस की हत्या कर काट दिया था गला, सिर फेंका 108km दूर
इलाहाबाद. यूं तो संगम नगरी अपनी धार्मिक सांस्कृतिक और राजनीतिक विरासत के रूप में पहचानी जाती है। लेकिन कभी-कभी ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जो इसकी पवित्रता पर कलंक लगा देती हैं। क्राइम सीरीज के अंतर्गत 16 मार्च 2012 को हुई ऐसी स्टोरी बताने जा रहा है, जिसमें एक प्रेमी युगल ने बॉलीवुड एक्ट्रेस मीनाक्षी थापा का कत्ल कर दिया था।
आगे की स्लाइड्स में इन्फोग्राफिक में पढ़ें कैसे हुआ मर्डर...
देहरादून से पली-बढ़ी मीनाक्षी थापा एक्ट्रेस बनने से पहले थी डांस टीचर
- नेपाल की रहने वाली मीनाक्षी थापा के पिता ओएनजीसी देहरादून में पोस्टेड थे। उनकी स्कूलिंग रिनाउंड दून स्कूल (देहरादून) से हुई थी। मीनाक्षी ने एविएशन में डिप्लोमा किया। लेकिन उनका झुकाव डांस की ओर था। इसी के चलते उन्होंने सेंट जोसेफ एकेडमी में बतौर डांस टीचर काम भी किया।
- उनके भाई नवराज आर्मी में श्रीनगर में पोस्टेड थे। मां कमला थापा देहरादून में रहती थीं। उनकी मां एफआरआई (फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट) में काम करती थी। एक अन्य भाई का नाम विक्की थापा था, बड़ी बहन हेमू की शादी अजय थापा से हो चुकी थी।
इलाहाबाद के फाफामऊ का रहने वाला था आरोपी अमित
- बेसिकली इलाहाबाद के रहने वाले अमित के पिता सुरेंद्र जायसवाल एडवोकेट हैं। उनका पैतृक आवास फाफामऊ में है, अमित के पिता ने ममफोर्डगंज में भी अपना मकान बनवा रखा है।
- पढ़ाई पूरी करने के बाद अमित ने यहीं पर कोचिंग का बिजनेस शुरू किया था। तिरुपति एकेडमी का वो डायरेक्टर था। अमित की शादी प्रीति जायसवाल नामक युवती से हुई थी। इससे उसे दो बच्चे भी हैं।
- शुरू से ही ग्लैमर वर्ल्ड से प्रभावित अमित शुरुआती दिनों में डांस क्लास चलाता था। वो नियमित तौर पर जिम जाता था, ताकि पर्सनैलिटी अट्रैक्टिव बनी रहे। इसी के दम पर उसे भोजपुरी फिल्मों में काम करने का मौका भी मिला था। इसे सीढ़ी बनाकर वह बॉलीवुड का सफर तय करना चाहता था।
करेंट स्टेटस
- मीनाक्षी थापा हत्याकांड के दोनों आरोपियों अमित जायसवाल और एल्विन सुरीन को मुंबई डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
- इंस्पेक्टर सीपी तिवारी ने बताया कि पिछले साल मार्च में ही दोनों को सजा हो गई थी। दोनों ने बेल के लिए मुंबई हाईकोर्ट में एप्लीकेशन डाली है। अभी तक कोई निर्णय नहीं आया है। दोनों फिलहाल मुंबई में ही जेल में सजा भुगत रहे हैं।
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