गुरुवार, 20 जुलाई 2017

*बाड़मेर का दुर्भाग्य।।वन विभाग के पाश पौधे ही नही।।सरकार ने टारगेट नही दिया तो नर्सरियों में पौधे ही तैयार नही किये।*



*बाड़मेर का दुर्भाग्य।।वन विभाग के पाश पौधे ही नही।।सरकार ने टारगेट नही दिया तो नर्सरियों में पौधे ही तैयार नही किये।*



*बाड़मेर वन मंडल बाड़मेर कभी अपनी 21 स्थायी अस्थायी नर्सरियों में 25 लाख पौधे तैयार करता था ।और आज का दिन के दस् हज़ार पौधे किसी नर्सरी में नही।सरकार और प्रशासन पर्यावरण सरंक्षण के लिए जगह जगह पौधे लगाने को लोवो को प्रोत्साहित कर रहे हैं।बड़े बड़े सलिग्न और नारो के लिए लोगो को पौधे लगाने की अपील की जा रही है ।।मगर वन बिभाग के पास पौधे लेने जाओ तो दो टूक जवाब पौधे इस साल हमने तैयार नही किये।इस साल हमारे टारगेट नही आए।।बाड़मेर जिला मुख्यालय पर 5 हजार पौधे उपलब्ध नही।बचे खुचे पौधे जरूर पड़े हैं। गेंहू रोड पर वन स्मृति के लिए नर्सरी स्थापित की जुस्मे जरूर अभी पौधे तैयार किये।मगर वो वितरण के लिए नही।चोहटन ,शिव,धोरीमन्ना,बिठुजा ,नर्सरियों में वितरण के पौधे बारिश से पबले ही खत्म हो चुके है तो गांधव नर्सरी में कुल जमा दस् हजार पौधे है जिसमे सात हजार एम जे एस के है।तीन हजार पौधे बाकी।अब नँगा नहाए क्या निचोड़े क्या।पौधे लगाने के इच्छुक संगठन वन विभग पहुंच रहे उन्हें निराशा ही हाथ लग रही।कोई जवाबदेही अधिकारी कार्यालय में उपलब्ध नही।पौधे वन विभाग तैयार नही कर रहा।निजी नर्सरियां मुंहमांगे दाम वसूल कर रहे।जब वह विभाग के पाश पौधे उपलब्ध नही तो आखिर पौधे लगाने का शोर क्यों मचा रही सरकारी मशीनरी।वन विभाग को एक भी पौधा तैयार करने का टारगेट सरकार से नही मिला ।तो वह विभाग को बंद कर देना चाहिए अगर विभाग अपना मूल काम ही नही कर रहा* *

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