रविवार, 16 जुलाई 2017

बाड़मेर की हस्तकलाओं के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिये रूमादेवी का सम्मान व बहुमान -




बाड़मेर की हस्तकलाओं के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिये रूमादेवी का सम्मान व बहुमान -
बाड़मेर की पारम्परिक हस्त कलाओं के संरक्षण एवं उनके प्रचार-प्रसार में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय योगदान के लिये बाड़मेर के ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्यक्ष रूमादेवी का जयपुर में सम्मान किया गया।

राजधानी की पांच सितारा होटल रेडीसन बल्यू में सी आई डब्लू द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन वर्मा ने रूमादेवी को सम्मानित करते हुये कहा कि बाड़मेर के गाॅव से निकली एक बहन हस्तशिल्प के क्षैत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर अपने हुनर और अपने क्षैत्र को नवीन पहचान दे रही है। रूमादेवी महिला सशक्तिकरण की बेहतरीन मिसाल है। उन्होंने संस्थान सचिव विक्रमसिंह को सम्मान प्रदान करते हुये बताया कि आपके द्वारा किये जा रहे प्रयास सफलता प्राप्त कर रहे हैं और राज्य सरकार इनके द्वारा सुझाये गये सुझावों पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय एवं सी डब्लू आई द्वारा आयोजित बौद्धिक संपदा अधिकार पर आयोजित इस कार्यक्रम में बोलते हुए रूमादेवी ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से बाड़मेर की लोक कलाओं को पहचान दिलाने के लिये उनका संस्थान लगातार प्रयासरत है। इस अवसर पर राजस्थान चेम्बर्स आॅफ काॅमर्स के अध्यक्ष तथा कला के क्षैत्र में पद्मश्री, नेशनल अर्वाडी, नेशनल मेरिट अर्वाडी, स्टेट अर्वाडी, विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि सहित ख्यातिनाम शिल्पी और देश-विदेश के विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के शिल्पी खेताराम, मोहिनीदेवी, गीतादेवी का भी सम्मान कर हौंसला अफजाई की गयी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें