बाड़मेर। माली समाज की बैठक हुई संम्पन , लिखमीदास जयंती आषाढ़ पूर्णिमा को मनाई जाएगी, निकलेगी भव्य शोभायात्रा ,शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभाओं का होगा सम्मान
बाड़मेर। स्थानीय प्रताप जी प्रोल स्थित माली समाज के न्याति नोरे भवन मे माली समाज की आम बैठक आयोजित हुई जिसमे महान शिरोमंणी संत लिखमीदास जी महाराज की आगामी जयंती महोत्सव को लेकर चर्चा की गई।सर्वसम्मति से बैठक में संत लिखमीदास की जयंती आषाढ़ पूर्णिमा को मनाने का निर्णय लिया गया। माली के समाज अध्यक्ष दमाराम परमार ने बताया कि संत लिखमीदास जी की जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें महिलाएं सर कलश लेकर शामिल होगी। साथ ही समाज की जिन छात्र-छत्राओं ने बोर्ड प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और भामाशाह श्याम लाल सोलंकी ने सभी के सहयोग से ही समाज का विकास संभव है। इस अवसर पर ठाकराराम माली ने समाज में शिक्षा पर जोर देने की बात कही। बैठक में सभी माली समाज के बंधुओ का आभार दीपक जी परमार ने दिया।
बैठक में अध्यक्ष दमाराम परमार , वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्यामलाल सॉलंकी, भोपालाराम भाटी, दीपक परमार, जोगाराम परमार, शंकरलाल परमार, छगनलाल सांखला, ठाकराराम परमार, पाचाराम परमार , नन्दराम परमार , बलवीर परमार, बाबूलाल परमार ,संतोष परमार , उम्मेदाराम परमार, मुलाराम सॉलंकी , हजारीराम परमार, मगाराम सहित समाज के सैकड़ो बंधू उपस्थित रहे।
बाड़मेर। स्थानीय प्रताप जी प्रोल स्थित माली समाज के न्याति नोरे भवन मे माली समाज की आम बैठक आयोजित हुई जिसमे महान शिरोमंणी संत लिखमीदास जी महाराज की आगामी जयंती महोत्सव को लेकर चर्चा की गई।सर्वसम्मति से बैठक में संत लिखमीदास की जयंती आषाढ़ पूर्णिमा को मनाने का निर्णय लिया गया। माली के समाज अध्यक्ष दमाराम परमार ने बताया कि संत लिखमीदास जी की जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें महिलाएं सर कलश लेकर शामिल होगी। साथ ही समाज की जिन छात्र-छत्राओं ने बोर्ड प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और भामाशाह श्याम लाल सोलंकी ने सभी के सहयोग से ही समाज का विकास संभव है। इस अवसर पर ठाकराराम माली ने समाज में शिक्षा पर जोर देने की बात कही। बैठक में सभी माली समाज के बंधुओ का आभार दीपक जी परमार ने दिया।
बैठक में अध्यक्ष दमाराम परमार , वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्यामलाल सॉलंकी, भोपालाराम भाटी, दीपक परमार, जोगाराम परमार, शंकरलाल परमार, छगनलाल सांखला, ठाकराराम परमार, पाचाराम परमार , नन्दराम परमार , बलवीर परमार, बाबूलाल परमार ,संतोष परमार , उम्मेदाराम परमार, मुलाराम सॉलंकी , हजारीराम परमार, मगाराम सहित समाज के सैकड़ो बंधू उपस्थित रहे।
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