बाड़मेर।नीति आयोग पर पुनर्विचार करे केन्द्र .दाधीच
बाड़मेर। 22 जून, भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध जिले की सभी मजदूर संघ इकाईयों ने गुरूवार का भामस के प्रदेश मंत्री जगदीश प्रसाद दाधीच के नेतृत्व सांकेतिक रैली का आयोजन कर केन्द्र सरकार से नीति आयोग के पुनर्गठन की मांग की। रैली की अगुवाई भामस के जिला अध्यक्ष बाबूलाल घांची ने की। संगठन मंत्री जितेन्द्र छंगाणी ने बताया कि दोपहर बाद जोधपुर डिस्काॅम विद्युत श्रमिक संघ, जलदाय मजदूर संघ, जनता जलकर्मी मजदूर संघ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मजदूर संघ, वन मजदूर संघ, हाथ ठेला मजदूर संघ, कपूरड़ी खान मजदूर संघ, राजवेस्ट पावर मजदूर संघ, प्लम्बर संघ, हाथ ठेला थड़ी मजदूर संघ समेत कई संगठनों के सैकड़ो कार्यकर्ताआंे ने केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गांधी चैक से स्टेषन रोड़, अंहिंसा चैराहा, विवेकानंद सर्किल होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक रैली में भाग लेकर केन्द्र और राज्य सरकार से नीति आयोग में संषोधन करने, श्रम कानूनों में किए गए बदलाव को वापस लेने सम्बन्धी प्रधानमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र जिला कलेक्टर को सौंपा। रैली के पष्चात कलेक्टर कार्यालय के गेट पर आयोजित सभा को श्रमिक प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया। प्रदेष मंत्री दाधीच ने कहाकि हमने 2014 के चुनाव से लेकर नोटबंदी तक सरकार का कंधा से कंधा मिलाकर समर्थन किया फिर भी केन्द्र सरकार श्रम विरोधी नीतियों को बंद करने के बजाय नीति आयोग के माध्यम से उद्योपतियों को सह दे रही है। इससे किसान की तरह मजदूर भी आत्महत्या करने का मजबूर हो जायेगा। दाधीच ने कहाकि आज देश का किसान और मजदूर अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है। उन्होंने अपने उद्बोधन में केन्द्र सरकार को चेतावनी दी कि यह रैली को मात्र संकेत है यदि समय रहते सरकार ने सही दिसहा में कदम नहीं उठाए तो भारतीय मजदूर संघ का कार्यकर्ता किसानों की तरह अपने परिवार सहित सड़क पर आकर सरकार की श्रमिक नीतियों का खुलकर विरोध करेगा।
सभा को सम्बोधित करते हुए संगठन मंत्री जितेन्द्र छंगाणी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन आंगनवाड़ी केन्द्र का ओपन केमेरा से आॅन लाईन फोटो भेजने सम्बन्धी तथा एक दिन अनुपस्थिति पर 15 दिन का मानदेय काटने जैसे तुगलकी आदेष वापस लेने की मांग की। उन्होंने आंगनवाड़ी की महिला कार्यकत्र्ताओं को विभिन्न कार्यालय में बनने वाली महिला समिति की जानकारी दी तथा किसी भी प्रकार के अशोभनीय व्यवहार की शिकायत विभागीय महिला समिति के माध्यम से जांच कर कार्रवाई करवाने की बात कही। उन्हांेने कहाकि सरकार एफडीआई को लाकर मजदूरों को बेराजगार करने पर आमादा है। इससे हमारे कुटीर और घरेलु उद्योग समाप्त हो जाऐंग। रेहड़ी वाले, ठेले वाले, परचून वाले, सब्जी की थड़ी लगाने वाले श्रमिकों के मुॅंह का निवाला ही छिन जायेगा। उन्होंने इन क्षेत्रांे को एफडीआई से मुक्त रखने के साथ ही राज्य सरकार द्वारा किए गए श्रम सुधारों को वापस लेने की मांग की। रैली के दौरान जिला कलेक्टर को स्थानीय श्रमिक समस्याओं के निराकरण सम्बन्धी मांत्र पत्र भी सौंपा।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मजदूर संघ की जिलाध्यक्ष भगवती देवी ने सभी महिला कार्यकत्र्ताओं को संगठित रहने की सलाह दी। उन्होंने कहाकि बिना संगठन के किसी भी मांग पर विचार होना संभव नहीं है। हमें अपनी बात और अधिकार के लिए संगठन को मजबूत करना होगा। उन्होंने आगामी कार्यक्रम में जिले की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आने की अपील की। सभा को राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ के उपाध्यक्ष सोहनसिंह जेतमाल, भामस के जिला मंत्री कुषलाराम डऊकिया, आंगनवाड़ी संगठन की अध्यक्ष भगवती देवी, विद्युत संघ के महामंत्री जगदीष सिंह रावल समेत कई श्रमिक प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया।
सभा के पष्चात सभी श्रमिक आंगवाड़ी कार्यकताओं के समर्थन में प्रदेष मंत्री जगदीष दाधीच के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय में पहूंचे तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की बाजिब मांगों पर विचार करने के लिए उप निदेषक को ज्ञापन सौंपा। रैली के बाद संघ के जिलाध्यक्ष बाबूलाल घांची ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन संगठन मंत्री जितेंद्र छंगाणी ने किया।
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