प्रतापगढ़ साढ़े 6 हजार की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार
प्रतापगढ़ भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने सोमवार को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक पटवारी को 6 500 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। रिश्वत की यह राशि एक किसान के खेत पर पत्थरगढ़ी करवाने की एवज में मांगी थी।
एसीबी के प्रतापगढ़ ब्यूरो प्रभारी नरेंद्रसिंह चारण ने बताया कि असावत के अरनिया गांव निवासी बसंतीलाल पुत्र नंदलाल ने 8 जून को शिकायत दर्ज कराई कि उसके खेत की पत्थरगढ़ी करवाने के आदेश एक वर्षपहले हो चुके है।लेकिन पटवारी गोपाल पुत्र देवाजी मीणा निवासी रामपुरिया थाना देवगढ़ ने उससे आठ हजार रुपए की मांग की है।इसके बले एक हजार रुपए पहले दे दिए थे। अब वह बाकी के रुपए की मांग कर रहा है।इस पर उसे साढ़े 6 हजार रुपए और देने की बात हुई। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया। जिसमें शिकायत सही पाई गई।इस पर प्रार्थी को रंग लगे साढ़े 6 हजार रुपए के साथ पटवारी गोपाल मीणा के किराए के मकान में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी भेजा गया।जहां रिश्वत की राशि पटवारी को दी।इशारा पाते ही ब्यूरो की टीम ने पटवारी को दबोच लिया।
कार्रवाई में हैड कांस्टेबल रंगलाल, कांस्टेबल दुर्गाप्रसाद सुथार, दीनेशलाल, मानसिंह, सूरजप्रताप शामिल थे।स्वतंत्र गवाह विक्रम जैन लिपिक अविविनिलि, दुर्गेश मीणा वनपाल को बनाया गया।
प्रतापगढ़ भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने सोमवार को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक पटवारी को 6 500 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। रिश्वत की यह राशि एक किसान के खेत पर पत्थरगढ़ी करवाने की एवज में मांगी थी।
एसीबी के प्रतापगढ़ ब्यूरो प्रभारी नरेंद्रसिंह चारण ने बताया कि असावत के अरनिया गांव निवासी बसंतीलाल पुत्र नंदलाल ने 8 जून को शिकायत दर्ज कराई कि उसके खेत की पत्थरगढ़ी करवाने के आदेश एक वर्षपहले हो चुके है।लेकिन पटवारी गोपाल पुत्र देवाजी मीणा निवासी रामपुरिया थाना देवगढ़ ने उससे आठ हजार रुपए की मांग की है।इसके बले एक हजार रुपए पहले दे दिए थे। अब वह बाकी के रुपए की मांग कर रहा है।इस पर उसे साढ़े 6 हजार रुपए और देने की बात हुई। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया। जिसमें शिकायत सही पाई गई।इस पर प्रार्थी को रंग लगे साढ़े 6 हजार रुपए के साथ पटवारी गोपाल मीणा के किराए के मकान में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी भेजा गया।जहां रिश्वत की राशि पटवारी को दी।इशारा पाते ही ब्यूरो की टीम ने पटवारी को दबोच लिया।
कार्रवाई में हैड कांस्टेबल रंगलाल, कांस्टेबल दुर्गाप्रसाद सुथार, दीनेशलाल, मानसिंह, सूरजप्रताप शामिल थे।स्वतंत्र गवाह विक्रम जैन लिपिक अविविनिलि, दुर्गेश मीणा वनपाल को बनाया गया।
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