जैसलमेर गर्मी ऋतु में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति पर विषेष ध्यान देंने की जरूरत-जिला कलक्टर
राजश्री का भुगतान शून्य की स्थिति में लाने के दिये कडे निर्देष
जैसलमेर शहर मे पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के दिए कडे निर्देष
जैसलमेर, 01 मई। जिला कलक्टर मातादीन शर्मा ने जलदाय एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे गर्मी की ऋतु में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पर विषेष ध्यान दें एवं जहां से भी पानी की समस्या की सूचना मिलें वहां तत्काल टैंकर या पेयजल स्कीम से लोगों एवं पषुधन के लिए पीने के पानी की समय पर व्यवस्था करें। उन्होंनंे जैसलमेर शहर में समय पर पेयजल आपूर्ति नहीें होने को गंभीरता से लिया एवं कनिष्ठ अभियंता को कडे निर्देष दिए कि वे शहर में किसी भी सूरत में 48 घण्टे के अन्तराल में जलापूर्ति करवाना सुनिष्चित करावें।
फील्ड स्टाॅफ को करें पाबंद
जिला कलक्टर शर्मा ने सोमवार को कलेक्टेªट सभागार में आयोजित पानी बिजली की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देष दिये। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी के साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंनंे जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे फील्ड स्टाॅफ को पाबंद करें कि समय पर पेयजल स्कीमों से पानी की आपूर्ति कर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करावें। उन्होंनें कहा कि टैंकरों से पेयजल परिवहन की भी पूरी कार्य योजना तैयार कर मांग के अनुरूप पेयजल परिवहन की व्यवस्था सुनिष्चित करावें। उन्होंनंे खराब हैण्डपंप की सूचना मिलते ही टीम भेजकर हैण्डपंप दुरस्त करानें के निर्देष दिए।
शीघ्र करें नलकूपों का विद्युतीकरण
उन्होंनें विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देष दिये कि वे पेयजल विभाग के आर.ओ.प्लाॅट एवं अन्य नलकूपों को प्राथमिकता से विद्युतीकरण करवाने की कार्यवाही करावें। उन्होंनें जहां भी विद्युत की समस्या की जानकारी मिलें वहां तत्काल ही कार्यवाही करवाकर विद्युत आपूर्ति को निर्बाध रूप से बनाएं रखें।
राजश्री के बकाया भुगतान को शून्य की स्थिति में लावें
उन्होंनें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिये कि पुराने राजश्री के भुगतान के जो मामले है उनमें व्यक्तिगत रूचि लेकर संबंधित के बैंक खाते मंगवाकर एक सप्ताह में भुगतान करवा के शून्य की स्थिति में लावें। उन्होंनंे इसको सर्वोच्च प्राथमिकता से लेने के निर्देष दिए। उन्होंनंे पानी के सेम्पल जांच प्रभावी ढंग से करने के साथ ही गर्मी जनित बीमारियों के उपचार की समुचित व्यवस्था सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर करने के निर्देष दिए। उन्होंनंे प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए कि वे गर्मी में सभी वार्डों में मरीजों के लिए कूलर की व्यवस्था सुनिष्चित करें वहीं साफ सफाई व्यवस्था पर विषेष ध्यान दें।
शहरी क्षेत्र में उचित हो सफाई व्यवस्था
उन्होंनें नगरीय निकाय के अधिकारी को निर्देष दिये कि वे शहर में सफाई व्यवस्था में सुधार लावें वहीं किसी भी सूरत में नाले का गंदा पानी ओवरफ्लों न हों उनके पुख्ता प्रबंध करावें। उन्होनंे शहर में पाॅलिथीन उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए विषेष अभियान चलाकर उसकी धरपकड की कार्यवाही करने एवं संबंधित व्यक्ति के खिलाफ चालान बनाने के निर्देष दिये।
शेष गौरव पथ के निर्माण कार्य चालू करें
उन्होंनंे पीडब्ल्यूडी अधिकारी से द्वितीय चरण के गौरव पथ के निर्माण की जानकारी ली तो बताया कि 31 में से 17 गौरव पथ का निर्माण कार्य चालू है एवं 8 कार्य पूर्ण हो गए है। जिला कलक्टर ने शेष गौरव पथ के निर्माण कार्य तथा जैसलमेर शहर के शहरी गौरव पथ का निर्माण कार्य शीघ्र चालू कराने के निर्देष दिये।
सूचना तन्त्र को विकसित करें
उन्होंनें संयुक्त निदेषक पषुपालन को निर्देष दिए कि वे अपने सूचना तन्त्र को मजबूत करें एवं यह सुनिष्चित करें कि कहीं पर भी पषुाओं में बीमारी फैलती है तो सबसे पहले उनके स्टाॅफ से उन्हें जानकारी मिलें। संयुक्त निदेषक ने बताया कि काठोडी में पषुओं में बीमारी को ध्यान में रखते हुए वहां कम्पाउण्डर लगा दिया है एवं उपचार की उचित व्यवस्था रखी गई है।
ये थे उपस्थित
बैठक में अधिषाषी अभियंता जलदाय पराग स्वामी, एस.डी.सोनी, विद्युत के.एल.किराड, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.एन.आर.नायक, पीएमओं डाॅ. जे.आर.पंवार, संयुक्त निदेषक पषुपालन मीणा, जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅ.अनिरूध गौतम के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थें एवं विभागीय गतिविधियों पर प्रकाष डाला।
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विश्व श्रमिक दिवस पर विधिक साक्षरता शिविर
जैसलमेर, 01 मई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जैसलमेर एवं श्रम विभाग, जैसलमेर के संयुक्त तत्वावधान में वैकल्पिक विवाद निस्तारण केंद्र में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में न्यायिक अधिकारीगण तथा श्रमिकों के नियोजक, ईंट भटटों के मालिक, रीको के विभिन्न फैक्ट्री मालिक, मार्बल इन्डस्ट्रीज के मालिक आदि उपस्थित थे।
शिविर के दौरान जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदनलाल भाटी ने बताया कि श्रमिक हमारे समाज का ऐसा वर्ग है जिसके बिना कोई राष्ट्र प्रगति नहीं कर सकता। श्रमिकों को उनका हक व विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी स्टेकहोल्डर्स की है, जो नियोजक के रूप में श्रमिकोें को नियोजित करते है। उन्होनें कार्यक्रम में उपस्थित समस्त नियोजकों को विभिन्न कानूनों की जानकारी दी तथा जिला न्यायाधीश ने श्रम कल्याण अधिकारी को नालसा (असगंठित श्रेत्र के श्रमिकों के लिए विधिक सेवाएं) योजना, 2015 की प्रति प्रदान की।
अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश महेश कुमार शर्मा ने कारखाना अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, समान मजदूरी अधिनियम, महिला श्रमिकों को दी जाने वाली सुविधाएं, बोनस एक्ट आदि के प्रावधानों के बारे में विस्तार से सरल रूप से जानकारियां प्रदान करी।
शिविर के दौरान नालसा थीम साॅंग व बाल श्रम निषेध विषय पर वीडियो क्लिप भी प्रदर्शित की गई। शिविर का संचालन पूर्णकालिक सचिव, डाॅ. महेन्द्र कुमार गोयल ने किया। उन्होनें बताया कि श्रमिक है तो उद्योग है, कल कारखाने है, निर्माण है, विकास है। अतः सभी स्टेकहोल्डर्स की यह जिम्मेदारी है कि श्रमिकों के कल्याण की दिशा में कार्य करें तथा इसी उददेश्य की पूर्ति के लिए शिविर का आयोजन किया गया।
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