पुलिसकर्मी निकला चोर
जालोर. जालोर से चोरी हुई पिकअप ट्रोले की जानकारी होते हुए भी उक्त वाहन मालिक को सौंपने के बदले रुपए मांगकर धमकाने पर जोधपुर पुलिस के कांस्टेबल को जालोर पुलिस ने गिरफ्तार किया। वहीं एक अन्य आरोपित को भी गिरफ्तार किया गया, जिसे रिमांड पर लिया गया है।
मामले के अनुसार 4 अपे्रल 2017 को जालोर निवासी रमेश पुत्र रूपराज ने जालोर कोतवाली में रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पुत्री की फर्म मैसर्स नाकोड़ा टाईल्स जालोर के नाम से पंजीकृत गाड़ी पिकअप ट्रोला बैंक कॉलोनी स्थित घर 3 अपे्रल रात में ड्राईवर छोड़ कर गया था। सुबह देखा तो गाड़ी नहीं मिली। गाड़ी में टाईल्स भी भरी हुई थी। जिस पर पुलिस थाना कोतवाली में प्रकरण दर्ज किया गया। अनुसंधान के दौरान ही रमेश सेठ के मोबाईल पर अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और कहा कि अगर अपनी गाड़ी वापस चाहिए तो खर्चा करना होगा। इसके लिए फलौदी आ जाओ।
इस संबंध में रमेश सेठ ने प्रकरण के अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक चैनप्रकाश से सम्पर्क कर मामले की जानकारी दी। जिस पर अनुसंधान अधिकारी ने स्वयं को उक्त वाहन का मालिक होना बता कर फोन करने वाले अज्ञात शख्स से दो-तीन बार बात की व उसे विश्वास में लिया। जब यह प्रतीत हुआ कि चोरी के वाहनों को लौटाने की एवज में फिरौती वसूल करने वालों द्वारा वाहन चोरी करने की कार्यवाही की गई है। जिस पर अनुसंधान अधिकारी चैनप्रकाश मय जाब्ता के वाहन बरामदगी के लिए अज्ञात शख्स द्वारा बताए गए स्थान फलौदी पहुंचे।
दो आरोपित गिरफ्तार
टीम ने 14 अपे्रल को दबिश देकर चोरी की वारदात में संलिप्त श्रवण विश्नोई पुत्र खमूराम विश्नोई निवासी जाम्बा की ढाणी देवली जाल को जाम्बा से गिरफ्तार किया गया एवं चोरी हुए वाहन में भरी टाईल्स को भी आरोपित की निशानदेही पर बरामद किया गया है।
आरोपित श्रवण विश्नोई से इस गिरोह में संलिप्त अन्य सदस्यों एवं की गई। वारदातों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में अनेक वारदातों के खुलने की संभावना है। इस मामले में 15 अपे्रल को भगवानाराम विश्नोई निवासी सुरपुरा पुलिस थाना जाम्बा को गिरफ्तार किया गया है तथा गहनता से अनुसंधान जारी है।
इस प्रकार दिया था वारदात को अंजाम
3 अपे्रल 2017 अशोक गोदारा निवासी रेणारी पुलिस थाना बाप की जालोर न्यायालय में किसी मामले में पेशी थी, जिसमें अशोक गोदारा के साथ श्रवण कुमार व अशोक इशरवाल निवासी झालोड़ा पुलिस थाना फलौदी जालोर आए तथा दिन में पेशी के बाद रात को तीनों ही विश्नोई धर्मशाला में रुके। रात में ही 12.00 बजे के बाद तीनों ने जालोर शहर में पैदल घूमते हुए गाड़ी चोरी करने के लिए रैकी की। इसी दौरान बैंक कॉलोनी में पड़ी उक्त बोलेरो पिक अप को मास्टर की से लोक तोड़कर स्टार्ट कर बिशनगढ़ बालोतरा होते हुए फलौदी की तरफ ले गए।
पहले दिया चकमा
जहां अज्ञात शख्स अनुसंधान अधिकारी चैनप्रकाश उपनिरीक्षक को 2-3 घंटे अलग-अलग जगह घुमाता रहा। फिर आरोपित जालोर पुलिस जाब्ता के वाहन में बैठकर साथ चला।कुछ समय बाद राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुरपुरा जाम्बा के पास ले गया व चोरी हुए वाहन को साईड में खड़ा होना दिखाया। आरोपित ने अनुसंधान अधिकारी से वाहन बरामदगी के बदले 50,000 रुपए मांगे। जिस पर चैनप्रकाश ने अपना पूर्ण परिचय पुलिस अधिकारी के रूप में दिया तो अज्ञात शख्स अचरज में पड़ गया। इस दौरान आरोपित ने अपना परिचय देते हुए बताया कि वह पुलिस लाईन जोधपुर ग्रामीण में पुलिस कांस्टेबल है और उसका नाम भगवानाराम विश्नोई पुत्र मानाराम विश्नोई निवासी सुरपुरा पुलिस थाना जाम्बा है। यह कहने के बाद वो शख्स वहां से घबरा कर भाग गया।जिस पर पुलिस चोरी हुए वाहन को बरामद कर लेकर आए। अनुसंधान अधिकारी चैनप्रकाश ने 12 अपे्रल को एसपी जालोर को प्रकरण की जानकारी दी। जिस पर मौके से फरार कांस्टेबल भगवानाराम एवं उसके साथ वाहन चोरी में संलिप्त सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित करने के निर्देश दिए गए।
इनका कहना
वाहन चोरी के मामले में जांच के दौरान ही गाड़ी लौटाने की एवज में रुपए मांगने की बात सामने आई। मैंने फोन पर बात करके आरोपित को विश्वास में लिया।जिसके बाद मौके पर पहुंचे और मामले का खुलासा हो गया। दो आरोपित को पकड़ा जा चुका है। जिसमें श्रवण रिमांडपर है।
चैनप्रकाश, जांच अधिकारी
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