कृष्ण ने महिलाओं को पहली बार वार करना सिखाया, गोविंददेवजी मंदिर में लट्ठमार होली
जयपुर.फागोत्सव चरम पर आ गया है। फाग-राग के साथ मंगलवार को गोपियों ने गोविंददेवजी मंदिर में जमकर लट्ठमार होली खेली। सताने वाले ग्वाले बचाव में लगे रहे। पिटते रहे। गोपियां जीत गईं। न अपना माखन-घी लुटने दिया। न अपना उपहास सहन किया।
लट्ठमार होली यानी महिलाओं को अधिकार का अवसर, जो उन्हें श्रीकृष्ण ने द्वापर में ही दे दिया था। गोपियां दूध-दही, माखन-घी बनाती, जिसे कंस के दास छीन लेते। कृष्ण इनसे खिलवाड़ करते, उकसाते और अंतत: लड़ना भी सिखाते। गुजरात के भागवतविद् मेहुल कुमार भट्ट के मुताबिक- श्रीकृष्ण ने बालसुलह लीलाओं से ही समाज को मजबूत बनाया था।
दो दिन उल्लास के
आराध्य श्रीराधा-गोविंद देवजी मंदिर में बुधवार व गुरुवार को पुष्प फागोत्सव मनाया जाएगा। दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक कोलकाता के बाल व्यास श्रीकांत शर्मा भजनामृत वर्षा करेंगे। इस दौरान दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक ठाकुरजी के विशष झांकी दर्शन होंगे। मंगलवार को कालबेलिया नृत्य को विश्व में ख्याति दिलाने वाली पदमश्री गुलाबो के लोक नृत्य से लोगों से खूब सराहना पाई।
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