कामदेव को भस्म कर यहां विराजमान हुए थे महादेव, सूर्यदेव ने की थी इस मंदिर की स्थापना
प्रयाग में कालिंदी के तट पर मनकामेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग स्थित है। कहा जाता है कि इसकी स्थापना भगवान सूर्यदेव ने की थी। माना जाता है कि इस स्थान पर सतयुग में भगवान शिव स्वयं शिवलिंग के स्वरूप में प्रकट हुए थे। ये भी कहा जाता है कि कामदेव को भस्म करने के बाद महादेव यहां विराजमान हुए थे।
कहा जाता है कि वनवास पर जाते समय श्रीराम जब इलाहाबाद आए तो उन्होंने अक्षयवट के नीचे आराम करके यहां स्थित शिवलिंग का जलाभिषेक किया था। यहां सच्चे मन से 51 दिनों तक भोलेनाथ के दर्शन-पूजन से पितृ, आर्थिक अौर दूसरे ऋणों से मुक्ति मिल जाती है। मंदिर में प्रतिदिन सुबह करीब 4 बजे भगवान शिव का अभिषेक अौर मंगला आरती होती है। उसके बाद शाम को भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार होता है।
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