जयपुर राजस्थान में दिल्ली गैंगरेप जैसी हैवानियत: पूरी तरह ठीक होने की उम्मीदें कम, ऑपरेशन भी संभव नहीं
चूरू के सारंगसर में रेप के बाद दरिंदों की हैवानियत की शिकार हुई 15 वर्षीय किशोरी की रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पीडि़ता के उपचार में जुटे एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि अभी रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन करें या नहीं यह संशय बना हुआ है।
हड्डी के साथ ही किशोरी की कॉर्ड भी टूट चुके हैं, जिनका ऑपरेशन संभव नहीं है और फिजियोथैरेपी से उपचार की उम्मीद है। उसकी पसलियां भी टूटी हुई हैं। वहीं चिकित्सकों की एक टीम आज फिर किशोरी की सेहत का परीक्षण करेगी।
24 दिसंबर की काली रात
थानाधिकारी प्रहलाद राय ने बताया कि 24 दिसम्बर की रात को किशोरी घर में एक कमरे में पढ़ाई कर रही थी। परिवार के अन्य सदस्य सो रहे थे। रात करीब 11.30 बजे भौमपुरा निवासी आरोपित राकेश भार्गव व उसका एक रिश्तेदार घर में जा घुसे।
गैंगरेप के बाद युवती की रीढ़ की हड्डी-पसलियां तोड़ी व फोड़ दी आंख
किशोरी का मुंह बंद कर बाइक पर बैठाकर गांव से एक किलोमीटर दूर चरला रोड पर निर्जन स्थान पर ले गए। वहां दुष्कर्म के बाद दोनों ने किशोरी को जान से मारने प्रयास किया। उस पर बाइक चढ़ा दी, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी व पसलियां टूट गई। दरिंदों ने किशोरी की आंख तक फोड़ दी और शरीर पर जगह-जगह चोट पहुंचाई। फिर लहूलुहान हालत में उसे छोड़ भागे।
अगले दिन यानी 25 दिसंबर को दोपहर बाद आरोपी राकेश के माता-पिता ने किशोरी की मां को सूचना दी कि तुम्हारी बेटी लहूलुहान हालत में पड़ी है। तब किशोरी की मां उनके गांव ढाणी भौमपुरा पहुंची, जिसके बाद किशोरी को सुजानगढ़ अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे बीकानेर रेफर कर दिया। बीकानेर से उसे जयपुर रेफर किया गया। मामले में आरोपी राकेश को सांडवा तथा कालूराम को रामगढ़ शेखावाटी के पास रामसीसर गांव से हिरासत में ले लिया गया है।
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