जैसलमेर.पश्चिमी सीमा होगी सील, बीएसएफ करेगी सुरक्षा अभ्यास
सर्दी का इंतजार खत्म होने के साथ ही पश्चिमी सीमा पर ऑपरेशन सर्द हवा अगले हफ्ते शुरू हो जाएगा। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से इसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। इसमें बाड़मेर व जैसलमेर जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा पूरी तरह सील होगी। चौकसी और सुरक्षा का यह महत्वपूर्ण अभ्यास होगा।
जम्मू-कश्मीर में उरी हमले के बाद से पश्चिमी सीमा पर अलर्ट है। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह ने कुछ माह पूर्व बाड़मेर व जैसलमेर में सीमा क्षेत्र पर पहुंच बीएसएफ की हौसला अफजाई के साथ ही अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने की बात कही थी। इस लिहाज से इस साल ऑपरेशन सर्द हवा काफी महत्वपूर्ण है। जनवरी में माहभर चलने वाला यह विशेष प्रशिक्षण ऑपरेशन दिसंबर माह के आखिरी हफ्ते में प्रस्तावित था लेकिन अपेक्षानुरूप सर्दी नहीं पड़ी। जनवरी के पहले सप्ताह में सर्दी बढऩे के साथ ही अब इसकी तैयारियां तेज हो गई हैं। अगले हफ्ते ऑपरेशन सर्द हवा प्रारंभ होगा।
पुलिस भी रहेगी साथ
सीमावर्ती थानों की पुलिस भी इस अभ्यास में बीएसएफ के साथ रहेगी और अत्याधुनिक हथियारों की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान बीएसएफ की बाड़मेर व जैसलमेर में तैनात सभी बटालियन बॉर्डर पर रहेंगी। सभी अधिकारी भी बॉर्डर पर ही रहेंगे। राजस्थान व गुजरात फ्रंटियर के कई अधिकारी इस दौरान बॉर्डर पर पहुंचकर अभ्यास को देखेंगे।
यह सीखेंगे अभ्यास में
सीमा सुरक्षा की आधुनिक तकनीकें, नए उपकरणों व हथियारों का इस्तेमाल, लोगों से संपर्क, पुलिस से समन्वय और मुस्तैदी को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। फेंसिंग को सुधारना, वायरिंग और एटम बैक अप भी किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस पर विशेष ध्यान
गणतंत्र दिवस के आस-पास सीमा पर कोई अवांछित हरकत नहीं हो इसकी पूरी जानकारी रखी जाएगी। इस संबंध में विशेष चौकसी बरती जाएगी।
बॉर्डर पर सर्वाधिक सर्दी
रेगिस्तानी इलाके में सर्वाधिक सर्दी सीमा क्षेत्र में है। धोरों के ठण्डा होने के बाद वीरानगी में मौसम ज्यादा सर्द होने पर जमाव बिंदु तक पहुंच जाता है। इस दौरान आबादी क्षेत्रों में दो से तीन डिग्री तापमान ज्यादा रहता है। सर्दी बढऩे पर ही ऑपरेशन सर्द हवा प्रारंभ होगा ताकि रेगिस्तान में इन दिनों में कोहरे व सर्दी में सुरक्षा के पहलुओं पर ध्यान दिया जा सके।
पूरी तैयारी से चलाएंगे ऑपरेशन
ऑपरेशन सर्द हवा संभवत:अगले सप्ताह से प्रारंभ होगा।इसके अंतर्गत सीमा क्षेत्र पर अधिकतम जवानों को तैनात किया जाएगा और सभी अधिकारी भी सीमा क्षेत्रों का जायजा लेंगे। बल के पास उपलब्ध सारे संसाधनों की तैनाती भी सीमा पर की जाएगी। -रवि गांधी, उपमहानिरीक्षक, राजस्थान फ्रंटियर, सीसुब जोधपुर
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