अलवर.15 करोड़ का गबन : बैंक के क्लर्क -कम-कैशियर ने की आत्महत्या, पांचों आरोपितों को फिर रिमाण्ड
अलवर अरबन को-ऑपरेटिव बैंक में 15 करोड़ के गबन मामले में गिरफ्तार बैंक चेयरमैन, सीईओ, पूर्व चेयरमैन सहित पांचों आरोपितों को एसओजी ने रिमाण्ड अवधि पूरा होने पर मंगलवार को फिर न्यायालय में पेश किया, जहां से तीन आरोपित बैंक निदेशक अशोक जोशी, पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी व चेयरमैन मृदुल जोशी को चार दिन तथा बैंक सीईओ महेश मुद्गल व मास्टर माइंड अभिषेक जोशी को सात दिन के रिमाण्ड पर सौंपा गया।
उधर, बैंक के क्लर्क कम कैशियर सोनावां डूंगरी निवासी झम्मनलाल (50) पुत्र शिम्भूसिंह ने सोमवार रात गोवर्धन स्थित एक धर्मशाला में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। झम्मन सोमवार को ईडी पूछताछ के बाद जयपुर से घर लौटा था और आते हीगोवर्धन परिक्रमा के लिए निकल गया था।अलवर अरबन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन, सीईओ, पूर्व चेयरमैन सहित पांचों आरोपितों को रिमाण्ड अवधि पूरा होने पर मंगलवार को एसओजी की टीम जांच अधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक केके अवस्थी के नेतृत्व में अलवर लाई और सिविल न्यायाधीश (कख) एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-2 अमित कुमार की अदालत में पेश किया, जहां से तीन आरोपितों को चार दिन व दो को सात दिन के रिमाण्ड पर एसओजी को सौंपा गया।
कोर्ट परिसर में उमड़ी भीड़
करोड़ों के गबन के आरोपितों को देखने के लिए कोर्ट परिसर में भीड़ जमा हो गई। एसओजी ने पांचों आरोपितों को लंच बाद न्यायालय में पेश किया। इस दौरान कोर्ट परिसर में काफी भीड़ जमा हो गई।
मुद्गल ने गबन की राशि से खरीदे म्युचुअल फंड
बैंक के सीईओ महेश मुद्गल ने पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी के साथ बैंक का एक करोड़ में सौदा करने के बाद मिली राशि से म्युचुअल फंड खरीदे। कुछ राशि उसने अपने खाते में जमा कराई तो कुछ की एफडी आदि कराई। उधर, सैनी ने गबन की राशि से कार खरीदी। एसओजी के पुलिस उपाधीक्षक केके अवस्थी के अनुसार सीईओ व पूर्व चेयरमैन की घरों की तलाशी में एसओजी को करीब 4 लाख 40 हजार रुपए नगद व एक कार मिली थी। आरोपितों से पूछताछ जारी है।
क्लर्क कम कैशियर ने की आत्महत्या
उधर, बैंक के क्लर्क कम कैशियर झम्मनलाल ने सोमवार रात गोवर्धन में आत्महत्या कर ली। क्लर्क कम कैशियर तीन-चार दिन बाद जयपुर से अलवर लौटा था। उसे बैंक गबन मामले में गुरुवार को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय व एसओजी ने जयपुर बुलाया था। सोमवार दोपहर वह जयपुर से घर लौटा और आते ही फिर से जयपुर जाने एवं उससे पहले गोवर्धन परिक्रमा पर जाने की कहकर टिफिन तैयार करने को कहा। आनन-फानन में वह नहा-धोकर एवं टिफिन लेकर गोवर्धन के लिए निकल गया।
गोवर्धन थाना पुलिस के अनुसार झम्मन सोमवार शाम गोवर्धन पहुंचा और बड़ा बाजार स्थित गोपालजी धर्मशाला में कमरा लेकर ठहरा। मंगलवार को काफी देर तक कमरे से उसके नहीं निकलने पर धर्मशालाकर्मियों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के अनुसार झम्मन के शव के समीप कुल्हड़ में पानी और विषैला पदार्थ मिला है।
पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए मथुरा भेजा। पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने में जुटी है। पुलिस का मानना है कि पिछले दिनों अलवर अरबन को-ऑपरेटिव बैंक में हुए घपले में उसकी संलिप्तता के चलते उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
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