नर्इ दिल्ली।
नोटबंदी के फैसले से आम जनता परेशान है तो वीआर्इपी भी केन्द्र सरकार के इस निर्णय से मुसीबत झेल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा को सरकार के इस फैसले के चलते दिक्कत का सामना करना पड़ा है ।
सदानंद गौड़ा अपने मृत भार्इ का शव लेने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। जहां पर अस्पताल प्रबंधन ने पुराने नोट लेने से साफ मना कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने न सिर्फ नोट लेने से मना किया बल्कि उन्हें बिना पैसे दिए शव ले जाने से भी इनकार कर दिया।
इस वाकये के बाद सदानंद गौड़ा ने चेक के जरिए अस्पताल के बिल का भुगतान किया। इसके बाद ही कहीं जाकर अस्पताल प्रशासन ने उनके भार्इ के शव को ले जाने की इजाजत दी। बाद में उनके भार्इ का अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले ने केंद्रीय मंत्री काफी आहत हुए। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इस बारे में लिखित में जवाब मांगा है।
नोटबंदीः पुराने नोट दिए तो अस्पताल ने केंद्रीय मंत्री को भार्इ का शव देने से किया इनकार
सदानंद गौड़ा अपने मृत भार्इ का शव लेने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। जहां पर अस्पताल प्रबंधन ने पुराने नोट लेने से साफ मना कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने न सिर्फ नोट लेने से मना किया बल्कि उन्हें बिना पैसे दिए शव ले जाने से भी इनकार कर दिया।
इस वाकये के बाद सदानंद गौड़ा ने चेक के जरिए अस्पताल के बिल का भुगतान किया। इसके बाद ही कहीं जाकर अस्पताल प्रशासन ने उनके भार्इ के शव को ले जाने की इजाजत दी। बाद में उनके भार्इ का अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले ने केंद्रीय मंत्री काफी आहत हुए। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इस बारे में लिखित में जवाब मांगा है।
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