बड़ी बेरहमी से कर देती थीं लोगों का मर्डर, ये हैं दुनिया की 7 खूंखार महिलाएं
वो दिन गए जब महिलाएं डरी-सहमी रहती थी। अब तो जुर्म की दुनिया में महिलाएं भी अपनी जगह बना रही हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया की 7 ऐसी महिलाओं के बारे में जिन्होंने अपने खौफनाक इरादों से दुनिया को झकझोर दिया था। हॉस्पिटल में करती थी मरीजों का खून...
वाल्ट्रॉड वेगर
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1980 के दशक के अंत में अचानक ही विएना के लैंज हॉस्पिटल में मरीजों के मरने की संख्या बढ़ने लगी। जांच किये जाने पर पता चला की इन सबके पीछे हॉस्पिटल की नर्स वाल्ट्रॉड वेगर थी। वेगर को 15 लोगों का मर्डर करने और 17 के मर्डर करने की कोशिश करने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई। वेगर के साथ हॉस्पिटल की तीन और नर्सेज भी इन मर्डर में शामिल थी। बड़ी सावधानी और प्लानिंग के तहत ये चारो मरीजों को दवाइयों का ओवरडोज देती थी। जिससे उनकी मौत हो जाती थी। इस ग्रुप को ‘लैंज एंजेल्स ऑफ डेथ’ के नाम से जाना जाता था। इन चारों ने करीब 200 पेशेंट्स की जान लेने की कोशिश की जिनमें 42 की मौत हो गई। लेकिन सजा सिर्फ सरगना वाल्ट्रॉड वेगर को दी गई।
जेनन जोंस
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सेन ऐंटोनिओ के हॉस्पिटल में काम करने वाली जेनन जोंस को 1984 में छोटी सी बच्ची चेल्सिया मकक्लेन को मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जेनन ने पेनकिलर ड्रग्स का इस्तेमाल करके बच्ची का मर्डर किया था। इससे पहले जेनन जिस हॉस्पिटल में काम कर रही थी वहां से उन्हें निकाल दिया गया था। इसकी वजह थी जेनन की देख-रेख में अचानक मारे गए 20 बच्चे। कुछ लोगों का कहना है की उसने करीब 42 बच्चों का मर्डर किया था। जेनन को 99 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
हेलेन जिगाडो
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हेलेन जिगाडो फ्रांस में रहती थी। वो घरों में नौकरानी का काम किया करती थी। जिगाडो ने 18 साल के बीच करीब 23 लोगों का मर्डर किया था। ये मर्डर 1833 से 1841 तक किये गए थे। उस समय हेलेन का गुनाह किसी के सामने नहीं आया। कुछ समय तक उसने किसी का मर्डर नहीं किया। लेकिन 1851 में उसने फिर से लोगों का खून करना शुरू किया। इस बार उसका गुनाह सामने आ गया। उसे फ्रांस के रेंन्स में कैद कर लिया गया। जिसके बाद 1852 में जिगाडो का सर कलम कर दिया गया।
डेल्फिना और मारिया दी जेसस गोंजेल्स
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गोंजेल्स बहनों के नाम पार्टनरशिप में सबसे ज्यादा मर्डर करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। कहा जाता है कि दोनों ने मिलकर 90 से ज्यादा लोगों का मर्डर किया था। दोनों प्रॉस्टिट्यूट थी और अपने मेक्सिको स्थित घर में काम करती थी। 1964 में दोनों को 40 साल जेल की सजा सुनाई गई। दोनों के घर से 80 महिलाओं और 11 पुरुषों की डेड बॉडीज मिली थी। इसी आधार पर दोनों को सजा सुनाई गई।
गेसिना मर्गरेथा गोटफ्रीड
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इस जर्मन महिला ने अपनी पूरी लाइफ में 30 से ज्यादा लोगों का मर्डर किया था। 1815 में उसने अपने पहले पति और दो बच्चों को जहर खिलाकर मार डाला। इसी जहर से गेसिना ने अपने मां-बाप का भी मर्डर किया। पैसों के लिए गेसिना ने बीमार आदमी से दूसरी शादी की ताकि उसकी जायदाद की वारिस बन सके। शादी करने के कुछ दिनों बाद ही गेसिना ने अपने दूसरे पति का भी खून कर दिया। जब उसके पास पैसे कम होने लगे, तब उसने जर्मनी के रुम्फ फैमिली में हाउसकीपर का काम करना शुरू किया। इस दौरान एक-एक करके रुम्फ फैमिली के कई मेंबर्स मरने लगे। शक होने पर गेसिना को 1828 में अरेस्ट किया गया। जहां उसने अपने भाई समेत 30 से ज्यादा लोगों का मर्डर करने की बात स्वीकारी। बाद में गेसिना को फांसी पर चढ़ा दिया गया।
जेन टोप्पान
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बोस्टन में पैदा हुई जेन टोप्पान का असली नाम नोरा केलय था। बोस्टन के जिस हॉस्पिटल में जेन नर्स का काम करती थी वहां कई पेशेंट्स की मौत होने लगी। इन सभी पेशेंट्स की केयरटेकर जेन थी। इस वजह से हॉस्पिटल वालों को जेन पर शक हुआ। बॉडीज को वापस निकाला गया। जांच में पता चला की सभी की मौत एक ही तरह के दवा के ओवरडोज़ की वजह से हुई थी। इसके बाद जेन को अरेस्ट कर लिया गया। बाद में इस बात की पुष्टि की गई की जेन ने करीब 30 लोगों का मर्डर किया था। सजा काटने के दौरान असाइलम में ही जेन की मौत हो गई थी।
सुसानाह ओलह
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40 साल की उम्र में नर्स सुसी हंगरी के नगरेव गांव आई थी। वहां सुसी ने करीब 100 लोगों के मरने की
भविष्यवाणी की थी। थोड़े दिनों बाद गांव में लोगों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया। लोगों ने इसके
लिए सुसी को जिम्मेदार ठहराया। सुसी से मिलने के बाद ही लोगों की मौत होती थी। मरने वालों में
नवजात से लेकर अपंग बच्चे भी शामिल थे। यही नहीं, आस-पास रहने वाली सभी महिलाओं के पतियों
की भी मौत हो गई। 1929 में जब सुसी क़ानून की गिरफ्त में आई तब उसने आत्महत्या कर ली।
वो दिन गए जब महिलाएं डरी-सहमी रहती थी। अब तो जुर्म की दुनिया में महिलाएं भी अपनी जगह बना रही हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया की 7 ऐसी महिलाओं के बारे में जिन्होंने अपने खौफनाक इरादों से दुनिया को झकझोर दिया था। हॉस्पिटल में करती थी मरीजों का खून...
वाल्ट्रॉड वेगर
1980 के दशक के अंत में अचानक ही विएना के लैंज हॉस्पिटल में मरीजों के मरने की संख्या बढ़ने लगी। जांच किये जाने पर पता चला की इन सबके पीछे हॉस्पिटल की नर्स वाल्ट्रॉड वेगर थी। वेगर को 15 लोगों का मर्डर करने और 17 के मर्डर करने की कोशिश करने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई। वेगर के साथ हॉस्पिटल की तीन और नर्सेज भी इन मर्डर में शामिल थी। बड़ी सावधानी और प्लानिंग के तहत ये चारो मरीजों को दवाइयों का ओवरडोज देती थी। जिससे उनकी मौत हो जाती थी। इस ग्रुप को ‘लैंज एंजेल्स ऑफ डेथ’ के नाम से जाना जाता था। इन चारों ने करीब 200 पेशेंट्स की जान लेने की कोशिश की जिनमें 42 की मौत हो गई। लेकिन सजा सिर्फ सरगना वाल्ट्रॉड वेगर को दी गई।
जेनन जोंस
सेन ऐंटोनिओ के हॉस्पिटल में काम करने वाली जेनन जोंस को 1984 में छोटी सी बच्ची चेल्सिया मकक्लेन को मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जेनन ने पेनकिलर ड्रग्स का इस्तेमाल करके बच्ची का मर्डर किया था। इससे पहले जेनन जिस हॉस्पिटल में काम कर रही थी वहां से उन्हें निकाल दिया गया था। इसकी वजह थी जेनन की देख-रेख में अचानक मारे गए 20 बच्चे। कुछ लोगों का कहना है की उसने करीब 42 बच्चों का मर्डर किया था। जेनन को 99 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
हेलेन जिगाडो
हेलेन जिगाडो फ्रांस में रहती थी। वो घरों में नौकरानी का काम किया करती थी। जिगाडो ने 18 साल के बीच करीब 23 लोगों का मर्डर किया था। ये मर्डर 1833 से 1841 तक किये गए थे। उस समय हेलेन का गुनाह किसी के सामने नहीं आया। कुछ समय तक उसने किसी का मर्डर नहीं किया। लेकिन 1851 में उसने फिर से लोगों का खून करना शुरू किया। इस बार उसका गुनाह सामने आ गया। उसे फ्रांस के रेंन्स में कैद कर लिया गया। जिसके बाद 1852 में जिगाडो का सर कलम कर दिया गया।
डेल्फिना और मारिया दी जेसस गोंजेल्स
गोंजेल्स बहनों के नाम पार्टनरशिप में सबसे ज्यादा मर्डर करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। कहा जाता है कि दोनों ने मिलकर 90 से ज्यादा लोगों का मर्डर किया था। दोनों प्रॉस्टिट्यूट थी और अपने मेक्सिको स्थित घर में काम करती थी। 1964 में दोनों को 40 साल जेल की सजा सुनाई गई। दोनों के घर से 80 महिलाओं और 11 पुरुषों की डेड बॉडीज मिली थी। इसी आधार पर दोनों को सजा सुनाई गई।
गेसिना मर्गरेथा गोटफ्रीड
इस जर्मन महिला ने अपनी पूरी लाइफ में 30 से ज्यादा लोगों का मर्डर किया था। 1815 में उसने अपने पहले पति और दो बच्चों को जहर खिलाकर मार डाला। इसी जहर से गेसिना ने अपने मां-बाप का भी मर्डर किया। पैसों के लिए गेसिना ने बीमार आदमी से दूसरी शादी की ताकि उसकी जायदाद की वारिस बन सके। शादी करने के कुछ दिनों बाद ही गेसिना ने अपने दूसरे पति का भी खून कर दिया। जब उसके पास पैसे कम होने लगे, तब उसने जर्मनी के रुम्फ फैमिली में हाउसकीपर का काम करना शुरू किया। इस दौरान एक-एक करके रुम्फ फैमिली के कई मेंबर्स मरने लगे। शक होने पर गेसिना को 1828 में अरेस्ट किया गया। जहां उसने अपने भाई समेत 30 से ज्यादा लोगों का मर्डर करने की बात स्वीकारी। बाद में गेसिना को फांसी पर चढ़ा दिया गया।
जेन टोप्पान
बोस्टन में पैदा हुई जेन टोप्पान का असली नाम नोरा केलय था। बोस्टन के जिस हॉस्पिटल में जेन नर्स का काम करती थी वहां कई पेशेंट्स की मौत होने लगी। इन सभी पेशेंट्स की केयरटेकर जेन थी। इस वजह से हॉस्पिटल वालों को जेन पर शक हुआ। बॉडीज को वापस निकाला गया। जांच में पता चला की सभी की मौत एक ही तरह के दवा के ओवरडोज़ की वजह से हुई थी। इसके बाद जेन को अरेस्ट कर लिया गया। बाद में इस बात की पुष्टि की गई की जेन ने करीब 30 लोगों का मर्डर किया था। सजा काटने के दौरान असाइलम में ही जेन की मौत हो गई थी।
सुसानाह ओलह
40 साल की उम्र में नर्स सुसी हंगरी के नगरेव गांव आई थी। वहां सुसी ने करीब 100 लोगों के मरने की
भविष्यवाणी की थी। थोड़े दिनों बाद गांव में लोगों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया। लोगों ने इसके
लिए सुसी को जिम्मेदार ठहराया। सुसी से मिलने के बाद ही लोगों की मौत होती थी। मरने वालों में
नवजात से लेकर अपंग बच्चे भी शामिल थे। यही नहीं, आस-पास रहने वाली सभी महिलाओं के पतियों
की भी मौत हो गई। 1929 में जब सुसी क़ानून की गिरफ्त में आई तब उसने आत्महत्या कर ली।
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