इस रेड लाइट एरिया में सेक्स वर्कर्स ले रही 1000-500 के नोट, कमाए लाखों रुपए
कोलकाता/नई दिल्ली. 500 और एक हजार रुपए के नोट बैन होने पर जहां लोग परेशान है। लेकिन इसका असर देश के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी पर नहीं पड़ा। सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स अभी भी अपने कस्टमर्स से 500 और 1000 के नोट ले रही हैं। यही कारण है कि केवल 48 घंटे के भीतर सेक्स वर्क्स ने रिकॉर्ड 55 लाख रुपए की कमाई कर ली है। पुराने नोट लेना मजबूरी, महीने के आखिर तक लेगी 500- हजार के नोट...
- पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक नोट पर पाबंदी लगने से पहले यौन कर्मियों को 300 से 400 रुपए ही मिला करते थे, लेकिन पाबंदी लगने के बाद यौन कर्मियों ने ग्राहकों से 500 व 1000 रुपए वसूले।
- सेक्स वर्कर के लिए काम करने वाले एनजीओ दरबार महिला समन्वय कमेटी की भारती डे ने बताया कि इस महीने के आखिर तक ये नोट लेगी।
- सेक्स वर्कर्स के मुताबिक अगर वे भी 500 और 1000 रुपए के नोट लेना बंद कर देंगी, तो ग्राहक ही भाग जाएगा। ऐसे में पुराने नोट लेना उनकी मजबूरी है।
को-ओपरेटिव बैंक कर रहा है मदद
- भारती के मुताबिक सेक्स वर्कर के लिए गठित बैंक उषा को-ऑपरेटिव बैंक इस महीने के आखिर तक प्रतिबंधित नोट ले लेंगे।
- जिस दिन देशभर के बैंक बंद थे, वहीं उषा को-ऑपरेटिव बैंक में 120 यौन कर्मियों ने रुपए जमा किए। जबकि अगले दिन 200 सेक्स वर्कस रुपए जमा कराने पहुंची थी।
- ऐसे में केवल दो दिनों में ही 55 लाख रुपए की राशि जमा हो गई है।
ज्यादातर सेक्स वर्कर्स के पास नहीं है बैंक अकाउंट
- भारती ने कहा कि सेक्स वर्कर्स में से सभी के पास बैंक खाते नहीं हैं।
- उषा बैंक में केवल 30 हजार सेक्स वर्कर्स के खाते हैं। जबकि रजिस्टर्ड सेक्स वर्कर्स की संख्या 1.3 लाख है।
- हालांकि भारती के मुताबिक जिनके पास अकाउंट नहीं है उनके लिए भी कोई रास्ता निकाला जाएगा।
कोलकाता/नई दिल्ली. 500 और एक हजार रुपए के नोट बैन होने पर जहां लोग परेशान है। लेकिन इसका असर देश के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी पर नहीं पड़ा। सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स अभी भी अपने कस्टमर्स से 500 और 1000 के नोट ले रही हैं। यही कारण है कि केवल 48 घंटे के भीतर सेक्स वर्क्स ने रिकॉर्ड 55 लाख रुपए की कमाई कर ली है। पुराने नोट लेना मजबूरी, महीने के आखिर तक लेगी 500- हजार के नोट...
- पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक नोट पर पाबंदी लगने से पहले यौन कर्मियों को 300 से 400 रुपए ही मिला करते थे, लेकिन पाबंदी लगने के बाद यौन कर्मियों ने ग्राहकों से 500 व 1000 रुपए वसूले।
- सेक्स वर्कर के लिए काम करने वाले एनजीओ दरबार महिला समन्वय कमेटी की भारती डे ने बताया कि इस महीने के आखिर तक ये नोट लेगी।
- सेक्स वर्कर्स के मुताबिक अगर वे भी 500 और 1000 रुपए के नोट लेना बंद कर देंगी, तो ग्राहक ही भाग जाएगा। ऐसे में पुराने नोट लेना उनकी मजबूरी है।
को-ओपरेटिव बैंक कर रहा है मदद
- भारती के मुताबिक सेक्स वर्कर के लिए गठित बैंक उषा को-ऑपरेटिव बैंक इस महीने के आखिर तक प्रतिबंधित नोट ले लेंगे।
- जिस दिन देशभर के बैंक बंद थे, वहीं उषा को-ऑपरेटिव बैंक में 120 यौन कर्मियों ने रुपए जमा किए। जबकि अगले दिन 200 सेक्स वर्कस रुपए जमा कराने पहुंची थी।
- ऐसे में केवल दो दिनों में ही 55 लाख रुपए की राशि जमा हो गई है।
ज्यादातर सेक्स वर्कर्स के पास नहीं है बैंक अकाउंट
- भारती ने कहा कि सेक्स वर्कर्स में से सभी के पास बैंक खाते नहीं हैं।
- उषा बैंक में केवल 30 हजार सेक्स वर्कर्स के खाते हैं। जबकि रजिस्टर्ड सेक्स वर्कर्स की संख्या 1.3 लाख है।
- हालांकि भारती के मुताबिक जिनके पास अकाउंट नहीं है उनके लिए भी कोई रास्ता निकाला जाएगा।
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