राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष की जनसुनवाई में बालकपुरा को मिला पानी
नरैना में बनेगा गुरूगोविंद सिंह पैनोरमा - जसबीर सिंह
टोंक के अरबी पार्सियन शोध संस्थान का सूफी साहित्य होगा डिजीटिलीकृत
अजमेर,
17 अक्टूबर। नगर निगम के वार्ड संख्या 23 के बालकपुरा के निवासियों ने
राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष की जनसुनवाई में सोमवार को
पेयजल की समस्या से अवगत कराया। अध्यक्ष जसबीर सिंह ने आयोग सदस्या लिलियन
ग्रेस, नसीराबाद विधायक रामनारायण तथा जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल के साथ
जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में इसके निस्तारण के लिए निर्देश प्रदान
किए। श्री गोयल ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को
बालकपुरा क्षेत्रा में टेंकर द्वारा तुरन्त पेयजल सप्लाई करने के लिए कहा।
बालकपुरा क्षेत्रा के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा नए सिरे
से स्वीकृति प्राप्त की जाकर आज से ही टेंकर द्वारा जलापूर्ति सुनिश्चित की
जाएगी।
श्री
सिंह ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव 5 जनवरी 2017 के
अवसर पर विशेष कार्य करवाया जाएगा। इसके अन्तर्गत दशम गुरू के नांदेड
प्रवास के समय तीर्थराज पुष्कर तथा दादूपीठ नरैना में रूकना हुआ था। नरैना
में पीठाधीश के साथ धर्म एवं आध्यात्म पर विशेष वार्तालाप हुए थे। इन दो
महापुरूषों के मिलन की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए नरैना में
गुरूगोविंद सिंह पैनोरमा की स्थापना की जाएगी। इसके लिए भारत सरकार के कला
एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा लगभग 1.50 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।
पैनोरमा निर्माण के लिए राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण का
सहयोग लिया जाएगा। पैनोरमा में गुरू गोविंद सिंह की जीवनी, राजस्थान में
प्रवास, साहित्य तथा तत्कालीन कला को स्थान दिया जाएगा।
उन्होंने
कहा कि टोंक में अरबी पार्सियन शोध संस्थान में सूफी संतों का लगभग एक
हजार वर्षों का साहित्य उपलब्ध है। इस साहित्य को विस्मृत होने से बचाने
तथा आमजन को उपलब्ध करवाने के लिए केन्द्र सरकार के अल्पसंख्यक मामलात
विभाग द्वारा हमारी धरोहर योजना के अन्तर्गत डिजीटलीकरण किया जाएगा। साथ ही
अरबी पार्सियन शोध संस्थान के जिर्णोंद्धार के लिए भी राजस्थान राज्य
अल्पसंख्यक आयोग वचनबद्ध है।
उन्होंने
कहा कि राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने अपनी कार्यप्रणाली में
अल्पसंख्यकों के द्वार तक पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करने को शामिल
किया है। अल्पसंख्यकों की अधिकतर समस्याएं स्थानीय स्तर की होती है। सोमवार
को जनसुनवाई के दौरान 21 प्रकरण प्राप्त किए गए। जिनमें से 15 प्रकरण
स्थानीय स्तर पर निस्तारित करने के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से विभिन्न
विभागों को आवश्यक निर्देशों के साथ सौंपे गए। 3 प्रकरण राज्य सरकार से
संबंधित होने के कारण उन्हें राज्य सरकार के पास समाधान के लिए भेजा जाएगा।
जनसुनवाई में 2 प्रकरण रेलवे से संबंधित प्राप्त हुए जिनके लिए रेलवे के
अधिकारियों से फोन पर वार्तालाप कर निस्तारित किए गए। इसी प्रकार एक प्रकरण
पुलिस विभाग से संबंधित था। इसके लिए पुलिस को निष्पक्ष जांच कर आवश्यक
सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए गए। नसीराबाद में कब्रिस्तान के लिए
रास्ता देने के कहा गया। पीसांगन में कब्रिस्तान के रास्ते पर पुलिया तथा
टिन शैड का निर्माण जिला परिषद द्वारा किया जाएगा। इसी प्रकार जयपुर रोड
स्थित डोम्स कंपाउंड में सिवरेज लाइन अमृत योजना के अन्तर्गत डाली जाएगी।
शहर को स्मार्ट सिटी की विभिन्न योजनाओं में पोललेस किया जाएगा।
उन्होंने
कहा कि नसीराबाद क्षेत्रा में छावनी बोर्ड के द्वारा नागरिकों को मूलभूत
सुविधाएं उपलब्ध करवायी जानी चाहिए। नसीराबाद की नागरिक बस्तियों को छावनी
क्षेत्रा से डीनोटिफाईड करवाने के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के
स्तर पर बातचीत की जाएगी। अल्पसंख्यकों के विकास के लिए उनका जागरूक तथा
शिक्षित होना आवश्यक है। धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ सामान्य परम्परागत
शिक्षा भी ग्रहण की जानी चाहिए। सरकार द्वारा अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के
विकास के लिए छात्रावृतियां प्रदान की जा रही है। इसका लाभ समस्त पात्रा
व्यक्तियों को लेना चाहिए।
श्री
सिंह ने कहा कि सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं में अल्पसंख्यकों को बढ़चढ़कर
भागीदारी निभानी चाहिए। देश के विकास में अल्पसंख्यकों का योगदान है।
समेकित विकास में ही अल्पसंख्यकों का वास्तविक विकास होगा। सरकार की यह
भावना है कि अल्पसंख्यक विकास की दौड़ में साथ चले। सरकार की योजनाओं को
अल्पसंख्यकों तक पहुंचाना तथा अभियानों में समाज का सहयोग लेना साथ-साथ
चलने वाली प्रक्रियाएं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सम्मान जनक दर्जा
प्रदान किया जाना आवश्यक है। अल्पसंख्यक महिलाओं का जीवन यापन समाज की
भावना के अनुसार बेहतर स्थिति में होना चाहिए। वैवाहिक जीवन को गरिमामय
बनाया जाना आवश्यक है।
उन्होंने
कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ अल्पसंख्यकों के
विकास के लिए प्रधानमंत्राी के 15 सूत्राीय कार्यक्रम की समीक्षा की। इस
दौरान अल्पसख्यंक वर्ग को महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, भाषायी शिक्षण,
मदरसों का आधुनिकीकरण, छात्रावृति, मौलाना आजाद फाउंडेशन, स्वरोजगार, आवास
तथा साम्प्रदायिक सदभाव पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। बैठक में राजस्थान
राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सचिव आशीष कुमार शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर अबु
सूफियान चैहान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री कमलराम मीना,
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी उमर दराज खान सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित
थे।
श्री
सिंह ने सर्किट हाउस में मीडियकर्मियों के साथ प्रेस काॅन्फ्रेंस की।
सर्किट हाउस में संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत से मुलाकात के पश्चात नागौर
के लिए रवाना हुए।
जिला परिषद की साधारण सभा 26 अक्टूबर को
अजमेर,
17 अक्टूबर। जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया की अध्यक्षता में बुधवार 26
अक्टूबर को प्रातः 11 बजे जिला परिषद सभागार में आयोजित होगी। इसमें
पंचायतराज के अन्तर्गत कार्यरत विभागों तथा योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलराम मीना ने बताया कि साधारण सभा
की बैठक में जिले के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
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