दोस्तों के साथ बहन का ही रेप कर डाला इस दरिंदे ने, फिर हाथ पांव बांध नहर में फेंका
श्रीविजयनगर-गंगानगर। एक विवाहिता के साथ उसके भाई ने दो अन्य के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हाथ पैर बांधकर नहर में फेंक दिया। बकरी चराने वाले एक व्यक्ति ने उसे देखा और आस-पास के लोगों को बुलाकर तैराक की मदद से बाहर निकाला। यह है पूरा मामला....
- मामला सुखचैनपुरा गांव का है। जहां गैंगरेप किया गया।
- इसके बाद दरिंदों ने युवती को गांव सुखचैनपुरा के पास ही अनूपगढ़ मुख्य शाखा नहर में फेंक दिया।
- पुलिस सूचना के बाद तुरंत मौके पर पंहुची और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया।
- युवती के बयान के आधार पर दुष्कर्म और हत्या के प्रयास के आरोप में तीन जनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- इसकी जांच रायसिंह नगर डिप्टी एसपी आनंद प्रकाश स्वामी को सौंपी गई है।
- युवती करीब दो घंटे तक नहर में रही। इसके बाद उसे निकाल लिया गया।
यह है पूरा घटनाक्रम, जो युवती ने पुलिस को बताया
- पुलिस को दिए बयानों के अनुसार युवती को उसी के गांव की बिरादरी के ही किसी व्यक्ति ने गोद लिया था।
- गोद लेने के बाद उसे बेटी मानकर कन्या दान कर अनूपगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में शादी कर दी।
- जेठ के घर में कलह से परेशान होकर पीड़िता के पति ने उसे कुछ समय अपनी बहन के पास भटिंडा जाने की बात कही और माहौल शांत हाेने पर वापस लाना तय किया।
- सोमवार को वह अपने भाई के साथ सुबह 11 बजे अपने ससुराल से रवाना हुई।
- भाई ने बाइक मोड़ ली और बाइक घर छोड़कर शाम की ट्रेन से भटिंडा जाने का बहाना बनाया।
- गांव के पास जाने पर उसने फोन कर अर्जुन सांसी और एक अन्य व्यक्ति को बुलाया।
- तीनों ने उसे बाइक पर बीच में बैठा लिया और बाइक वापस कच्चे रास्ते की तरफ मोड़ दी।
फिर जो हुआ, वैसा कोई सोच भी नहीं सकता
- अनूपगढ़ शाखा के पटड़े पर दो किमी चलाने के बाद बाइक रोकी और चुन्नी से मुंह बांधकर झाड़ियों में बारी-बारी से तीनों ने दुष्कर्म किया।
- इसके बाद दोनों हाथों को पीछे पैरों से बांधकर नहर में फेंक दिया।
- पुलिस ने पीड़िता के बयान लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बकरी चराने वाले की वजह से बची जान
- बकरी चराने वाले सोहनलाल को एक महिला नहर में तैरती और मदद के लिए चिल्लाती दिखाई दी।
- सोहनलाल ने आस-पास की ढाणियों के लोगों को इकट्ठा किया, लेकिन 2300 क्यूसेक जल प्रवाह के बीच किसी की भी हिम्मत नहर में उतरने की नहीं हुई। रस्से आदि लाए गए।
- तैराक दानाराम को तुरंत बुलाया गया, लेकिन तब तक महिला बहते हुए एक किमी आगे चुकी थी।
- दानाराम सांसी ने रस्से की मदद से 22 वर्षीय महिला को नहर से निकाला।
- उसके दानों हाथ पैरों से चुन्नी से बांधे हुए थे।
- पुलिस मौके पर पंहुची और युवती को अस्पताल पहुंचाया गया।
- युवती होश में थी, लेकिन सर्दी के कारण तबीयत बेहद खराब हो गई थी।
श्रीविजयनगर-गंगानगर। एक विवाहिता के साथ उसके भाई ने दो अन्य के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हाथ पैर बांधकर नहर में फेंक दिया। बकरी चराने वाले एक व्यक्ति ने उसे देखा और आस-पास के लोगों को बुलाकर तैराक की मदद से बाहर निकाला। यह है पूरा मामला....
- मामला सुखचैनपुरा गांव का है। जहां गैंगरेप किया गया।
- इसके बाद दरिंदों ने युवती को गांव सुखचैनपुरा के पास ही अनूपगढ़ मुख्य शाखा नहर में फेंक दिया।
- पुलिस सूचना के बाद तुरंत मौके पर पंहुची और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया।
- युवती के बयान के आधार पर दुष्कर्म और हत्या के प्रयास के आरोप में तीन जनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- इसकी जांच रायसिंह नगर डिप्टी एसपी आनंद प्रकाश स्वामी को सौंपी गई है।
- युवती करीब दो घंटे तक नहर में रही। इसके बाद उसे निकाल लिया गया।
यह है पूरा घटनाक्रम, जो युवती ने पुलिस को बताया
- पुलिस को दिए बयानों के अनुसार युवती को उसी के गांव की बिरादरी के ही किसी व्यक्ति ने गोद लिया था।
- गोद लेने के बाद उसे बेटी मानकर कन्या दान कर अनूपगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में शादी कर दी।
- जेठ के घर में कलह से परेशान होकर पीड़िता के पति ने उसे कुछ समय अपनी बहन के पास भटिंडा जाने की बात कही और माहौल शांत हाेने पर वापस लाना तय किया।
- सोमवार को वह अपने भाई के साथ सुबह 11 बजे अपने ससुराल से रवाना हुई।
- भाई ने बाइक मोड़ ली और बाइक घर छोड़कर शाम की ट्रेन से भटिंडा जाने का बहाना बनाया।
- गांव के पास जाने पर उसने फोन कर अर्जुन सांसी और एक अन्य व्यक्ति को बुलाया।
- तीनों ने उसे बाइक पर बीच में बैठा लिया और बाइक वापस कच्चे रास्ते की तरफ मोड़ दी।
फिर जो हुआ, वैसा कोई सोच भी नहीं सकता
- अनूपगढ़ शाखा के पटड़े पर दो किमी चलाने के बाद बाइक रोकी और चुन्नी से मुंह बांधकर झाड़ियों में बारी-बारी से तीनों ने दुष्कर्म किया।
- इसके बाद दोनों हाथों को पीछे पैरों से बांधकर नहर में फेंक दिया।
- पुलिस ने पीड़िता के बयान लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बकरी चराने वाले की वजह से बची जान
- बकरी चराने वाले सोहनलाल को एक महिला नहर में तैरती और मदद के लिए चिल्लाती दिखाई दी।
- सोहनलाल ने आस-पास की ढाणियों के लोगों को इकट्ठा किया, लेकिन 2300 क्यूसेक जल प्रवाह के बीच किसी की भी हिम्मत नहर में उतरने की नहीं हुई। रस्से आदि लाए गए।
- तैराक दानाराम को तुरंत बुलाया गया, लेकिन तब तक महिला बहते हुए एक किमी आगे चुकी थी।
- दानाराम सांसी ने रस्से की मदद से 22 वर्षीय महिला को नहर से निकाला।
- उसके दानों हाथ पैरों से चुन्नी से बांधे हुए थे।
- पुलिस मौके पर पंहुची और युवती को अस्पताल पहुंचाया गया।
- युवती होश में थी, लेकिन सर्दी के कारण तबीयत बेहद खराब हो गई थी।
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