बंदूक की नोक पर गैंगरेप, 3 बार बेचा गया जिस्म लेकिन कार्रवाई में पुलिस दिखी नाकाम
इलाहाबाद: कहते हैं कानून अपराधियों को सजा देने में कतई नहीं झुकता लेकिन झूंसी थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए थाने के चक्कर लगाती रही पर पुलिस प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। मामला गैंगरेप का है। यहां रहने वाली एक लड़की के साथ 7 महीनों से अत्याचार किया जा रहा है और तीन बार प्रदेश के बाहर बेबस लड़की का जिस्म बेचा गया। पीड़िता की मां ने पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों के कई बार चक्कर लगाए, लेकिन आरोपियों को आज तक पुलिस गिरफ्तार तक नहीं कर सकी है।
पीड़िता की मां ने बताया कि उसके गांव का ही एक दबंग श्याम सुंदर, 19 फरवरी 2016 को बेटी को बंंदूक की नोक पर घर से उठा ले गया। बाद में साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप किया और फिर उसे घर फेंक गए। पीड़िता ने 23 फरवरी को स्थानीय थाने में इसकी शिकायत की लेकिन पुलिस ने मामले की एफआईआर तक नहीं लिखी गई। थाने में शिकायत दर्ज न होने के बाद दबंगों ने उसे फिर से घर से उठवा लिया और प्रदेश के बाहर 3 बार उसको बेचा।
दबंगों के चंगुल से निकलकर जब पीडि़ता अपने घर पहुंंची, तो 8 अगस्त को आईजी के आदेश पर 13 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद भी जब दो महीना गुजर गया और आरोपियों की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, तो लड़की और उनके परिजनों ने एसएसपी कार्यालय में डेरा डाल दिया। पीड़िता और उसके परिजनों का कहना है कि अब वह एसएसपी दफ्तर से तभी उठेंगे, जब आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। वहीं एसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे पास शिकायत आई है और अपराधियों पर जांच करके उन्हें जल्द से जल्द सलाखों के पीछे धकेल दिया जाएगा।
इलाहाबाद: कहते हैं कानून अपराधियों को सजा देने में कतई नहीं झुकता लेकिन झूंसी थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए थाने के चक्कर लगाती रही पर पुलिस प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। मामला गैंगरेप का है। यहां रहने वाली एक लड़की के साथ 7 महीनों से अत्याचार किया जा रहा है और तीन बार प्रदेश के बाहर बेबस लड़की का जिस्म बेचा गया। पीड़िता की मां ने पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों के कई बार चक्कर लगाए, लेकिन आरोपियों को आज तक पुलिस गिरफ्तार तक नहीं कर सकी है।
पीड़िता की मां ने बताया कि उसके गांव का ही एक दबंग श्याम सुंदर, 19 फरवरी 2016 को बेटी को बंंदूक की नोक पर घर से उठा ले गया। बाद में साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप किया और फिर उसे घर फेंक गए। पीड़िता ने 23 फरवरी को स्थानीय थाने में इसकी शिकायत की लेकिन पुलिस ने मामले की एफआईआर तक नहीं लिखी गई। थाने में शिकायत दर्ज न होने के बाद दबंगों ने उसे फिर से घर से उठवा लिया और प्रदेश के बाहर 3 बार उसको बेचा।
दबंगों के चंगुल से निकलकर जब पीडि़ता अपने घर पहुंंची, तो 8 अगस्त को आईजी के आदेश पर 13 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद भी जब दो महीना गुजर गया और आरोपियों की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, तो लड़की और उनके परिजनों ने एसएसपी कार्यालय में डेरा डाल दिया। पीड़िता और उसके परिजनों का कहना है कि अब वह एसएसपी दफ्तर से तभी उठेंगे, जब आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। वहीं एसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे पास शिकायत आई है और अपराधियों पर जांच करके उन्हें जल्द से जल्द सलाखों के पीछे धकेल दिया जाएगा।
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