बुधवार, 3 अगस्त 2016

स्टेट ओपन ने पूछा- कैसे दिए नंबर हमें भी तो बताओ?

स्टेट ओपन ने पूछा- कैसे दिए नंबर हमें भी तो बताओ?


बाड़मेर.जनप्रतिनिधि बनने की चाह में बालोतरा के एक स्कूल से बड़ी संख्या में क्षेत्र के नेताओं और रिश्तेदारों ने जिस परीक्षा केन्द्र से बड़ी संख्या में परीक्षा दी थी, वहां गंभीर अनियमितताएं सामने आने पर सचिव राजस्थान स्टेट ओपन ने विद्यालय के केन्द्राधीक्षक को नोटिस जारी किया है। यहां 11 लोगों के हस्ताक्षर और प्राप्तांक तो स्टेट ओपन को पहुंच गए, लेकिन उनकी उत्तर पुस्तिकाएं मिली ही नहीं। इस तरह के करीब 11 आरोपों का उल्लेख करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है।


स्टेट ओपन ने पूछा- कैसे दिए नंबर हमें भी तो बताओ?


जनप्रतिनिधियों के लिए 10वीं उत्तीर्ण की अनिवार्यता के बाद बालोतरा के जैसमल भीमराज राउमावि से इस वर्ष ओपन स्टेट के तहत 10वीं की परीक्षा दी थी। इसके बाद प्रैक्टिकल की उत्तर पुस्तिकाएं और ओएमआर शीट स्टेट ओपन स्कूल को पहुंची तो इसमें कई गंभीर स्थितियां सामने आई।




ओएमआर शीट और उत्तर पुस्तिका के नंबरों में मिलान नहीं हो रहा था। प्रश्न के अनुसार उत्तर पुस्तिका में नंबर देने थे, लेकिन केवल ऊपरी पृष्ठ पर कुल प्राप्तांक लिख दिए गए। काफी परीक्षार्थियों की जांच की हुई उत्तरपुस्तिकाएं उपलब्ध ही नहीं थी, लेकिन ओएमआर शीट्स व उपस्थिति पत्रक में अनुपस्थित बताया गया। कई तो एेसे परीक्षार्थी हैं, जिनकी उत्तरपुस्किाएं नहीं है और उपस्थिति पत्रक में भी उनके हस्ताक्षर नहीं है, फिर भी ओएमआर शीट्स में प्राप्तांक दर्शाए गए हैं।

कॉपियां ही नहीं मिली

बोर्ड को 11 परीक्षार्थियों की तो बण्डल में कॉपियां ही नहीं मिली। इसके बावजूद ओएमआर शीट में उनको प्राप्तांक दे दिए गए हैं। अब स्टेट ओपन के पास सबूत ही नहीं है कि इन्होंने प्रश्न का उत्तर क्या लिखा और किस प्रकार इनको अंक दिए गए हैं।

कई बार हुई कांट-छांट
कई उपस्थिति पत्रकों में परीक्षार्थियों के हस्ताक्षर में कांट-छांट व केन्द्राधीक्षक की ओर से भी लगभग सभी उपस्थिति पत्रकों में उपस्थिति प्रमाणित किए जाने की संख्या में कई बार कांट-छांट की गई है। इस कांट-छांट का कारण बताने का स्टेट ओपन ने लिखा है।

चर्चित रहा केन्द्र
इस केन्द्र से शहर में राजनीति से जुड़े कई लोगों ने परीक्षा दी थी। राजनीतिक पदों पर रहे कई जनप्रतिनिधियों ने अपनी श्रीमती को यहां से परीक्षा दिलवाई, ताकि भविष्य में वे अपनी श्रीमती को भी राजनीति में ला सके। अब इस केन्द्र की जांच ने सभी की चिंता बढ़ा दी है।

परीक्षक थे, नंबर मैंने नहीं दिए
चार परीक्षक लगाए गए थे जिन्होंने प्रैक्टिकल में नंबर दिए। नोटिस आया है, उसका जवाब दे दिया गया है। सभी ने अपना-अपना जवाब दिया है। मेरी जिम्मेदारी नहीं थी। परीक्षकों से भी जवाब भेजा गया है। मेरी नजर में तो कोई अनियमितता नहीं हुई है।

- दूदाराम, केन्द्राधीक्षक राजस्थान स्टेट ओपन केंद्र, जैसमल भीमराज विद्यालय बालोतरा

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