जोधपुर सायरन बना दुश्मन: शादी समारोह से भागा हिस्ट्रीशीटर मांजू, पुलिस की दस गाडि़यां भी ना पकड़ पाईं
शातिर हिस्ट्रीशीटर कैलाश मांजू लगातार पुलिस को चकमा दे रहा है। तमाम प्रयासों के बावजूद वह पुलिस को चकमा देकर भाग जाता है। रविवार रात को एक बार फिर मांजू पुलिस को चकमा देकर शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके से होते हुए फरार हो गया। वह पावटा क्षेत्र में एक शादी समारोह में भाग लेने आया था, यहां पुलिस सादी वर्दी में उसके पास तक पहुंच गई थी, लेकिन उसे पकडऩे की हिम्मत नहीं जुटा पाई। इसकी भनक उसको लग गई। वह यहां से भाग निकला। इसके बाद पुलिस की आठ-दस गाडि़यां उसका पीछा करती रही, लेकिन वह हाथ नहीं लगा।
सूत्रों के अनुसार हिस्ट्रीशीटर कैलाश मांजू रविवार रात को रात पावटा क्षेत्र में अंडरब्रिज के निकट एक सभा भवन में आयोजित विवाह समारोह में भाग लेने गया। पुलिस को इसकी सूचना मिल गई और समारोह स्थल को पूरी तरह से घेर लिया गया। समारोह में पुलिस सादा वर्दी में पहुंच गई। मांजू के पास पुलिस खड़ी भी रही। लेकिन पुलिस ने समारोह में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इस कारण उसे पकडऩे की हिम्मत नहीं जुटा पाई।
वह उसके बाहर निकलने का इंतजार करती रही। इस दौरान मांजू को भी पुलिस की घेराबंदी की भनक लग गई। ऐसे में रात ग्यारह बजे बाहर निकलते ही वह पहले से स्टार्ट एक स्कार्पियो कार में सवार होकर वहां से निकल गया। उसके पीछे पुलिस की आठ-दस गाडि़यां सायरन बजाते हुए लग गई। पावटा से मांजू तेज गति के साथ सोजतीगेट होते हुए जालोरी गेट पहुंचा।
सायरन बजते वाहनों को देखकर इन चौराहों पर लोग हैरान रह गए, उन्होंने रास्ता खाली कर दिया, इसका फायदा उठाकर मांजू जालोरी गेट से रातानाडा की तरफ होता हुआ शिकारगढ़ की ओर भाग गया। वहां तक पुलिस ने पीछा किया, लेकिन बाद में हाथ नहीं लगा, वह भागने में सफल रहा। पुलिस का सायरन बजाना उसके लिए फायदेमंद रहा, उसको लगातार भागने के लिए रास्ता साफ मिल गया।
एक सप्ताह में दूसरी बार आंखों के सामने से भागा
मांजू एक सप्ताह में दूसरी बार पुलिस की आंखों के सामने से भागने में सफल रहा है। गत पांच जुलाई को पुलिस ने मांजू को पकडऩे के लिए बासनी स्थित उसके घर पर दबिश दी। लेकिन पुलिस को देख मांजू घर के पास एक पेड़ पर चढ़ गया था। पुलिस उसे नीचे तलाशती रही और वह ऊपर बैठ सारा नजारा देखता रहा।
पुलिस के वहां से रवाना होने के बाद वह नीचे उतर फरार हो गया था। उल्लेखनीय है कि शातिर अपराधी कैलाश मांजू पर 34 मामले चल रहे है। इनमें से 31 मामलों में पुलिस चालान पेश कर चुकी है। वह पन्द्रह मामलों में बरी हो चुका है। पुलिस अब उसे राजपाशा में गिरफ्तार करना चाहती है। लेकिन वह हाथ नहीं लग पा रहा है।
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