बाड़मेर। किसानों की कंपनी और प्रषासन से पहली वार्ता 21 को, किसान आन्दोलन स्थगित
बाड़मेर। सोमवार को किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में जिला कलेक्ट्रेट के सामने आगौर-शिवकर-कुूड़ला के किसानों ने का धरना प्रदर्षन हुआ। रामसिंह बोथिया के नेतृत्व में किसान संघर्ष समिति ने अतिरिक्त कलेक्टर ओमप्रकाष विष्नोई से लम्बी बातचीत हुई। प्रषासन ने संवेदनषीलता दिखाते हुए संघर्ष समिति से अपील की, कि आन्दोलन को 21 जुलाई तक स्थगित रखा जाए क्योंकि जिला कलेक्टर साहब किसानों की समस्या को लेकर जयपुर गए हुए है 21 जुलाई को वापस आ जाएगें 21 जुलाई को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में प्रषासन आरएसएमएमएल कंपनी के प्रतिनिधि और किसान संघर्ष समिति के बीच में पहले दौर की वार्ता होगी। अतिरिक्त कलेक्टर ने किसानों को विष्वास दिलाते हुए आवष्वासन दिया कि 21 जुलाई को आन्दोलन को स्थगित रखा जाए। 21 तारीख को किसानों की मांगों का निपटारा कर लिया जाएगा।
अतिरिक्त कलेक्टर के आष्वासन के बाद किसान संघर्ष समिति ने सर्व सहमति से 21 तारीख तक आन्दोलन को स्थगित करने का फैसला लिया। प्रषासन के वार्ता के बाद धरना स्थल पर सभा का आयोजन किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए रामसिंह बोथिया ने कहा कि 4 वर्ष तक सरकार जमीन पर कब्जा रखे और किसानों को मुआवजा नहीं दे यह किसानों के साथ घोर अन्याय है। प्रवीणसिंह आगौर ने बताया कि यदि सरकार 21 जुलाई तक किसानों की मांग नहीं मानती है तो किसानों को हक दिलाने के लिए उग्र आन्दोलन किया जाएगा। खेतपाल मेघवाल ने किसानों से अपील की 21 जुलाई को प्रषासन और कपंनी से रखी गई वार्ता में अधिक से अधिक लोगों को आने की अपील की। इस दौरान भलाराम भुरटिया, पृवीण बृजवाल, प्रेमवीर सोलंकी, सोहनसिंह षिवकर, कुण्दनसिंह आगौर, राणसिंह आगौर, ओमप्रकाष पुनड़ कमलाराम मंसूरिया, जोगराजसिंह आगौर, जूजारसिंह आगोर, गिरधरसिंह षिवकर उपस्थित रहे।
बाड़मेर। सोमवार को किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में जिला कलेक्ट्रेट के सामने आगौर-शिवकर-कुूड़ला के किसानों ने का धरना प्रदर्षन हुआ। रामसिंह बोथिया के नेतृत्व में किसान संघर्ष समिति ने अतिरिक्त कलेक्टर ओमप्रकाष विष्नोई से लम्बी बातचीत हुई। प्रषासन ने संवेदनषीलता दिखाते हुए संघर्ष समिति से अपील की, कि आन्दोलन को 21 जुलाई तक स्थगित रखा जाए क्योंकि जिला कलेक्टर साहब किसानों की समस्या को लेकर जयपुर गए हुए है 21 जुलाई को वापस आ जाएगें 21 जुलाई को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में प्रषासन आरएसएमएमएल कंपनी के प्रतिनिधि और किसान संघर्ष समिति के बीच में पहले दौर की वार्ता होगी। अतिरिक्त कलेक्टर ने किसानों को विष्वास दिलाते हुए आवष्वासन दिया कि 21 जुलाई को आन्दोलन को स्थगित रखा जाए। 21 तारीख को किसानों की मांगों का निपटारा कर लिया जाएगा।
अतिरिक्त कलेक्टर के आष्वासन के बाद किसान संघर्ष समिति ने सर्व सहमति से 21 तारीख तक आन्दोलन को स्थगित करने का फैसला लिया। प्रषासन के वार्ता के बाद धरना स्थल पर सभा का आयोजन किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए रामसिंह बोथिया ने कहा कि 4 वर्ष तक सरकार जमीन पर कब्जा रखे और किसानों को मुआवजा नहीं दे यह किसानों के साथ घोर अन्याय है। प्रवीणसिंह आगौर ने बताया कि यदि सरकार 21 जुलाई तक किसानों की मांग नहीं मानती है तो किसानों को हक दिलाने के लिए उग्र आन्दोलन किया जाएगा। खेतपाल मेघवाल ने किसानों से अपील की 21 जुलाई को प्रषासन और कपंनी से रखी गई वार्ता में अधिक से अधिक लोगों को आने की अपील की। इस दौरान भलाराम भुरटिया, पृवीण बृजवाल, प्रेमवीर सोलंकी, सोहनसिंह षिवकर, कुण्दनसिंह आगौर, राणसिंह आगौर, ओमप्रकाष पुनड़ कमलाराम मंसूरिया, जोगराजसिंह आगौर, जूजारसिंह आगोर, गिरधरसिंह षिवकर उपस्थित रहे।
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