नाबालिग छात्रा से बनाए शारीरिक संबंध, फोटो-मैसेज से किया बदनाम
कोटा. शहर में छात्र-छात्राओं के खुदकुशी करने, छात्र की हत्या जैसे संगीन अपराध के बाद अब छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है।
उत्तर प्रदेश से मेडिकल की तैयारी करने कोटा आई एक छात्रा से एक नाबालिग छात्र द्वारा दादाबाड़ी थाना क्षेत्र में 7 माह पहले दुष्कर्म किया गया। छात्रा के परिजनों ने दिल्ली में इसकी शिकायत दी। वहां से जीरो नम्बरी एफआईआर दादाबाड़ी थाने में दर्ज होने के तीन माह बाद भी आरोपित गिरफ्तार नहीं हुआ है।
छात्रा के पिता ने दिल्ली स्थित बुद्ध विहार मंडोली थाने में 24 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें कहा कि उनकी पुत्री मेडिकल की तैयारी के लिए 28 जून 2015 को कोटा आई थी।
यहां एक कोचिंग में प्रवेश दिलाने के बाद उसे कोटा ब्लड बैंक रोड बसंत विहार स्थित एक मकान में पीजी के तौर पर रखा। यहां मकान मालिक का एक नाबालिग रिश्तेदार आता-जाता था।
मकान मालिक छात्राओं को घुमाने के लिए घर से बाहर ले जाता तो वह नाबालिग रिश्तेदार भी साथ जाता था। इसी दौरान उनकी पुत्री की उससे पहचान हुई। दिवाली अवकाश के दौरान अन्य छात्राएं अपने घर चली गईं।
9 नवम्बर को मकान मालिक के नाबालिग रिश्तेदार ने उसकी पुत्री के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद उनकी पुत्री को इतना परेशान किया कि उसे निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा।
सूचना पर परिजन कोटा आए और 25 नवम्बर को उसे अलीगढ़ ले गए। लेकिन नाबालिग ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा। वह दिसम्बर में उनके घर अलीगढ़ तक आ गया। उसने उनके परिजन व रिश्तेदारों के मोबाइल नम्बर ले लिए।
अब उन्हें फोटो व मैसेज भेजकर उनकी पुत्री को बदनाम कर रहा है। छात्रा के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने नाबालिग के खिलाफ छेड़छाड़, दुष्कर्म, पोस्को व 66 आईटी एक्ट में जीरो नम्बरी एफआईआर दर्ज की।
कार्यवाही के लिए दिल्ली पुलिस ने एफआईआर कोटा एसपी को दी। यहां से उसे दादाबाड़ी थाने भेज दिया। यहां पुलिस ने 10 मार्च को आरोपित के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया।
मकान मालिक ने नहीं बताया, पढ़ाई छुड़वाई
छात्रा की मां ने फोन पर पत्रिका से बातचीत में बताया कि मकान मालिक ने उनकी बच्ची के साथ किसी तरह की गलत हरकत होने की जानकारी तक नहीं दी। बच्ची ने ही उन्हें बताया। लेकिन जब लड़का अधिक परेशान व बदनाम करने लगा तब दिल्ली में रिपोर्ट दी। बच्ची इतनी अधिक डिप्रेशन में आ गई कि पढ़ाई भी छुड़वानी पड़ी।
घर पर कई बार तलाशा, नहीं मिला
दिल्ली से मार्च में एफआईआर आई थी। आरोपित को रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में कई बार उसके घर पर तलाश किया, लेकिन नहीं मिला। घर वाले भी उसके बारे में कुछ नहीं बता रहे। जिस समय की यह घटना बताई जा रही है, उस समय छात्रा और आरोपित दोनों ही नाबालिग थे। लेकिन अब बालिग हैं। आरोपित की तलाश की जा रही है।
सवाई सिंह रत्नू, सीआई दादाबाड़ी
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