गुरुवार, 23 जून 2016

खबर का असर : स्कुल में बच्चों से काम करवाना पड़ा महंगा, शिक्षा विभाग ने मांगा जबाव

खबर का असर :  स्कुल में बच्चों से काम करवाना पड़ा महंगा, शिक्षा विभाग ने मांगा जबाव

बाड़मेर। शहर की नंबर एक विधालय सहित उन सभी विधालयों के संस्था प्रधानों को नोटिस दिए गए हैं जिनमें सत्र शुरुआत के पहले दिन ही अनियमितताएं सामने आई थी। इस मामले की राज्य स्तर से जांच को लिखा गया था। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा ने यह जांच निदेशक प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर को भेजी है।इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच के आदेश हुए। निदेशक प्रारंभिक शिक्षा ने इसकी जांच जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा से तत्काल मांगी। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक की ओर से कमेटी गठित की गई।



                                                (स्कूल : राप्रावि हिंगलाज नगर बाड़मेर)



 
                                                           ( स्कूल : राप्रावि लक्ष्मी नगर बाड़मेर)

जानकारी अनुसार कमेटी ने जांच रिपोर्ट में दर्शाया कि विधालय में चाय बनाने वाले विधालय के विद्यार्थी न होकर शिक्षिका का रिश्तेदार व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का बच्चा था। हालांकि इसमें सवाल यह है कि बच्चों से तो रिश्तेदारी गढ़ ली, लेकिन जो भी हो बच्चों से काम करवाना कहां तक ठीक है?

                                        ( स्कूल : राउप्रावि सं1 में चाय बनाते बच्चे)


                      ( स्कूल : राउप्रावि सं. में चाय की चुस्की के साथ आराम फरमातीं शिक्षिकाएं।)


शिक्षकों को दिए नोटिस 
मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी शिक्षकों को नोटिस जारी किए गए हैं। नंबर एक स्कूल को भी नोटिस दिया गया है, जहां चाय की चुस्कियां लेते हुए बच्चों की तस्वीर प्रकाशित हुई थी। इसकी रिपोर्ट भेज दी गई है।

- कैलाश तिवाड़ी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा, बाड़मेर

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