गुरुवार, 9 जून 2016

बांसवाड़ा.भाभी से थे नाजायज संबंध तो भाई ने काट दी भाई की नाक



बांसवाड़ा.भाभी से थे नाजायज संबंध तो भाई ने काट दी भाई की नाक


महज अपनी पत्नी से भाई के अवैध संबंध के शक में एक युवक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 6 माह पहले अपने भाई की नाक काट दी और उसका सिर फोड़ दिया था। तब से उसके परिजन घायल युवक को अस्पतालों में लिए घूम रहे थे। लेकिन उसका कोई उचित उपचार न हो सका। और मंगलवार को युवक का देहांत हो गया।



जिले के सीमावर्ती मध्यप्रदेश के थांदला थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब छह माह पूर्व नाक काटने और सिर फाडऩे से घायल हुए युवक का मंगलवार शाम दम टूट गया। इसके बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जब परिजन शव को लेकर थांदला थाना पहुंचे तो पुलिस ने ग्रामीणों की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। इसके बाद वापस आए परिजनों की पाटन थाना पुलिस ने ही जीरो एफआई दर्ज की। साथ ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया।




पुलिस के अनुसार करीब छह माह पूर्व पाटन थाना क्षेत्र के मोरझरी गांव का कालू (35) पुत्र वालजी अपने चाचा के लड़के रालू पुत्र नाथू के साथ उसके रिश्तेदार के यहां मध्य प्रदेश के थांदला थाना क्षेत्र के सेमलिया गांव में गया था। वहां रालू ने दो साथियों के साथ मिलकर अपनी पत्नी से अवैध संबंधों के शक के चलते कालू के साथ जबरदस्त मारपीट की। इसमें आरोपितों ने पहले तो कालू की नाक काटी और फिर लट्ठ से सिर फाड़ दिया।




इसमें लगी गंभीर चोट के बाद कालू अचेत हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंची थांदला थाना पुलिस ने कालू को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया। वहां से परिजन घायल को दाहोद लेकर चले गए। इसके बाद बांसवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया। यहां तबीयत जब ज्यादा खराब हुई तो परिजन उसे वापस उदयपुर लेकर गए।




वहां जब तबीयत थोड़ी ठीक हुई तो परिजन करीब पन्द्रह दिन पहले ही कालू को वापस अपने घर लेकर आ गए। इसके बाद मंगलवार की शाम अचानक कालू की तबीयत खराब हुई और उसने दम तोड़ दिया।




शव लेकर भटकते रहे परिजन




पुलिस सूत्रों के अनुसार कालू की मौत के बाद परिजन सबसे पहले शव को लेकर थांदला थाना लेकर पहुंचे, जहां पुलिस ने पीडि़तों की एफआईआर दर्ज किए बगैर ही भगा दिया। इसके बाद जब परिजन पाटन थाना पहुंचे और पुलिस को पूरी बात बताई तो पाटन थाना पुलिस ने जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज की और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा। पुलिस के अनुसार कालू की मौत के बाद से रालू घर से फरार है।




इलाज में हो गए बर्बाद




ग्रामीणों के अनुसार कालू का उपचार कराते कराते परिजन आर्थिक रूप से पूरी तरह बर्बाद हो गए। हालत ये हो गई घर का खर्च भी उधारी के रुपयों से चलाना पड़ रहा है।

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