अजमेरजल स्वावलम्बन अभियान से प्रदेश में आएगी खुशहाली - प्रो. देवनानी
मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की कार्यशाला सम्पन्न
अभियान के भामाशाहों को किया सम्मानित
अजमेर 24 अप्रेल। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान राज्य में जल क्रांति की शुरूआत करेगा। गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में रहेगा। भूमिगत जल स्तर बढे़गा और प्रदेश में खुशहाली आएगी। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे की अभिनव सोच और पहल के रूप में शुरू किए गए इस अभियान से राजस्थान के गांव और ढ़ाणियां जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर होगी।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने यह बात आज जिला परिषद में आयोजित जल स्वावलम्बन कार्यशाला एवं भामाशाह अभिनन्दन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले में काफी कार्य पूर्ण हुए है। शेष बचे कार्य प्रशासन एवं ग्रामीणों द्वारा चुनौतियों के रूप में स्वीकार करने पर ही निर्धारित समय अवधि में ही पूर्ण कर लिए जाएगे। अभियान में स्वीकृत कार्यों के अतिरिक्त जल स्त्रोंतों में बरसाती पानी की आवक बढ़ाने के लिए आव को जनप्रतिनिधियों को स्थानीय स्तर पर प्रशासन के सहयोग से दुरस्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाएं प्रभावी बनने पर यह स्थानीय संसद की तरह कार्य करेगी। इसका लाभ ग्रामीणों को मिलेगा और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को गति मिलेगी। पंचायतीराज की मजबूती से ग्रामों में विकास के नये सूर्य का उदय होगा और ग्रामों का सर्वागीण विकास होगा। ग्राम्य विकास से भारत का विकास होगा। ग्रामोदय की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के कन्धों पर है।
ब्यावर विधायक श्री शंकर सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान तथा स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत अजमेर जिले में महत्वपूर्ण कार्य किए गए है। इससे जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर उभरा है। उन्होंने ब्यावर पेयजल परियोजना के कार्य की गति बढ़ाने के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए।
नसीराबाद विधायक श्री रामनारायण गुर्जर ने कहा कि धरातल पर जल स्वावलम्बन के लिए जो कार्य हुए है उनका लाभ ग्रामीणों को निश्चित तौर पर मिलेगा। आने वाले समय में अजमेर जिला जल की दृष्टि से आत्मनिर्भर हो जाएगा।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान को जिले ने एक मिशन के रूप में लिया उसी का परिणाम है कि ग्रामों में गुणवत्तापूर्ण कार्य जन सहयोग से सम्पादित हुए है। उन्होंने शौकलिया ग्राम के रतन प्रजापत जो कि एक दिहाडी मजदूर है और किसी तरह मजदूरी करके अपना परिवार चलाता है, के द्वारा पांच हजार रूपये का जल स्वावलम्बन में सहयोग करने पर प्रशंसा की। शौकलिया ग्राम अभियान के अन्तर्गत चयनित नहीं होने के बावजूद रतन प्रजापत का योगदान अतुलनीय है।
बनेंगे पांच कृषि मित्रा गांव
कार्यशाला के दौरान प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी का सम्बोधन लाइव दिखाया गया था। उनके द्वारा किए गए आव्हान के अनुसार जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने जिले में पांच कृषि मित्रा गांव विकसित करने के लिए निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि जिले में कम से कम पांच ऐसे गांव विकसित किए जाएंगे जहां जल प्रबन्धन तथा कृषि कार्य अत्याधुनिक तकनीक द्वारा किए जाते हो। इसके अन्तर्गत प्रत्येक कृषक के पास फव्वारा तथा बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति का उपयोग किया जाता हो। कृषक फार्म पोण्ड का उपयोग करे। कृषि विशेषज्ञों के सहयोग से ऐसी फसलों के द्वारा अधिक उत्पादन लिया जाए जिन्हें कम पानी की आवश्यकता होती हो।
कार्यशाला में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार ने अवगत कराया कि जिले में स्वीकृत कार्यों में से एक हजार 165 कार्य पूर्ण हो चुके है तथा एक हजार 174 कार्य प्रगतिरत है। मानसून की बारिश आने से पूर्व समस्त कार्यो को पूर्ण कर लिया जाएगा।
ये भामाशाह हुए सम्मानित
श्रीनगर पंचायत समिति में आर.ए.सी. की 11 वीं बटालियन के द्वारा एक हजार 58 मानव दिवस का सहयोग प्रदान किया । इसके लिए कमाण्डर लोकेन्द्र कुमार को प्रशस्ती पत्रा एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार हाडी रानी बटालियन के द्वारा 800 मानव दिवसों का श्रमदान किया गया। भिनाय पंचायत समिति में शंकर सिंह गौड़ और रणजीत सिंह ने 11-11 हजार की अनुमानित राशि के बराबर जे.सी.बी. का सहयोग प्रदान किया। किशनगढ़ पंचायत समिति में पाटन के गणपतलाल यादव ने 21 घण्टे, नौहारिया के सुखवीर गुर्जर ने 15 घण्टे तथा तिलोनियां के मंगलाराम जाट ने 31 घण्टे जे.सी.बी. का सहयोग प्रदान किया। जवाजा पंचायत समिति में चम्पालाल जाट ने 30 घण्टे, इमरान ने 18 घण्टे, पप्पू काठात ने 30 घण्टे, भोमसिंह न 22 घण्टे, तालू सिंह ने 15 घण्टे तथा नवाबोद्दीन ने 20 घण्टे जे.सी.बी. एवं टेªक्टर ट्रोली का योगदान दिया। मसूदा पंचायत समिति में खरवा के जितेन्द्र कुमार, पंकज कुमार तथा रमेश चन्द एवं पीपलाज के भैरूराव को जे.सी.बी. एवं टेªक्टर का सहयोग करने पर सम्मानित किया गया।
पीसांगन पंचायत समिति के लेसवा में जयराम जाट और प्रतापपुरा में बलदेव गुर्जर, रिछमालिया में बलदेव गुर्जर, नागेलाव में पूसाराम गुर्जर तथा थौरिया में सांवरलाल ने जे.सी.बी. एवं ट्रेक्टर ट्रोली का सहयोग किया। इसी प्रकार नागेलाव में शिवराज गुर्जर, नाड में मान्दू राम गुर्जर व पूसाराम गुर्जर तथा नागेलाव लक्ष्मण गुर्जर ने जे.सी.बी. उपलब्ध कराई। नागेलाव के शिवराज खटाणा, शिवराज पटेल, भटसूरी के मुकेश गुर्जर, थौरिया के लक्ष्मण गुर्जर ने ट्रेक्टर ट्राॅली एवं अन्य मशीनरी का योगदान जल स्वावलम्बन अभियान में प्रदान किया ।
केकड़ी ग्राम पंचायत के खाद्य पदार्थ व्यापार मण्डल द्वारा 21 हजार, सावर माईन्स ऐसोसिएशन द्वारा 70 हजार तथा तहसील स्टाॅफ द्वारा 50 हजार का नगद सहयोग प्राप्त हुआ। सरवाड़ पंचायत समिति के मनोहरपुरा के गंगवाल स्टोन कैशर, भगवती स्टोन कैशर तथा मातेश्वरी स्टोन कैशर ने 21-21 हजार, श्री मिश्रीलाल दुबे शिक्षण संस्थान अजगरी ने 11 हजार, प्रियंका ग्रेनाईट चांदमा ने 31 हजार, जोताया के चन्द्रवीर सिंह ने 25 हजार, सराना के गिरधर गोपाल जाट ने 25 हजार, बिडला की निकिता माहेश्वरी ने 70 हजार, ताजपुरा के हगामी लाल चैधरी ने 25 हजार तथा शोकलिया के रतन पुत्रा रामा प्रजापत ने 5 हजार रूपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया। अंराई के दस्तक संस्थान द्वारा जल स्वावलम्बन अभियान में 70 हजार रूपये का योगदान मिला।
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