बाड़मेर। आईपीपी द्वितीय में बाड़मेर शामिल होंगे, मनरेगा में होगे कई काम
बाड़मेर। मिशन अंत्योदय योजना के तहत प्रदेश केे बाड़मेर समेत 22 जिलों में शीघ्र फ्रेम वर्क तैयार होगा। इससे 2795 ग्राम पंचायतों को लाभ मिलेगा। राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने आई पीपीई-द्वितीय के तहत चयनित जिलों के मनरेगा समन्वयकों से निर्धारित प्रपत्र में सूचना मांगी
परियोजना निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव, ईजीएस ने विभाग की ओर से जारी परिपत्र में मिशन अंत्योदय (आई पीपीई द्वितीय कन्वर्जेंस प्लानिंग) के तहत वर्ष 2016-17 के लिए फ्रेम वर्क तैयार करने के निर्देश दिए गए है। इसमें बताया है कि चयनित जिलों की 2795 ग्राम पंचायतों में सर्वे कार्य पूर्ण कर ग्राम, पंचायत समिति जिला स्तर से कार्य योजना तैयार की जानी है ताकि जिला स्तर से प्राप्त कार्य योजनाओं को राज्य स्तर पर संकलित कर राज्य ग्रामीण विकास योजना तैयार की जा सके। जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार श्रम बजट वर्ष 2016-17, कार्यों का विवरण एवं कौशल विकास योजना से संबंधित सूचना निर्धारित प्रपत्रों में मंगवाई गई है। साथ ही संबंधित सूचना का एमआईएस पर इंद्राज कराया जा रहा है। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि आईईपी-द्वितीय के तहत बाड़मेर जिले की पांच पंचायत समितियांे बाड़मेर, चैहटन, धोरीमन्ना, बायतू एवं शिव का चयन किया गया है। इन पंचायत समितियांे की 158 ग्राम पंचायतांे मंे आगामी एक अप्रैल से आईआईपी द्वितीय के तहत कार्य प्रारंभ होंगे।
क्या-क्या हो सकेंगे कार्यः फ्रेम वर्क तैयार करने में मनरेगा प्लान अंतर्गत प्रमुख रूप से वाटर कंजर्वेशन, वाटरशेड मैनेजमेंट, इरिगेशन, ट्रेडिशनल वाटर बॉडीज, इंफार्मेशन, लैंड डवलपमेंट, कंस्ट्रक्शन ऑफ हाऊस, प्रोमोशन लिप स्टॉक, फिशरीज, एग्रीकल्चर प्रोडक्टिविटी, सेल्फ हेल्प ग्रुप के कॉमन वर्क शेड, लाइवलीहुड एक्टिविटीज, रूरल सेनिटेशन, रोड कनेक्टिविटी, स्ट्रीट, प्ले फीड, डाइजेस्टर प्रिपरेशन, बिल्डिंग, फूड ग्रेन स्टोरेज स्ट्रक्चर, मेंटिनेंस, फार्म पौंड, डग बैल, वर्मी, बायो कंपोस्ट, पिट और एआईसीडीएस स्टेट स्किलिंग प्लान फॉर प्रोजेक्ट लाइफ संबंधी कार्यों को शामिल किया जाएगा।
बाड़मेर समेत 22 जिले शामिलः आईपीपीई-द्वितीय के अंतर्गत चयनित जिलों में बाड़मेर जिले के अलावा डूंगरपुर, बांसवाड़ा, टोंक, झालावाड़, अजमेर, उदयपुर, कोटा, चूरू, जालौर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, बारां, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, करौली, सिरोही चित्तौड़ गढ़ शामिल हैं।
बाड़मेर। मिशन अंत्योदय योजना के तहत प्रदेश केे बाड़मेर समेत 22 जिलों में शीघ्र फ्रेम वर्क तैयार होगा। इससे 2795 ग्राम पंचायतों को लाभ मिलेगा। राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने आई पीपीई-द्वितीय के तहत चयनित जिलों के मनरेगा समन्वयकों से निर्धारित प्रपत्र में सूचना मांगी
परियोजना निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव, ईजीएस ने विभाग की ओर से जारी परिपत्र में मिशन अंत्योदय (आई पीपीई द्वितीय कन्वर्जेंस प्लानिंग) के तहत वर्ष 2016-17 के लिए फ्रेम वर्क तैयार करने के निर्देश दिए गए है। इसमें बताया है कि चयनित जिलों की 2795 ग्राम पंचायतों में सर्वे कार्य पूर्ण कर ग्राम, पंचायत समिति जिला स्तर से कार्य योजना तैयार की जानी है ताकि जिला स्तर से प्राप्त कार्य योजनाओं को राज्य स्तर पर संकलित कर राज्य ग्रामीण विकास योजना तैयार की जा सके। जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार श्रम बजट वर्ष 2016-17, कार्यों का विवरण एवं कौशल विकास योजना से संबंधित सूचना निर्धारित प्रपत्रों में मंगवाई गई है। साथ ही संबंधित सूचना का एमआईएस पर इंद्राज कराया जा रहा है। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि आईईपी-द्वितीय के तहत बाड़मेर जिले की पांच पंचायत समितियांे बाड़मेर, चैहटन, धोरीमन्ना, बायतू एवं शिव का चयन किया गया है। इन पंचायत समितियांे की 158 ग्राम पंचायतांे मंे आगामी एक अप्रैल से आईआईपी द्वितीय के तहत कार्य प्रारंभ होंगे।
क्या-क्या हो सकेंगे कार्यः फ्रेम वर्क तैयार करने में मनरेगा प्लान अंतर्गत प्रमुख रूप से वाटर कंजर्वेशन, वाटरशेड मैनेजमेंट, इरिगेशन, ट्रेडिशनल वाटर बॉडीज, इंफार्मेशन, लैंड डवलपमेंट, कंस्ट्रक्शन ऑफ हाऊस, प्रोमोशन लिप स्टॉक, फिशरीज, एग्रीकल्चर प्रोडक्टिविटी, सेल्फ हेल्प ग्रुप के कॉमन वर्क शेड, लाइवलीहुड एक्टिविटीज, रूरल सेनिटेशन, रोड कनेक्टिविटी, स्ट्रीट, प्ले फीड, डाइजेस्टर प्रिपरेशन, बिल्डिंग, फूड ग्रेन स्टोरेज स्ट्रक्चर, मेंटिनेंस, फार्म पौंड, डग बैल, वर्मी, बायो कंपोस्ट, पिट और एआईसीडीएस स्टेट स्किलिंग प्लान फॉर प्रोजेक्ट लाइफ संबंधी कार्यों को शामिल किया जाएगा।
बाड़मेर समेत 22 जिले शामिलः आईपीपीई-द्वितीय के अंतर्गत चयनित जिलों में बाड़मेर जिले के अलावा डूंगरपुर, बांसवाड़ा, टोंक, झालावाड़, अजमेर, उदयपुर, कोटा, चूरू, जालौर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, बारां, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, करौली, सिरोही चित्तौड़ गढ़ शामिल हैं।
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