गुरुवार, 17 मार्च 2016

जैसलमेर, राज्यपाल ने सम के धोरों को प्रकृति की अनुपम कृति बताया






जैसलमेर, राज्यपाल ने सम के धोरों को प्रकृति की अनुपम कृति बताया
जैसलमेर, 17 मार्च। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने गुरुवार को जैसलमेर में सम के धोरों को निहारा और इन्हें प्रकृति की अनुपम कृति बताया।

राज्यपाल सम के धोरों पर सूर्यास्त के समय पहंुचे और लगभग आधा घंटे तक वहां बैठकर धोरों को निहारते रहे। उन्होंने कहा मुझे राजस्थान का जैसलमेर इलाका देखने की अरसे से ख्वाहिश थी और आज यहाॅं आकर अपार खुशी भी हुई है। राज्यपाल ने कहा कि धोरों पर रहने वालों का जीवन कठिन है लेकिन यहां के लोग बहुत खुश हैं। यहां पहंुचने के बाद उन्होंने जैसलमेर के इतिहास, पर्यटन, आजीविका, रीति रिवाजों और स्थानीय त्यौहारों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय लोगों से पर्यटन के साथ ही पत्थर व्यवसाय और आजीविका के अन्य साधनों की भी जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल ने सम में स्थानीय लोगों के साथ ही देशी विदेशी पर्यटकों से भी मुलाकात की।

राज्यपाल ने लोक कलाकारों की सराहना कीः- सम के धोरों में समय बिताने के बाद राज्यपाल ने स्थानीय लोक कलाकारों की लोक गीत और लोक संगीत कला का आनंद लिया और इसकी सराहना की। राजस्थान के सुप्रसिद्ध लोक गीत “केसरिया बालम...“ से लोक कलाकारों ने राज्यपाल का स्वागत किया। लोक कलाकारों ने इस अवसर पर लोक संगीत की विभिन्न आकर्षक प्रस्तुतियां दी।

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