जयपुर से भागे बदमाशों की नागौर में मुठभेड़, एक अन्य जवान गंभीर
आनंदपाल और उसके गुर्गों पर हमला करने आए राजू ठेहट गैंग के बदमाश
शार्प शूटरों ने पुलिस पर एके-47 से बरसाई गोलियां, एक जवान की मौत
{जयपुर में एक शूटर पकड़ा गया, चार फाॅरच्यूनर में फरार हुए
{भागते समय नागौर में दो युवकों को कुचला, देर रात कार छोड़ खेतों में भागे, पुलिस तलाश में जुटी रही क्राइम रिपोर्टर | नागौर /जयपुर
आनंदपाल और उसके गुर्गों पर हमला करने आए राजू ठेहट गैंग के बदमाश
शार्प शूटरों ने पुलिस पर एके-47 से बरसाई गोलियां, एक जवान की मौत
{जयपुर में एक शूटर पकड़ा गया, चार फाॅरच्यूनर में फरार हुए
{भागते समय नागौर में दो युवकों को कुचला, देर रात कार छोड़ खेतों में भागे, पुलिस तलाश में जुटी रही क्राइम रिपोर्टर | नागौर /जयपुर
कुख्यातबदमाश आनंदपाल उसके गुर्गों पर हमला करने की फिराक में जयपुर पहुंचे राजू ठेहट गैंग के 5 शार्प शूटरों में से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके चार साथी फरार हो गए। बाद में ये शार्प शूटर नागौर की सीमा में घुस गए, जहां नाकाबंदी कर रही पुलिस से उनकी मुठभेड़ हो गई। फलौदी मार्ग पर पीछा कर रही पुलिस पर बदमाशों ने एके 47 से गोलियां बरसाईं। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों हरेंद्र चौधरी खुमाराम को पैर चेहरे पर गोलियां लगीं। वे गंभीर घायल हो गए। देर रात खुमाराम ने दम तोड़ दिया। भागते समय शूटरों ने अपनी फाॅरच्यूनर कार से खड़काली के पास दो युवकों को भी कुचलकर घायल कर दिया। उनकी कार भी खराब हो गई। इसके बाद वे पैदल ही खेतों में भाग गए।
पुलिस रातभर तलाश में जुटी थी। पुलिस के अनुसार जयपुर में गिरफ्तार किया गया शार्प शूटर श्रीमाधोपुर निवासी शंकर है। एसओजी ने उसे मानसरोवर थड़ी मार्केट से पकड़ा, जबकि उसके चार साथी चकमा देकर भागने में कामयाब हो गए। बताया जा रहा है कि इनमें आगरा यूपी निवासी शार्प शूटर गोल्डी, हरियाणा निवासी रोहित फौजी और ग्वालियर मध्यप्रदेश निवासी हरेन्द्र यादव के अलावा एक अन्य शार्प शूटर है।
येचारों फॉरच्यूनर कार लेकर जयपुर से सीकर, नागौर बीकानेर जिले की सीमाओं में कच्चे रास्तों से होते हुए नागौर-बीकानेर हाईवे पर पहुंचे। यहां इन्होंने श्रीबालाजी पुलिस की नाकाबंदी तोड़कर कार को नागौर फलौदी रोड पर दौड़ा दिया।
गुढ़ा भगवानदास गांव के पास बदमाशों की कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। इसमें नागौर के दानाराम एक अन्य घायल हो गए। टक्कर लगने से बदमाशों की कार भी खराब हो गई। पुलिस को नजदीक आता देख बदमाश अपनी कार छोड़कर खेतों में भागे। पीछा कर रही पुलिस पर वे एके 47 से फायरिंग करते रहे। इसमें नागौर पुलिस के जवान हरेंद्र चौधरी खुमाराम घायल हो गए। हरेंद्र के दोनों पैरों में गोलियां लगी जबकि खुमाराम के पैरों और चेहरे पर गोलियां लगी। खुमाराम ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। नागौर, जोधपुर बीकानेर पुलिस रात करीब 12 बजे तक बदमाशों को पकड़ने में जुटी थी।
एकसाल में दूसरी बार पुलिस से मुठभेड़ नागौरजिले में फिर से खूनी संघर्ष हुआ है। एक साल बाद फिर पुलिस ही निशाने पर रही। इससे पहले 14 नवंबर 2014 में कुचामन में आनंदपाल गैंग के शूटर विजेंद्र सिंह चारण ने नागौर पुलिस के हैड कांस्टेबल फैज मोहम्मद की फायरिंग कर हत्या कर दी थी।
बड़ा सवाल : आनंदपाल जयपुर में छिपा है या नागौर में
गिरफ्तारशंकर वही आरोपी है जिसने बीकानेर जेल में आनंदपाल को मारने पहुंचे बदमाशों को हथियार पहुंचाए थे। शंकर आठ साल से राजू ठेहट की गैंग से जुड़ा है। हत्या, लूट जैसे मामलों में वह पिछले दस साल से फरार था। चारों शार्प शूटर आनंदपाल और उसके सदस्यों पर हमला करने की फिराक में आए। वे जयपुर पहुंचे। पुलिस की कार्रवाई के दौरान सीधे नागौर की ओर भागे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन दोनों जगहों में से ही कहीं आनंदपाल भी छिपा हो।
कार में मिले आधा दर्जन हथियार
बदमाशजो कार छोड़कर फरार हुए, उसमें आधा दर्जन हथियार, कारतूस, बारूद, बादाम, मिर्च, कपड़े बरामद हुए हैं। हथियारों में कई सेमी ऑटोमैटिक हथियार होने की प्राथमिक बात सामने आई है।
नागौर | सुखवासीगांव के पास मुठभेड़ के दौरान बिखरा पुलिसकर्मियों का खून। (इनसेट) घायल पुलिसकर्मी।
येचारों फॉरच्यूनर कार लेकर जयपुर से सीकर, नागौर बीकानेर जिले की सीमाओं में कच्चे रास्तों से होते हुए नागौर-बीकानेर हाईवे पर पहुंचे। यहां इन्होंने श्रीबालाजी पुलिस की नाकाबंदी तोड़कर कार को नागौर फलौदी रोड पर दौड़ा दिया।
गुढ़ा भगवानदास गांव के पास बदमाशों की कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। इसमें नागौर के दानाराम एक अन्य घायल हो गए। टक्कर लगने से बदमाशों की कार भी खराब हो गई। पुलिस को नजदीक आता देख बदमाश अपनी कार छोड़कर खेतों में भागे। पीछा कर रही पुलिस पर वे एके 47 से फायरिंग करते रहे। इसमें नागौर पुलिस के जवान हरेंद्र चौधरी खुमाराम घायल हो गए। हरेंद्र के दोनों पैरों में गोलियां लगी जबकि खुमाराम के पैरों और चेहरे पर गोलियां लगी। खुमाराम ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। नागौर, जोधपुर बीकानेर पुलिस रात करीब 12 बजे तक बदमाशों को पकड़ने में जुटी थी।
एकसाल में दूसरी बार पुलिस से मुठभेड़ नागौरजिले में फिर से खूनी संघर्ष हुआ है। एक साल बाद फिर पुलिस ही निशाने पर रही। इससे पहले 14 नवंबर 2014 में कुचामन में आनंदपाल गैंग के शूटर विजेंद्र सिंह चारण ने नागौर पुलिस के हैड कांस्टेबल फैज मोहम्मद की फायरिंग कर हत्या कर दी थी।
बड़ा सवाल : आनंदपाल जयपुर में छिपा है या नागौर में
गिरफ्तारशंकर वही आरोपी है जिसने बीकानेर जेल में आनंदपाल को मारने पहुंचे बदमाशों को हथियार पहुंचाए थे। शंकर आठ साल से राजू ठेहट की गैंग से जुड़ा है। हत्या, लूट जैसे मामलों में वह पिछले दस साल से फरार था। चारों शार्प शूटर आनंदपाल और उसके सदस्यों पर हमला करने की फिराक में आए। वे जयपुर पहुंचे। पुलिस की कार्रवाई के दौरान सीधे नागौर की ओर भागे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन दोनों जगहों में से ही कहीं आनंदपाल भी छिपा हो।
कार में मिले आधा दर्जन हथियार
बदमाशजो कार छोड़कर फरार हुए, उसमें आधा दर्जन हथियार, कारतूस, बारूद, बादाम, मिर्च, कपड़े बरामद हुए हैं। हथियारों में कई सेमी ऑटोमैटिक हथियार होने की प्राथमिक बात सामने आई है।
नागौर | सुखवासीगांव के पास मुठभेड़ के दौरान बिखरा पुलिसकर्मियों का खून। (इनसेट) घायल पुलिसकर्मी।
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