जालोर 12 मार्च -अधिकारी मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की गंभीरता को समझें -डूडी
जालोर 12 मार्च - कार्यवाहक जिला कलेक्टर आशाराम डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान से जुडे सभी अधिकारी अभियान की गंभीरता को समझते हुए उसके अनुरूप कार्य किया जाना सुनिश्चित करें अन्यथा कोत्ताही बरतने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
कार्यवाहक जिला कलेक्टर शनिवार को स्थानीय कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की समीक्षा बैठक में अभियान से जुडे अधिकारियों एवं कनिष्ठ अभियन्ताओं को निर्देशित कर रहे थें। बैठक में उन्होनें मुख्य मंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान से जुडे सभी विभागों के कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन कार्यो को 31 मार्च तक पूर्ण किया जाना है उसकी शत प्रतिशत सुनिश्चितता कर लेवें तथा उसके अनुरूप कार्य योजना बनाकर कार्य करें । उन्होनें बैठक में जन सहयोग से प्रारभ्भ किए जानेवाले 14 कार्यो में से मात्रा 4 कार्यो के ही प्रारभ्भ होने पर अंसतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सम्बन्धित अधिकारी शीघ्र ही इन कार्यो को प्रारभ्भ करें अन्यथा उनके विरूद्व कार्यवाही की जायेगी। उन्होनें बैठक में सिंचाई, कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नोडल अधिकारी रामचन्द्र चैटरानी को निर्देश दिए कि वे उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी करें। उन्होनें कहा कि जिन जिन ग्रामों में एमजेएस के तहत कार्य करवायें जाने है उन क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों से भी सतत् सम्पर्क बनाये रखते हुए उनकी सहभागिता सुनिश्चित करें तथा बैठक मेें पूर्ण तैयारी के साथ आए।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत प्रथम वर्ष में जिले में चयनित कार्यो को मानसून के पूर्व 30 जून तक पूर्ण करना है ताकि मानसून के दौरान इनकी अधिकाधिक उपयोगिता सिद्व हो सकें। उन्होनें कहा कि जिन जिन कार्यो को अन्य विभागों के द्वारा किया जाना है उसकी प्रशासनिक ,तकनीकी एवं वित्तीय स्वीकृतियाॅ जारी की जानी है इसलिए सम्बन्धित अधिकारी एक-एक कार्य की पूर्ण गहनता करते हुए आवश्यक कार्य करें तथा इसकी सूचना निर्धारित समय पर अपने उच्च अधिकारियों को भिजवायें।
आईडब्ल्यूएमपी के अधीक्षण अभियन्ता रामचन्द्र चैटरानी ने बैठक में समीक्षा के दौरान कहा कि जन सहयोग प्रारभ्भ किए जाने वाले कार्यो के अतिरिक्त विभिन्न विभागों यथा पंचायती राज, सिंचाई, कृषि, वन एवं भू संरक्षण आदि विभागों के माध्यम से किए जाने वाले कार्यो की विस्तार से जानकारी दी तथा अधिकारियों से कहा कि वे निर्धारित प्रपत्रा में इसकी सूचनाएॅं भिजवायें। बैठक में 18 मार्च को झालावाड में आयोजित होने वाली कार्यशाला के सम्बन्ध में चर्चा की गई।
बैठक में जिला परिषद के एमजी नरेगा के अधीक्षण अभियन्ता हरीकृष्ण एवं आईडब्ल्यूएमपी की अंकिता जोशी व विनीता शर्मा ने भी आवश्यक जानकारी दी। बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी एवं अभियन्ता उपस्थित थें।
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