बुधवार, 10 फ़रवरी 2016

विश्वास में फंसा कर मालिक से किया गंदा काम

विश्वास में फंसा कर मालिक से किया गंदा काम


अजमेर.। लक्ष्मी चौक क्षेत्र में ज्वैलर्स के यहां से साढ़े तीन लाख रुपए के जेवर लेकर चम्पत हुए कारीगर ने पहले विश्वास जमाया फिर तोड़ा। जबकि पूर्व में भी आरोपित लाखों रुपए के सोने से गहने बना चुके थे। उनके इस विश्वास पर ज्वैलर्स ने घर पर माल तैयार करने के लिए सोना छोड़ दिया।

दरगाह थाना पुलिस की जांच में सामने आया कि साढ़े तीन लाख रुपए का सोना लेकर चम्पत हुए तीनों कारीगर अपने गांव पश्चिम बंगाल पहुंच चुके हैं।

ज्वैलर्स राजेन्द्र सोनी ने बताया कि 8 माह पूर्व पश्चिम बंगाल कोलकता निवासी कारीगर अशरफ की जमानत पर उसने हाबू, शाहिदुल और शमीन को नौकरी पर रखा। तीनों कई मर्तबा तीन लाख रुपए से ज्यादा कीमत के सोने की घड़ाई कर चुके हैं। इससे उन पर उसका विश्वास जम चुका था।

पुलिस के बताए अनुसार सोनी ने अशरफ से बात की तो पता चला कि हाबू, शाहिदुल और शमीन पश्चिम बंगाल हावड़ा अपने घर पहुंच चुके हैं। तीनों से अशरफ की भी बात होना सामने आया। दरगाह थाना पुलिस की एक टीम अब राजेन्द्र सोनी के साथ हावड़ा जाएगी।

फोन पर दी धमकी

अशरफ ने जब राजेन्द्र सोनी की तीनों कारीगर से मोबाइल पर बात कराई तो उन्होंने उसे धमकाया। उन्होंने कहा कि वह उनके गांव आने की गलती कभी ना करे अन्यथा अंजाम बुरा होगा। अब सोनी के साथ दरगाह थाना पुलिस प.बंगाल हावड़ा जाएगी।

बंगाली ज्वैलरी की है मांग

राजेन्द्र सोनी ने बताया कि सोने की गढ़ाई में बंगाली कारीगर ज्यादा काम करते हैं। ऐसे में उनका व्यवसाय विश्वास पर चलता है। अजमेर सहित जयपुर, सूरत में भी बंगाली कारीगर काम करते हैं। उसने अशरफ की जमानत पर तीनों को नौकरी पर रखा। अशरफ ढाई साल तक उसके यहां ज्वैलरी निर्माण का काम कर चुका था।

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