प्रतापगढ़।एक करोड़ रुपए की हेरोइन तस्करी का मामला: छद्म नाम से रह रहा था जयपुर में
केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम के हत्थे चढ़ा आरोपित राजकुमार शर्मा फर्जी नाम से जयुपर में रह रहा था। ब्यूरो के अधीक्षक निरंजन गुरु ने आरोपित को 21 जनवरी को बसाड़ के पास मंदसौर रोड पर बाइक पर एक किलो हेराइन के साथ पकड़ा था।
ब्यूरो ने न्यायालय से 25 जनवरी तक रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान विभाग ने जयपुर में जांच की। इसमें पाया कि वह फर्जी रूप से रह रहा था। कड़ाई से पूछताछ में उसने अपनी पहचान मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले बालागंज निवासी पंकज उर्फ पिंकी भार्गव बताई। नारकोटिक्स विभाग की टीम रविवार को उसके घर गई। जहां पंकज के रूप में पुष्टि हुई।
15 किलो हेरोइन के साथ 1998 में पकड़ा था
जांच में सामने आया कि आरोपित पंकज को नारकोटिक्स विभाग की नीमच टीम ने 1998 में 15 किलो हेराइन के साथ पकड़ा था। इसके बाद वह फरार हो गया था। इसके साथ ही वह मंदसौर में गोपाल मोड़ा हत्याकांड में भी वह फरार चल रहा था।
केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम के हत्थे चढ़ा आरोपित राजकुमार शर्मा फर्जी नाम से जयुपर में रह रहा था। ब्यूरो के अधीक्षक निरंजन गुरु ने आरोपित को 21 जनवरी को बसाड़ के पास मंदसौर रोड पर बाइक पर एक किलो हेराइन के साथ पकड़ा था।
ब्यूरो ने न्यायालय से 25 जनवरी तक रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान विभाग ने जयपुर में जांच की। इसमें पाया कि वह फर्जी रूप से रह रहा था। कड़ाई से पूछताछ में उसने अपनी पहचान मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले बालागंज निवासी पंकज उर्फ पिंकी भार्गव बताई। नारकोटिक्स विभाग की टीम रविवार को उसके घर गई। जहां पंकज के रूप में पुष्टि हुई।
15 किलो हेरोइन के साथ 1998 में पकड़ा था
जांच में सामने आया कि आरोपित पंकज को नारकोटिक्स विभाग की नीमच टीम ने 1998 में 15 किलो हेराइन के साथ पकड़ा था। इसके बाद वह फरार हो गया था। इसके साथ ही वह मंदसौर में गोपाल मोड़ा हत्याकांड में भी वह फरार चल रहा था।
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