जालोर 6 जनवरी - जालोर पंचायत समिति सभा भवन में 7 जनवरी गुरूवार को प्रातः 11.30 बजे उपखण्ड स्तरीय सम्पर्क राजस्थान समाधान शिविर का आयोजन किया जायेगा।
जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज ने बताया कि राज्य सरकार व जिला कलक्टर के निर्देशानुसार 7 जनवरी को प्रातः 11.30 बजे उपखण्ड स्तरीय सम्पर्क राजस्थान समाधान शिविर जालोर पंचायत समिति सभा भवन में आयोजित किया जायेगा जिसमें जालोर विधायक व सभी ब्लाॅक लेवल अधिकारी, भू.अ.नि., पटवारी व ग्रामसेवक आदि उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने ब्लाॅक लेवल अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे अपने-अपने विभाग के सम्पर्क राजस्थान के प्रकरणों के आॅनलाईन डिस्पोज सम्बन्घित सूचना लेकर शिविर में उपस्थित रहना सुनिश्चित करें।
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महात्मा गांधी नरेगा योजना में खेतों के समतलीकरण का कार्य करवाया जायेगा
जालोर 6 जनवरी -जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बाढ से क्षतिग्रस्त खेतों के समतलीकरण के कार्य करवाये जा सकेंगे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में दुर्बल वर्गो के लिए 3 लाख तक के व्यक्तिगत कार्य करवाये जाते हैं। इन दुर्बल वर्गो की श्रेणी में प्राथमिकता के अनुसार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गरीबी रेखा से नीचे वाले (बीपीएल परिवार), महिला प्रधान वाले परिवार, शारीरिक रूप से विकलांग प्रधान वाले परिवार, इन्दिरा आवास योजना के अधीन फायदाग्रही, लघु किसान, सीमान किसान सम्मिलित हैं। एमजीनरेगा योजनान्तर्गत इन पात्रा व्यक्तियों के खेतों मंे भूमि सुधार, सिंचाई व्यवस्था में सुधार सम्बन्धी डिग्गी, टांका, खेत तलाई, धोरापाली कार्य, वृक्षारोपण एंव बागवानी जैसे कार्य करवाये जाते हैं।
उन्होंने बताया कि पात्रा परिवार बाढ से क्षतिग्रस्त हुए खेतों के समतलीकरण आदि के कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजना में करवा सकते हैं।
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परीक्षा के लिए 10 सतर्कता दलों का गठन
जालोर 6 जनवरी - जिले में 9 व 10 जनवरी को आयोजित होने वाली वनपाल व वनरक्षक परीक्षा के लिए 10 सतर्कता दलों का गठन किया गया हैं।
उप वन संरक्षक एल.एल.परमार ने बताया कि जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन में वनपाल व वनरक्षक परीक्षा में नकल के अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए 10 सतर्कता दल गठित किये गये हैं। सतर्कता दलों में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस सेवा व शिक्षा सेवा के अधिकारियों को नियुक्त किया गया हैं। सतर्कता दल परीक्षार्थियों की गहन जांच पडताल कर अनुचित साधनों के प्रयोग में पाये जाने पर सम्बन्धित परीक्षार्थी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करेंगे। इसी प्रकार जालोर के लिए 3, आहोर के लिए 1, बागरा के लिए 1, बिशनगढ के लिए 1 व सांकरणा के लिए 1 उडनदस्तों का भी गठन किया गया हैं। जिले में पूर्व में नकल प्रकरणों में गिरफ्तार हुए व्यक्तियों एवं सक्रिय गिरोह पर गुप्त रूप से विशेष नजर रखी जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि परीक्षा से सम्बन्धित जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में 7 जनवरी को दोपहर 2 बजे सभी केन्द्राधीक्षकों व अतिरिक्त केन्द्राधीक्षकों की बैठक जिला परिषद सभाकक्ष में आयोजित की जायेगी।
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उद्यानिकी फसलों के बारे में दिशा-निर्देश जारी
जालोर 6 जनवरी - उद्यान विभाग द्वारा जनवरी माह में किये जाने वाले उद्यानिकी फसर्लों के बारे में दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
उद्यान विभाग के सहायक निदेशक एल.एन.यादव ने बताया कि जनवरी माह में किये जाने वाले उद्यानिकी कार्यो में जीरे की फसल के लिए 15-25 दिन के अन्तराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। फसल 30-35 दिन की अवस्था में पौधों से पौधों की दूरी 5 सेमी रखते हुए निराई-गुडाई करें। दूसरी निराई गुडाई फसल की 55-60 दिन की अवस्था में करें। व्याधियों के नियन्त्राण के लिए बुवाई के 30 दिन बाद 0.2 प्रतिशत मैन्कोजेब का छिडकाव करें। बुवाई के 30 दिन बाद 15 किग्रा नत्राजन प्रति हैक्टर की दर से सिंचाई साथ देवंे तथा झुलसा रोग नियन्त्राण के लिए 2 ग्राम टाॅप्सिन एम या मैन्कोजेब या थायसम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 10-15 दिन बाद पुनः दोहरावें।
इसी प्रकार इसबगोल में फसल में बुवाई के 65 दिन बाद तीसरी सिंचाई करें। यदि फव्वारा सिंचाई विधि अपनायी जा रही हो तो 40 एवं 55 दिन बाद तृतीय एवं चतुर्थ सिंचाई करें। बुवाई के 40-50 दिन बाद फसल की निराई गुडाई करें तुलासित रोग का प्रकोप होने पर 0.2 प्रतिशत मैन्कोजेब का छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 15 दिन बाद पुनः छिडकाव करें। मेथी की फसल में 15-20 के अन्तराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। तापमान उतार-चढाव के फलस्व्रूप यदि मोयला का प्रकोप होता हैं तो मोनोक्रोटोफाॅस या डाईमिथोएट एक मिलीलीटर प्रतिलीटर पानी की दर से छिडकाव करें। छाछ्या रोग होने की स्थिति में कैराथेन एल.सी. एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी का घोल बनाकर छिडकाव करें।
उन्होंने बताया कि टमाटर की फसल में 8-10 दिन के अन्तराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। सफेल मक्खी एवं अन्य रस चूसक कीटो के नियन्त्राण के लिए मोनोक्रोटोफास 36 एसएल या डाईमिथोएट 30 ईसी एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से छिडकाव करें। फूल आने पर मेलाथियान 50 ईसी एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 15-20 दिन पुनः छिडकाव करें। झुलसा रोड का प्रकोप होने पर मैन्कोजेब 0.2 प्रतिशत या काॅपर आक्सीक्लोराईड 0.3 प्रतिशत घोल का छिडका करें। पर्णकुंचन एवं मोजेक का प्रकोप होने पर सफेद मक्खी नियंत्राण उपायांे को अपनावें यदि फसल फूलों की अवस्था में हो तो मैलाथियान 50 ईसी एक मिलीलीटर प्रति लीटर की दर से छिडकाव करें। इसी प्रकार आलू की फसल में 7-10 दिन के अन्तराल पर सिंचाई करें। झुलसा रोग का प्रकोप होने पर डाईफोल्टान या मैन्कोजेब 0.2 प्रतिशत का छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 10-12 दिन बाद पुनः दोंहरावे। इसी प्रकार कुष्मांड कुल की सब्जियां की प्लास्टिक टनल विधि से अगेती बुवाई करें ताकि अच्छी आय प्राप्त हो सकें। खीरा, ककडी, तुरई आदि की प्लास्टिक टनल से अगेती बुवाई करें। बुवाई से पूर्व 20-25 किग्रा टन सडी गोबर की खाद, 30 किग्राम नत्राजन, 40-40 किग्रा फास्फोरस एवं पोटाश प्रति हैक्टर की दर से प्रयोग में लेवे।
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विशेष अभियान के तहत होगा डीपीसी का कार्य
जालोर 6 जनवरी - शिक्षा विभाग द्वारा विशेष अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2016-17 की डीपीसी, वरिष्ठता सूचियों का अद्यतन एवं नामांकन तथा योग्यता अभिवृद्धि का कार्य किया जायेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) जयनारायण द्विवेदी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर के निर्देशानुसार 1 से 15 जनवरी तक विशेष अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2016-17 की डीपीसी, वरिष्ठता सूचियों का अद्यतन एवं नामांकन तथा योग्यता अभिवृद्धि का कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान में सत्रा 2011-12 में डीपीसी या सीधी भर्ती से नियुक्त वरिष्ठ अध्यापक सम्बन्धित संस्था प्रधान के माध्यम से अपने दस्तावेज जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि 15 जनवरी के पश्चात् यदि किसी कार्मिक द्वारा नामांकन, योग्यता अभिवृद्धि एवं संशोधन के लिए आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे।
जालोर 6 जनवरी -जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बाढ से क्षतिग्रस्त खेतों के समतलीकरण के कार्य करवाये जा सकेंगे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में दुर्बल वर्गो के लिए 3 लाख तक के व्यक्तिगत कार्य करवाये जाते हैं। इन दुर्बल वर्गो की श्रेणी में प्राथमिकता के अनुसार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गरीबी रेखा से नीचे वाले (बीपीएल परिवार), महिला प्रधान वाले परिवार, शारीरिक रूप से विकलांग प्रधान वाले परिवार, इन्दिरा आवास योजना के अधीन फायदाग्रही, लघु किसान, सीमान किसान सम्मिलित हैं। एमजीनरेगा योजनान्तर्गत इन पात्रा व्यक्तियों के खेतों मंे भूमि सुधार, सिंचाई व्यवस्था में सुधार सम्बन्धी डिग्गी, टांका, खेत तलाई, धोरापाली कार्य, वृक्षारोपण एंव बागवानी जैसे कार्य करवाये जाते हैं।
उन्होंने बताया कि पात्रा परिवार बाढ से क्षतिग्रस्त हुए खेतों के समतलीकरण आदि के कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजना में करवा सकते हैं।
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परीक्षा के लिए 10 सतर्कता दलों का गठन
जालोर 6 जनवरी - जिले में 9 व 10 जनवरी को आयोजित होने वाली वनपाल व वनरक्षक परीक्षा के लिए 10 सतर्कता दलों का गठन किया गया हैं।
उप वन संरक्षक एल.एल.परमार ने बताया कि जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन में वनपाल व वनरक्षक परीक्षा में नकल के अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए 10 सतर्कता दल गठित किये गये हैं। सतर्कता दलों में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस सेवा व शिक्षा सेवा के अधिकारियों को नियुक्त किया गया हैं। सतर्कता दल परीक्षार्थियों की गहन जांच पडताल कर अनुचित साधनों के प्रयोग में पाये जाने पर सम्बन्धित परीक्षार्थी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करेंगे। इसी प्रकार जालोर के लिए 3, आहोर के लिए 1, बागरा के लिए 1, बिशनगढ के लिए 1 व सांकरणा के लिए 1 उडनदस्तों का भी गठन किया गया हैं। जिले में पूर्व में नकल प्रकरणों में गिरफ्तार हुए व्यक्तियों एवं सक्रिय गिरोह पर गुप्त रूप से विशेष नजर रखी जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि परीक्षा से सम्बन्धित जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में 7 जनवरी को दोपहर 2 बजे सभी केन्द्राधीक्षकों व अतिरिक्त केन्द्राधीक्षकों की बैठक जिला परिषद सभाकक्ष में आयोजित की जायेगी।
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उद्यानिकी फसलों के बारे में दिशा-निर्देश जारी
जालोर 6 जनवरी - उद्यान विभाग द्वारा जनवरी माह में किये जाने वाले उद्यानिकी फसर्लों के बारे में दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
उद्यान विभाग के सहायक निदेशक एल.एन.यादव ने बताया कि जनवरी माह में किये जाने वाले उद्यानिकी कार्यो में जीरे की फसल के लिए 15-25 दिन के अन्तराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। फसल 30-35 दिन की अवस्था में पौधों से पौधों की दूरी 5 सेमी रखते हुए निराई-गुडाई करें। दूसरी निराई गुडाई फसल की 55-60 दिन की अवस्था में करें। व्याधियों के नियन्त्राण के लिए बुवाई के 30 दिन बाद 0.2 प्रतिशत मैन्कोजेब का छिडकाव करें। बुवाई के 30 दिन बाद 15 किग्रा नत्राजन प्रति हैक्टर की दर से सिंचाई साथ देवंे तथा झुलसा रोग नियन्त्राण के लिए 2 ग्राम टाॅप्सिन एम या मैन्कोजेब या थायसम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 10-15 दिन बाद पुनः दोहरावें।
इसी प्रकार इसबगोल में फसल में बुवाई के 65 दिन बाद तीसरी सिंचाई करें। यदि फव्वारा सिंचाई विधि अपनायी जा रही हो तो 40 एवं 55 दिन बाद तृतीय एवं चतुर्थ सिंचाई करें। बुवाई के 40-50 दिन बाद फसल की निराई गुडाई करें तुलासित रोग का प्रकोप होने पर 0.2 प्रतिशत मैन्कोजेब का छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 15 दिन बाद पुनः छिडकाव करें। मेथी की फसल में 15-20 के अन्तराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। तापमान उतार-चढाव के फलस्व्रूप यदि मोयला का प्रकोप होता हैं तो मोनोक्रोटोफाॅस या डाईमिथोएट एक मिलीलीटर प्रतिलीटर पानी की दर से छिडकाव करें। छाछ्या रोग होने की स्थिति में कैराथेन एल.सी. एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी का घोल बनाकर छिडकाव करें।
उन्होंने बताया कि टमाटर की फसल में 8-10 दिन के अन्तराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। सफेल मक्खी एवं अन्य रस चूसक कीटो के नियन्त्राण के लिए मोनोक्रोटोफास 36 एसएल या डाईमिथोएट 30 ईसी एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से छिडकाव करें। फूल आने पर मेलाथियान 50 ईसी एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 15-20 दिन पुनः छिडकाव करें। झुलसा रोड का प्रकोप होने पर मैन्कोजेब 0.2 प्रतिशत या काॅपर आक्सीक्लोराईड 0.3 प्रतिशत घोल का छिडका करें। पर्णकुंचन एवं मोजेक का प्रकोप होने पर सफेद मक्खी नियंत्राण उपायांे को अपनावें यदि फसल फूलों की अवस्था में हो तो मैलाथियान 50 ईसी एक मिलीलीटर प्रति लीटर की दर से छिडकाव करें। इसी प्रकार आलू की फसल में 7-10 दिन के अन्तराल पर सिंचाई करें। झुलसा रोग का प्रकोप होने पर डाईफोल्टान या मैन्कोजेब 0.2 प्रतिशत का छिडकाव करें। आवश्यकता हो तो 10-12 दिन बाद पुनः दोंहरावे। इसी प्रकार कुष्मांड कुल की सब्जियां की प्लास्टिक टनल विधि से अगेती बुवाई करें ताकि अच्छी आय प्राप्त हो सकें। खीरा, ककडी, तुरई आदि की प्लास्टिक टनल से अगेती बुवाई करें। बुवाई से पूर्व 20-25 किग्रा टन सडी गोबर की खाद, 30 किग्राम नत्राजन, 40-40 किग्रा फास्फोरस एवं पोटाश प्रति हैक्टर की दर से प्रयोग में लेवे।
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विशेष अभियान के तहत होगा डीपीसी का कार्य
जालोर 6 जनवरी - शिक्षा विभाग द्वारा विशेष अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2016-17 की डीपीसी, वरिष्ठता सूचियों का अद्यतन एवं नामांकन तथा योग्यता अभिवृद्धि का कार्य किया जायेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) जयनारायण द्विवेदी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर के निर्देशानुसार 1 से 15 जनवरी तक विशेष अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2016-17 की डीपीसी, वरिष्ठता सूचियों का अद्यतन एवं नामांकन तथा योग्यता अभिवृद्धि का कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान में सत्रा 2011-12 में डीपीसी या सीधी भर्ती से नियुक्त वरिष्ठ अध्यापक सम्बन्धित संस्था प्रधान के माध्यम से अपने दस्तावेज जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि 15 जनवरी के पश्चात् यदि किसी कार्मिक द्वारा नामांकन, योग्यता अभिवृद्धि एवं संशोधन के लिए आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे।
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