बीकानेर ऊंट उत्सव का आगाज कल, तैयारियां परवान पर
राजस्थानी कला व संस्कृति से देशी-विदेशी पर्यटकों को रू-ब-रू करवाने के उद्देश्य से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का शुभारम्भ शनिवार को शोभायात्रा से होगा। शोभायात्रा प्रात: 11:30 बजे ऐतिहासिक जूनागढ़ किले से रवाना होगी, जो विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए सार्दूल क्लब मैदान पहुंचेगी, जहां दो दिवसीय महोत्सव के तहत अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इनके अलावा ऊंट की उपयोगिता को भी शोभायात्रा में दर्शाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इस उत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसमें भाग लेेने के लिए में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से अनेक सैलानी बीकानेर पहुंचेगे।
ऊंट उत्सव में भाग लेने के लिए 17 दिसम्बर को बीकानेर पहुंची जापान की हेयर ड्रेसर मैगोमी टाकेइची ने गुरुवार को पर्यटन स्वागत केन्द्र में ओम प्रकाश बारूपाल के ऊंट की पीठ पर बाल कतराई कर कलात्मक वस्तुओं व जन जीवन को उकेर दिया। मैगोमी ने बताया कि वह लगातार तीसरी बार ऊंट उत्सव के मौके पर बीकानेर आई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने ऊंट को राज्य पशु का दर्जा देकर इसकी गरिमा व उपयोगिता को अधिक बढ़ा दिया है।
पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक अजय शर्मा ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में राजस्थानी कला व संस्कृति के साथ देश के विभिन्न इलाकों के सांस्कृतिक वैभव से भी पर्यटक रूबरू हो सकेंगे। जसनाथजी सम्प्रदाय की स्तुति वंदना और धधकते अंगारों पर अग्नि नृत्य की प्रस्तुति मालासर गांव के रघुनाथ सिद्ध व पार्टी पेश करेंगी। इनके अलावा दोनों दिन आतिशबाजी के नजारे दर्शकों को देखने को मिलेंगे।
पहले दिन होंगी मिस मरवण एवं मिस्टर बीकाणा प्रतियोगिताएं
उत्सव के पहले दिन 9 जनवरी को बीकानेर से 15 किलोमीटर दूर रायसर गांव में पर्यटकों के लिए सुबह आठ से दस बजे तक नि:शुल्क कैमल सफारी व कैमल राइड की व्यवस्था रहेगी। पर्यटकों को नि:शुल्क परिवहन सुविधा भी सुलभ करवाई जाएगी। इसके बाद ऊंट नृत्य, मिस मरवण व मिस्टर बीकाणा प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता के लिए 50 से अधिक ने आवेदन किया है।
दोनों दिन होगी ऊंट नृत्य प्रतियोगिता
उत्सव के दूसरे दिन 10 जनवरी को कार्यक्रमों की शुरूआत दोपहर साढ़े ग्यारह बजे देशी-विदेशी पुरुष व महिलाओं की खो-खो प्रतियोगिताओं से होगा। इसके बाद रस्सा कस्ती, ग्रामीण कुश्ती, कबड्डी की प्रतियोगिताएं दोपहर साढ़े बारह बजे से तीन बजे तक होगी। दोपहर तीन बजे साफा बांध प्रतियोगिता, ऊंट नृत्य प्रतियोगिता, महिला मटका दौड़, महिला म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता का आयोजन होगा। पुरस्कार वितरण शाम पांच बजे किया जाएगा। रविवार को देश के विविध अंचलों से आए कलाकार शाम छह बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। कार्यक्रम के बाद अग्नि नृत्य व आतिशबाजी का आयोजन होगा।
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