मंगलवार, 19 जनवरी 2016

बाड़मेर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री 28 जनवरी को करेंगे योजनाआंे की समीक्षा



बाड़मेर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री 28 जनवरी को करेंगे योजनाआंे की समीक्षा

बाड़मेर, 19 जनवरी। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री 28 जनवरी को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर ग्रामीण विकास विभाग की ओर से संचालित समस्त योजनाआंे की समीक्षा करेंगे।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री की अध्यक्षता मंे ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की ओर से संचालित समस्त योजनाआंे की समीक्षा के लिए बैठक कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे 28 जनवरी को प्रातः10.30 बजे रखी गई है। इस बैठक मंे संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक सूचनाआंे के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए है।

बाड़मेर के सात स्कूलांे मंे शुरू होगी स्मार्ट क्लासेज

बाड़मेर, 19 जनवरी। अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में भी विदेशांे की तरह लर्निंग की सुविधा उपलब्ध होगी। स्कूलों में स्मार्ट क्लास लगाकर प्रोजेक्टर के माध्यम से स्टूडेंट्स को शिक्षा मुहैया कराई जाएगी और प्रत्येक विषय का बारीकी से अध्ययन कराया जाएगा। तकनीकी संसाधन युक्त इन क्लासों में आवश्यकता पड़ने पर विशेषज्ञ शिक्षकों को बुलाकर स्टूडेंट्स को टॉपिक क्लीयर कराए जाएंगे। इसको लेकर राज्य सरकार ने भारत सरकार के एजुकेशन एंड रिसर्च नेटवर्क विभाग (ईआरएनईटी) से स्मार्ट वर्चुअल क्लास रूम के बारे में एमओयू किया है। इसमें विकसित देशों की तर्ज पर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लर्निंग क्लासें शुरू होंगी।

शिक्षा विभाग के अधिकारिक सूत्रांे के मुताबिक इस योजना के पहले चरण में प्रदेश के 407 स्कूलों में स्मार्ट क्लासें शुरू होंगी। इसमें बाड़मेर जिले के 7 स्कूल शामिल हैं। यह क्लासें पूरी तरह से तकनीकी संसाधन युक्त होंगी। हर कक्षा के स्टूडेंट को विभिन्न विषयों में आने वाली कठिनाइयों के लिए विषय विशेषज्ञों की सुविधा मिलेगी। नए सत्र से स्मार्ट क्लास शुरू होने की संभावना है। शिक्षा अधिकारियों के अनुसार अप्रैल माह तक इसको शुरू कराने की योजना बनाई जा रही है, ताकि इससे स्टूडेंट्स का रुझान ऑनलाइन अध्ययन पद्धति की ओर बढ़ सके।

स्मार्ट क्लास में स्टूडेंट्स को यह सुविधाएं मिलेंगीः स्टूडेंट्स को स्मार्ट क्लास में प्रोफेशनल डेस्कटॉप, यूएसबी वेब कैमरा, माइक फॉर डेस्कटॉप, इलेक्ट्रॉनिक इंटरेक्टिव व्हाइट बोर्ड, प्रोजेक्टर, वन केवीए ऑनलाइन यूपीएस, 40 इंच की एचडी डिस्प्ले स्क्रीन उपलब्ध कराई जाएगी। इन उपकरणों की सप्लाई, इंस्टॉलेशन और स्थान विजिट करने का काम ईआरएनईटी इंडिया का होगा, जो संस्था प्रधानों की सहायता से सारी तैयारी करेंगे।



अंग्रेजी उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोडिंगः मूल्यांकन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए इस बार बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोडिंग की व्यवस्था शुरू की जा रही है। इस साल फिलहाल अंग्रेजी की उत्तर पुस्तिकाओं में यह व्यवस्था लागू होगी।

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