बाड़मेर विद्यालयांे मंे बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराएंः नेहरा
बाड़मेर, 03 दिसंबर। विद्यालयांे एवं आवासीय छात्रावासांे मंे विद्यार्थियांे को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए भामाशाहांे को प्रोत्साहित करके उनका सहयोग लिया जा सकता है। इसके अलावा बालिका छात्रावास एवं माडल स्कूलांे के भवन निर्माण कार्य तीव्र गति से पूरे कराए जाए। जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जिला निष्पादन समिति की बैठक मंे यह बात कही।
जिला कलक्टर नेहरा ने कहा कि बालोतरा एवं बाड़मेर में दिसंबर माह मंे भवन निर्माण पूरा करवाकर उसमंे छात्रावास का संचालन शुरू किया जाए। उन्हांेने कहा कि उपखंड अधिकारी के साथ नोडल अधिकारी निर्धारित लक्ष्यांे के अनुरूप विद्यालयांे एवं छात्रावासांे का निरीक्षण कर सूचना भिवजाएं। साथ ही एसडीएमसी की बैठक आयोजित कर भामाशाहांे को सुविधाएं जुटाने के लिए प्रेरित किया जाए। नेहरा ने कहा कि विद्यालयांे मंे छात्रांे से प्राप्त होने वाले शुल्क का भी सुविधाएं जुटाने मंे उपयोग किया जा सकता है। इस दौरान धारा संस्थान के महेश पनपालिया ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर आवासीय छात्रावास बनने से शिक्षा के क्षेत्र मंे खासा बदलाव आया है। इसको लेकर केस स्टडी की जानी चाहिए। उन्हांेने प्रधानाचार्य के लीडरशीप प्रशिक्षण मंे स्थानीय लोगांे को शामिल करने की जरूरत जताई। बैठक मंे राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से जुडे़ अधिकारियांे ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे छह बालिका छात्रावास स्वीकृत किए गए थे। इसमंे से सिवाना एवं शिव मंे छात्रावास का कार्य पूरा हो चुका है। बाड़मेर समेत अन्य स्थानांे पर भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिले मंे सिवाना मंे मायलावास एवं शिव के हरसाणी कस्बे मंे बालिका छात्रावास संचालित हो रहा है। इसी तरह छह माडल स्कूल स्वीकृत किए गए थे। इसमंे से बालोतरा एवं बायतू मंे भवन निर्माण की प्रक्रिया जारी है। इस पर बायतू के माडल स्कूल के लिए अतिशीघ्र टेंडर प्रक्रिया संपादित करवाकर कार्य प्रारंभ करवाने के निर्देश दिए गए। इस बैठक मंे जिला शिक्षा अधिकारी कैलाशचन्द्र तिवाड़ी, धर्माराम चैधरी समेत राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।
इन स्कूलांे मंे शुरू होगी व्यवसायिक शिक्षाः वर्ष 2015-16 मंे चयनित किए गए विद्यालय राउमावि निंबाणियांे की ढाणी, राउमावि भाडखा, राबाउमावि सिवाना, राउमावि होडू, राउमावि खड़ीन, राउमावि लीलसर, राउमावि खत्रियांे की बेरी मंे व्यवसायिक शिक्षा प्रारंभ होगी। इससे पूर्व सात विद्यालयांे मंे व्यवसायिक शिक्षा चलाई जा रही है।
530 विद्यालयांे मंे अतिरिक्त शिक्षणः बाड़मेर जिले मंे कक्षा आठ मंे डी श्रेणी वाले 558 मंे से 530 विद्यालयांे मंे कक्षा 9 के 4917 विद्यार्थियांे को अतिरिक्त शिक्षण करवाया जा रहा है। इसके तहत इन विद्यार्थियांे को गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयांे का विद्यालय समय के अतिरिक्त अध्ययन कराया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट वाउचर योजनाः बाड़मेर जिले मंे कक्षा 9 से 12 मंे अध्ययनरत बालिकाएं जो कि 5 किमी से अधिक दूरी से अध्ययन के लिए आ रही है अथवा जिनको साइकिलें आवंटित नहीं की गई है। ऐसी 162 राजकीय विद्यालयांे की बालिकाआंे को प्रति उपस्थिति 20 रूपए के आधार पर 1 लाख 35 हजार रूपए की राशि आवंटित की गई है। यह राशि संबंधित विद्यालयांे को आवंटित की जा रही है। इसी तरह माडल स्कूलांे मंे अध्ययनरत ऐसी बालिकाआंे को कक्षा 6 से 8 मंे 20 तथा कक्षा 9 से 12 मंे प्रति दिन 25 रूपए के अनुसार प्रति माडल स्कूल 1 लाख रूपए आवंटित किए गए हैं।
489 आदर्श विद्यालयः बाड़मेर जिले की समस्त ग्राम पंचायतांे मंे स्थित 489 आदर्श विद्यालयांे का तीन चरणांे मंे विकास किया जाएगा। प्रथम चरण मंे 75 एवं द्वितीय मंे 84 एवं तृतीय चरण मंे 330 विद्यालयांे का विकास कराया जाना है। इसके लिए जिला स्तर पर जिला कलक्टर एवं उपखंड स्तर पर उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता मंे कमेटी बनाई गई है।
जिला कलक्टर नेहरा ने कहा कि बालोतरा एवं बाड़मेर में दिसंबर माह मंे भवन निर्माण पूरा करवाकर उसमंे छात्रावास का संचालन शुरू किया जाए। उन्हांेने कहा कि उपखंड अधिकारी के साथ नोडल अधिकारी निर्धारित लक्ष्यांे के अनुरूप विद्यालयांे एवं छात्रावासांे का निरीक्षण कर सूचना भिवजाएं। साथ ही एसडीएमसी की बैठक आयोजित कर भामाशाहांे को सुविधाएं जुटाने के लिए प्रेरित किया जाए। नेहरा ने कहा कि विद्यालयांे मंे छात्रांे से प्राप्त होने वाले शुल्क का भी सुविधाएं जुटाने मंे उपयोग किया जा सकता है। इस दौरान धारा संस्थान के महेश पनपालिया ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर आवासीय छात्रावास बनने से शिक्षा के क्षेत्र मंे खासा बदलाव आया है। इसको लेकर केस स्टडी की जानी चाहिए। उन्हांेने प्रधानाचार्य के लीडरशीप प्रशिक्षण मंे स्थानीय लोगांे को शामिल करने की जरूरत जताई। बैठक मंे राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से जुडे़ अधिकारियांे ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे छह बालिका छात्रावास स्वीकृत किए गए थे। इसमंे से सिवाना एवं शिव मंे छात्रावास का कार्य पूरा हो चुका है। बाड़मेर समेत अन्य स्थानांे पर भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिले मंे सिवाना मंे मायलावास एवं शिव के हरसाणी कस्बे मंे बालिका छात्रावास संचालित हो रहा है। इसी तरह छह माडल स्कूल स्वीकृत किए गए थे। इसमंे से बालोतरा एवं बायतू मंे भवन निर्माण की प्रक्रिया जारी है। इस पर बायतू के माडल स्कूल के लिए अतिशीघ्र टेंडर प्रक्रिया संपादित करवाकर कार्य प्रारंभ करवाने के निर्देश दिए गए। इस बैठक मंे जिला शिक्षा अधिकारी कैलाशचन्द्र तिवाड़ी, धर्माराम चैधरी समेत राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।
इन स्कूलांे मंे शुरू होगी व्यवसायिक शिक्षाः वर्ष 2015-16 मंे चयनित किए गए विद्यालय राउमावि निंबाणियांे की ढाणी, राउमावि भाडखा, राबाउमावि सिवाना, राउमावि होडू, राउमावि खड़ीन, राउमावि लीलसर, राउमावि खत्रियांे की बेरी मंे व्यवसायिक शिक्षा प्रारंभ होगी। इससे पूर्व सात विद्यालयांे मंे व्यवसायिक शिक्षा चलाई जा रही है।
530 विद्यालयांे मंे अतिरिक्त शिक्षणः बाड़मेर जिले मंे कक्षा आठ मंे डी श्रेणी वाले 558 मंे से 530 विद्यालयांे मंे कक्षा 9 के 4917 विद्यार्थियांे को अतिरिक्त शिक्षण करवाया जा रहा है। इसके तहत इन विद्यार्थियांे को गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषयांे का विद्यालय समय के अतिरिक्त अध्ययन कराया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट वाउचर योजनाः बाड़मेर जिले मंे कक्षा 9 से 12 मंे अध्ययनरत बालिकाएं जो कि 5 किमी से अधिक दूरी से अध्ययन के लिए आ रही है अथवा जिनको साइकिलें आवंटित नहीं की गई है। ऐसी 162 राजकीय विद्यालयांे की बालिकाआंे को प्रति उपस्थिति 20 रूपए के आधार पर 1 लाख 35 हजार रूपए की राशि आवंटित की गई है। यह राशि संबंधित विद्यालयांे को आवंटित की जा रही है। इसी तरह माडल स्कूलांे मंे अध्ययनरत ऐसी बालिकाआंे को कक्षा 6 से 8 मंे 20 तथा कक्षा 9 से 12 मंे प्रति दिन 25 रूपए के अनुसार प्रति माडल स्कूल 1 लाख रूपए आवंटित किए गए हैं।
489 आदर्श विद्यालयः बाड़मेर जिले की समस्त ग्राम पंचायतांे मंे स्थित 489 आदर्श विद्यालयांे का तीन चरणांे मंे विकास किया जाएगा। प्रथम चरण मंे 75 एवं द्वितीय मंे 84 एवं तृतीय चरण मंे 330 विद्यालयांे का विकास कराया जाना है। इसके लिए जिला स्तर पर जिला कलक्टर एवं उपखंड स्तर पर उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता मंे कमेटी बनाई गई है।
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