अवॉर्ड वापसी पर बोले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी- इसका सम्मान करें, बहस और चर्चा से जताएं असहमति
नेशनल प्रेस डे पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रपति ने प्रेस काउंसिल की ओर से इस साल नेशनल अवॉर्ड पाने वाले पत्रकारों और फोटो जर्नलिस्ट को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह अवॉर्ड उन लोगों की कड़ी मेहनत का नतीजा हैं और इससे लोगों को उनके टैलेंट की पहचान होगी. अवॉर्ड पाने वाले लोगों को इनकी अहमियत समझनी चाहिए.
Such awards should be cherished and valued by those who receive them-President Pranab Mukherjee pic.twitter.com/7PMSfb3u6e
— ANI (@ANI_news) November 16, 2015
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि किसी की भावनाओं से खेलना और किसी की भावनाओं पर प्रहार सही नहीं है. अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर जो विवाद छिड़ा है उस पर चर्चा की जरूरत है. अवॉर्ड को संजोए और इसका सम्मान करें.
Emotions should not overrun a reason and disagreement should be expressed through discussion and debate: Pranab Mukherjee
— ANI (@ANI_news) November 16, 2015
उन्होंने कहा कि देश के संविधान में इस संबंध में कई अहम प्रावधान हैं, जिनका पालन किया जाना चाहिए और समाज में संतुलन कायम रखने की कोशिश होनी चाहिए.
कड़ी मेहनत का नतीजा होते हैं नेशनल अवॉर्ड
राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल 'अभिव्यक्ति के माध्यमों में कार्टून और कैरीकेचर के प्रभाव' पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह चर्चा दो प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण और राजिंदर पुरी को समर्पित है, जो अब हमारे बीच नहीं हैं. राष्ट्रपति ने दोनों को श्रद्धांजलि दी.
The discussion is dedicated to the two legendary cartoonist R. K. Laxman and Rajinder Puri who are no longer with us: Pranab Mukherjee
— ANI (@ANI_news) November 16, 2015
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