डेंगू का खतरा कम हुआ, अब स्वाइन फ्लू की चुनौती: बिष्ट
प्रेस वार्ता: मलेरियाके पीवी पीएफ रोगियों की संख्या में कमी
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बाड़मेर
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बीते तीन सालों के मुकाबले मलेरिया के पीवी पीएफ रोगियों की संख्या में लगातार गिरावट आई है। खास बात यह है कि पीएफ का अभी तक एक भी रोगी सामने नहीं आया है। विभाग की ओर से डेंगू की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं। हाई रिस्की एरिया में फोगिंग एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। यह बात सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट से पत्रकारों से रूबरू होते हुए कही। बिष्ट ने कहा कि सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट आरोग्य राजस्थान पर फोकस रहेगा। जिले के करीब 4 लाख लोगों के हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे। प्रथम चरण में आशा घर-घर जाकर आवेदन भरेगी। पीएचसी पर ये आवेदन ऑन लाइन करेंगे। सीएचसी पीएचसी प्रभारियों को आरोग्य राजस्थान कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए है। सब सेंटर पर कार्यरत एएनएम को लक्ष्य दिए गए है। इस काम में विभाग के अधिकारी कर्मचारी जुटेंगे। उम्मीद है कि इसमें बाड़मेर टॉप फाइव में आएगा। |
डेंगू का खतरा कम जरूर हुआ है, पर डेंगू से छुटकारा नहीं मिला। उपर से स्वाइन फलू भी पैर पसारने वाला है। क्या होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। मेरे ब्लाग पर आपका स्वागत है। http://www.kanafusi.com
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