सीकर खाकी से सफेद झूठ बोलने वालों को अब इसलिए याद आएगी नानी
अपने फायदे और दूसरों को फंसाने के मकसद से आए दिन दर्ज होने वाले झूठे मुकदमों पर अब लगाम लग सकेगी। पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस वर्ष जांच में झूठे पाए गए 961 में से 209 मुकदमों के परिवादियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई के लिए न्यायालय में इस्तगासे पेश किए हैं। इसमें से 55 मामलों की सुनवाई न्यायालय में चल रही है।
वहीं तीन मामलों में परिवादियों पर कोर्ट ने जुर्माना भी लगा दिया है। इस तरह के मामले पहले भी दर्ज हो रहे थे, लेकिन पुलिस के ध्यान नहीं देने के कारण झूठे मामलों की संख्या बढ़ रही थी। अब पुलिस ने झूठे मुकदमे दर्ज कराने वालों पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जनवरी से सितंबर 2015 तक जांच में 961 मामले झूठे पाए गए। इसमें से न्यायालय ने 266 मामलों में एफआर स्वीकृत की।
इस पर पुलिस ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 182 के तहत 106 और भारतीय दण्ड संहिता की धारा 211 के तहत 106 इस्तगासे पेश किए। इस पर न्यायालय ने 55 इस्तगासों पर प्रसंज्ञान लिया। इनकी फिलहाल सुनवाई चल रही है।
केस-1
लक्ष्मणगढ़ के वार्ड 8 निवासी अमरदीन ने वर्ष 2014 में इस्तगासे से लक्ष्मणगढ़ थाने में विदेश भेजने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी करने का केस दर्ज करवाया। पुलिस ने जांच में मामला झूठा पाया। 29 मार्च 2015 को धारा 182 के तहत कोर्ट में इस्तगासा पेश किया। इस पर कोर्ट ने प्रसंज्ञान लेते हुए झूठे मामला दर्ज करवाने वाले अमरदीन पर 200 रुपए का जुर्माना लगाया।
केस-2
लक्ष्मणगढ़ के वार्ड नौ निवासी इस्माइल ने वर्ष 2014 में इस्तगासे से लक्ष्मणगढ़ थाने में विदेश भेजने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी करने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने जांच में मामला झूठा पाया। 29 मार्च 2015 को धारा 182 के तहत न्यायालय में इस्तगासा पेश किया। इस पर न्यायालय ने प्रसंज्ञान लेते हुए झूठे मामला दर्ज करवाने वाले इस्माइल पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया।
केस-तीन
लक्ष्मणगढ़ के वार्ड 9 निवासी फारूक ने वर्ष 2014 में इस्तगासे से लक्ष्मणगढ़ थाने में विदेश भेजने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी करने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने जांच में मामला झूठा पाया। 29 मार्च 2015 को धारा 182 के तहत न्यायालय में इस्तगासा पेश किया। इस पर न्यायालय ने प्रसंज्ञान लेते हुए झूठे मामला दर्ज करवाने वाले फारूक पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया।
नीमकाथाना में 92 तो सीकर 76 झूठे मामले
सबसे ज्यादा झूठे मुकदमे नीमकाथाना कोतवाली में दर्ज हो रहे हैं। नीमकाथाना कोतवाली पुलिस ने इस वर्ष में मामलों की जांच में 92 मामलों को झूठा माना। इसके बाद थोई थाना पुलिस ने 85, सीकर कोतवाली थाना पुलिस ने 76 मामलों को झूठा माना।
झूठे मामले दर्ज करवाना अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसे लोगों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। इस वर्ष जांच में झूठे पाए गए मामलों में से 209 मामलों में न्यायालय में इस्तगासे पेश किए गए। इसमें से 55 मामलों में सुनवाई चल रही है। तीन मामलों में न्यायालय ने प्रसंज्ञान लेते हुए झूठे मामले दर्ज करवाने वालों लोगों पर जुर्माना लगाया है।
-अखिलेश कुमार, पुलिस अधीक्षक, सीकर
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