शिक्षा के क्षेत्रा में नई क्रांति की ओर राजस्थान - प्रो. देवनानी
शिक्षा राज्य मंत्राी ने हाथीखेड़ा और अजयसर स्कूलों में किया 65 लाख के निर्माण कार्यों का शुभारम्भ
अजमेर 02 अक्टूबर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्रा में नई क्रांति की ओर अग्रसर है । मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राज्य में शिक्षा विभाग नित नये आयाम छू रहा है। आजादी के बाद जितने विद्यालय क्रमोन्नत हुए उनसे ज्यादा विद्यालय पिछले एक वर्ष में क्रमोन्नत किए गए हंै। सभी स्कूलों में संस्था प्रधान तैनात कर दिए गए हैं। अब शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी और चुनौती को स्वीकारें और प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्रा में अग्रणी स्थान पर खड़ा करने में सहयोग करें।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज हाथीखेड़ा और अजयसर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत करीब 65 लाख रूपये की लागत से बनने वाले कक्षा कक्षों, पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला भवनों का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में शिक्षा के उन्नयन के लिए पूरे मनोयोग एवं गंभीरता से प्रयास शुरू कर दिए हंै। सरकार के प्रयास और शिक्षकों के सहयोग से कई सालों बाद इस वर्ष नामांकन में करीब 9 लाख नये विद्यार्थी बढ़े है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को उनके घर के पास ही 12 वीं कक्षा तक की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पिछले एक वर्ष में करीब 5 हजार स्कूलों को उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत किया है। प्रदेश का एक भी ऐसा नही है जहां संस्था प्रधान नियुक्त नही किया गया हो। प्रदेश में जिला शिक्षा अधिकारियों के लगभग सभी पदों पर नियुक्ति कर दी गई है। विद्यालयों में शिक्षक भी पर्याप्त मात्रा में लगाए जा रहे हैं। जहां रिक्त पद है वहां करीब 13 हजार सेवानिवृत शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार नये शिक्षकों की भर्ती भी शीघ्र करने जा रही है। शीघ्र ही रीट के माध्यम से 15 हजार तृतीय श्रेणी एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से 13 हजार व्याख्याताओं की भर्ती की जाएगी। बड़ी संख्या में हजारों शिक्षकों को पदोन्नति दी गई है। शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं का भी प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है। अब शिक्षकांे की जिम्मेदारी है कि वे सरकार के इन प्रयासों में पूरा साथ दें एवं शिक्षा के क्षेत्रा में नये कीर्तिमान एवं आदर्श स्थापित करें।
उन्हांेने कहा कि शिक्षा मंे गुणवत्ता लाना बहुत जरूरी है । इसके लिए शीघ्र ही मिनिस्टर आॅन व्हील कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी स्वयं अपने यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। अधिकारियों को भी इस कार्यक्रम के तहत आकस्मिक निरीक्षण करना होगा। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि किसी भी स्कूल की उन्नति वहां के संस्था प्रधान पर निर्भर करती है। संस्था प्रधान स्कूलों को अपना परिवार मानकर कार्य करें तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। संस्था प्रधान स्कूल समय के अतिरिक्त समय देकर अपने विद्यालय की उन्नति कर मिसाल पेश करें। शिक्षकांे एवं विद्यार्थियों से परिवार की तरह व्यवहार करें तो शानदार परिणाम मिल सकते है।
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शिक्षा राज्य मंत्राी ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी को सशक्त बनाने की वकालत करते हुए कहा कि संस्था प्रधान ऐसे लोगों को कमेटी में जोड़ें जो कि प्रभावशाली हो तथा स्कूल की उन्नति में भागीदार बन सकें। भामाशाहों को भी सक्रिय रूप से स्कूल में जोड़ा जाएं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा की उन्नति एवं विद्यार्थियों के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं जुटाने के लिए करोड़ों रूपये खर्च किए जा रहे हैं। स्कूलों में स्टाफ भी पर्याप्त मात्रा में तैनात किया जा रहा है। विद्यार्थी मन लगाकर पढ़ें, आगे बढ़े और देश का नाम रोशन करें।
प्रो. देवनानी ने अजयसर में सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों को यातायात नियमों से जुड़ी शपथ दिलायी एवं पुस्तिका का विमोचन किया। दोनों ही विद्यालयों में हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से फर्नीचर भी उपलब्ध कराया गया है। कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य शमशेर सिंह रावत सहित शिक्षा एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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