शुक्रवार, 25 सितंबर 2015

जैसलमेर, ग्राम सभा मे देवा पंचायत को खुले मे शौच मुक्त करने का लिया संकल्प



शौचालय की आवष्यकता को समझे- जिला कलक्टर
जैसलमेर, ग्राम सभा मे देवा पंचायत को खुले मे शौच मुक्त करने का लिया संकल्प


जैसलमेर, 25 सितंबर/ देष के प्रधानमंत्री द्वारा महात्मा गांधी की 150वी जयन्ती पर समस्त देष को खुले में शौच मुक्त करने के निर्णय एवं मुख्यमं़त्री राजस्थान सरकार द्वारा समस्त राजस्थान को 2018 तक खुले में शौच मुक्त करने की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए जैसलमेर को खुले में शौच मुक्त एवं जैसलमेर की जनता को गन्दगी से मुक्त करने के लिए स्वच्छ भारत मिषन के तहत चलाये जा रहे कार्यक्रम उजळो जैसाणों के अन्तर्गत ग्राम पंचायत देवा को खुले मे शौच मुक्त करने के लिए अटल सेवा केन्द्र देवा मे विषाल ग्राम सभा का आयोजन किया गया।

ग्राम सभा मे जिला कलक्टर द्वारा महिलाओ की आन-बान-सम्मान के लिए शौचालय जरूरी है तथा कोई भी खुले मे शौच नही जाये। आज हमे महिलाओं के आत्म सम्मान की रक्षा के हमें महिलाओं के लिए शौचालय बनवाकर उनके आत्मसम्मान की रक्षा करनी है। गांव में सभी शौचालय की आवष्यकता को समझें। ग्राम पंचायतो को खुले मे शौच मुक्त करने के लिए सघन प्रयास करने पडेंगें। जिला कलक्टर ने सभी को शौचालयो का निर्माण करवाने तथा उपयोग करने की समझाइष की।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल द्वारा ओडीएफ हेतू ग्राम पंचायत मे शत प्रतिषत शौचालय बनाने केे बारे मे बतया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा बताया की खुले मे शौच जाने से विभिन्न प्रकार की बीमारीयां फैलती है अतः हमे शौचालयो का उपयोग लिया जाये। उन्होने गांवों में पुराने सम में फैलने रोगो नारू चेचक आदी उदाहरण देते हुवे बताया की पहले ये रोग बहुततायात में मिलतें थें पर वर्तमान में हमने इन बीमारीयों के फैलने के कारणों पर रोक लगाकर इन बीमारीयों को पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया है। उसी प्रकार हमें खुले में शौच जाने पर रोक लगाकर उससे फैलने वाली बीमारियों पर रोक लगानें की आवष्यकता है।

बैठक मे विकास अधिकारी जैसलमेर छोगाराम विष्नोई ने ग्राम पंचायत की शौच मुक्त के संबंध में जानकारी देते हुवे बताया की ग्राम पंचायत में कुल 880 परिवार है जिनमें 850 परिवारों के द्वारा शौचालय बनाये जा चुके शेष 30 परिवारों के शौचालय निर्माण कार्य प्रगति रत है। उन्होने बताया की शौचालय निर्माण मात्र से खुले में शौच मुक्त का कार्य पुर्ण नही होता इसके लिए ग्राम पंचायत के सभी परिवारो के द्वारा शौचालय का उपयोग आवष्यक रूप से करे।

जिला समन्वयक किषोर बिस्सा ने शौचालय क्यो जरूरी है एवं खुले में शौच से फैलने वाली बीमारीयों एवं अभियान की प्रगति के बारे मे बताया गया।

जिला समन्वयक ैॅैभ्म् ने खुले में शौच जाने की आदत के क्या दुषपरिणाम आते है एवं शौचालय का निर्माण क्यो करवाया जाना जरूरी है इसके बारे में जानकारी दी। सरपंच ललिता ने ग्राम पंचायत को खुले मे शौच मुक्त करने हेतु ग्राम सभा मे प्रस्ताव पारीत कर उसको ग्राम सभा में पढकर सुनाया।

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