बुधवार, 9 सितंबर 2015

जयपुर।अरुण चतुर्वेदी कोई मेरे बाप हैं क्या: नंदलाल मीणा

जयपुर।अरुण चतुर्वेदी कोई मेरे बाप हैं क्या: नंदलाल मीणा




राजस्थान के जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री नंदलाल मीणा एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्ख़ियों में आ गए हैं।



नंदलाल मीणा का ताज़ा विवादित बयान आज उस वख्त आया जब मीडिया ने उनसे मीना-मीणा मुद्दे से जुड़े सवाल पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही।



प्रतिक्रिया में नंदलाल मीणा ने अपनी ही सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी और पूर्व सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को कटघरे में रखकर जमकर निशाना साधा।







'चतुर्वेदी कोई मेरे मां-बाप है क्या?
सामाजिक न्याय मंत्री अरुण चतुर्वेदी के मीणा-मीना विवाद को लेकर हाल में दिए गए स्पष्टीकरण पर मंत्री नंदलाल मीणा ने अपनी नाराज़गी बयां की।



उन्होंने विवादित बोल बोलते हुए कहा कि चतुर्वेदी कोई मेरे मां-बाप है क्या, जो ये तयकरेंगे कि मैं मीना हूं या मीणा? आगे उन्होंने कहा कि 'जाति तो मेरे मां-बाप तय करते हैं'। वे यहीं नहीं रुके।








ये कहा था चतुर्वेदी ने

सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने स्पष्टीकरण दिया था कि जिस प्रकार बणिया और बनिया शब्द है ठीक उसी प्रकार लोगों ने मीणा और मीना शब्द को लेकर गुमराह किया है। चतुर्वेदी ने कहा कि मीना व मीणा में केवल वर्तनी का अंतर है।



प्रदेश में अफवाह फैली हुई है कि राज्य सरकार ने मीणा व मीना समाज के छात्रों के अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगा रखी है, जबकि राज्य सरकार की ओर से इस प्रकार की कोई रोक नही लगाई हुई है।




'बीयर पीने वाले, लडकियां नचाने वाले किरोड़ी हमें समझाएंगे क्या?


मीणा-मीना मुद्दे को लेकर ही मंत्री नंदलाल मीणा के निशाने पर पूर्व सांसद और मौजूदा विधायक डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी रहे। एक सवाल के जवाब में नंदलाल मीणा ने कहा कि 'बीयर पीने वाले और लड़कियों का डांस कराने वाले हमें समझाएंगे क्या'?



अपने इस बयान को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि किरोड़ी मीणा ने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रतापगढ़ के मंदिर प्रांगण में लड़कियों से डांस करवाया था।








डॉ.किरोड़ी मीणा के खिलाफ आग उगलने में नंदलाल यही नहीं रुके। उन्होंने कहा मीणा-मीना मामले को लेकर किरोड़ी समाज में भ्रम फैला रहे हैं। नंदलाल मीणा ने कहा कि जब लोगों ने इसका विरोध किया, तब किरोड़ी मौके से भाग छूठे थे।

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