जैसलमेर। 30 सितंबर तक ओडीएफ हो जाएगा काठोड़ी
जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा व सीईओ बलदेव सिंह उज्ज्वल की मौजूदगी में ग्रामीणों ने लिया संकल्प, स्वच्छता की शपथ में किया श्रमदान का वादा
जैसलमेर 22 सितम्बर। जिले की काठोड़ी पंचायत 30 सितंबर तक खुले में शौच से मुक्त हो जाएगी। पंचायत के शत-प्रतिषत परिवारों ने शौचालय बनवा लिए हैं तथा एक सप्ताह में वे अपनी आदतों में परिवर्तन कर ग्राम पंचायत को पूरी तरह ओडीएफ बना देंगे।
मंगलवार को जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा, जिला परिषद के सीईओ बलदेव सिंह उज्ज्वल, डीईईओ प्रताप सिंह कस्वां व विकास अधिकारी छोगाराम विष्नोई सहित अधिकारियों की मौजूदगी में ऊजळौ जैसाणौ अभियान के तहत हुई ग्राम सभा में ग्रामीणों ने इस बात का संकल्प लिया और स्वच्छता की शपथ लेकर साफ-सफाई रखने व इसके लिए श्रमदान करने का वादा किया। सरपंच की अगुवाई में ग्रामीणों ने अपनी तरफ से जिला कलक्टर को भरोसा दिलाया कि एक सप्ताह में ग्राम पंचायत के सभी नागरिक शौचालयों का इस्तेमाल शुरू कर देंगे तथा एक भी व्यक्ति बाहर शौच के लिए जाता हुआ नहीं दिखेगा। उन्होंने ग्राम पंचायत में स्वच्छता व निगरानी कमेटी गठित करने की बात कही और कहा कि
इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी और कहा कि ओडीएफ होने से उनकी पंचायत में लाखों रुपए के विकास कार्य होने के द्वार खुल जाएंगे। उन्होंने खुले में शौच से होने वाले नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे शरीर में अधिकतर बीमारियों स्वच्छता नहीं रखने और गंदगी के कारण होती हैं। यदि हम स्वच्छता को अपना लेंगे तो काफी हद तक बीमारियों से निजात पा लेंगे। बीमारियों के कारण हमारी खून-पसीने की कमाई का एक बड़ा हिस्सा यूं ही खर्च हो जाता है। यदि हम बीमार होने से बच जाएंगे तो अपने स्वास्थ्य व शरीर की सुरक्षा के साथ-साथ लाखों रुपए की बचत भी कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि आज पूरे देष व प्रदेष में स्वच्छता की एक मुहिम छिड़ी हुई है। हमें भी प्रयास करना चाहिए कि हमारा जिला जैसलमेर भी इस मुहिम में देष व प्रदेष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेव सिंह उज्ज्वल ने शत-प्रतिषत शौचालयों के निर्माण पर ग्रामीणों को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता का आंदोलन केवल शौचालय निर्माण से ही नहीं जुड़ा है अपितु इसमें मानव स्वभाव में बदलाव का बिंदु अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब तक हम अपने स्वास्थ्य और महिलाओं के आत्मसम्मान के प्रति जागरुक नहीं होंगे, तब तक हम स्वच्छता को पूरी तरह नहीं अपना सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई ग्रामीण बाहर शौच जाने की आदत को नहीं छोड़ता है तो हम सभी को मिलकर उसे समझाना चाहिए।
विकास अधिकारी छोगाराम विष्नोई ने ग्रामीणों से कहा कि उन्होंने जो शपथ ली है, उसे अक्षरषः जीवन में उतारने का प्रयास करें। तभी इस ग्राम सभा का संकल्प सार्थक होगा। जिला षिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) प्रताप सिंह कस्वां ने कहा कि स्वच्छता को अपनाए बिना हमारा जीवन गंदगी से भरा हुआ है, हमें इससे तौबा करनी है। सरपंच मनोहर ने बताया कि ग्राम पंचायत में 568 परिवार हैं तथा सभी में शौचालयों का निर्माण पूरा हो गया है। ब्लाॅक समन्वयक कुमार गौरव बिस्सा ने स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ग्राम सेवक प्रेमाराम ने ग्राम पंचायत की ओर से लिए गए ओडीएफ प्रस्ताव को पढकर सुनाया। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे।
जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा व सीईओ बलदेव सिंह उज्ज्वल की मौजूदगी में ग्रामीणों ने लिया संकल्प, स्वच्छता की शपथ में किया श्रमदान का वादा
जैसलमेर 22 सितम्बर। जिले की काठोड़ी पंचायत 30 सितंबर तक खुले में शौच से मुक्त हो जाएगी। पंचायत के शत-प्रतिषत परिवारों ने शौचालय बनवा लिए हैं तथा एक सप्ताह में वे अपनी आदतों में परिवर्तन कर ग्राम पंचायत को पूरी तरह ओडीएफ बना देंगे।
मंगलवार को जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा, जिला परिषद के सीईओ बलदेव सिंह उज्ज्वल, डीईईओ प्रताप सिंह कस्वां व विकास अधिकारी छोगाराम विष्नोई सहित अधिकारियों की मौजूदगी में ऊजळौ जैसाणौ अभियान के तहत हुई ग्राम सभा में ग्रामीणों ने इस बात का संकल्प लिया और स्वच्छता की शपथ लेकर साफ-सफाई रखने व इसके लिए श्रमदान करने का वादा किया। सरपंच की अगुवाई में ग्रामीणों ने अपनी तरफ से जिला कलक्टर को भरोसा दिलाया कि एक सप्ताह में ग्राम पंचायत के सभी नागरिक शौचालयों का इस्तेमाल शुरू कर देंगे तथा एक भी व्यक्ति बाहर शौच के लिए जाता हुआ नहीं दिखेगा। उन्होंने ग्राम पंचायत में स्वच्छता व निगरानी कमेटी गठित करने की बात कही और कहा कि
इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी और कहा कि ओडीएफ होने से उनकी पंचायत में लाखों रुपए के विकास कार्य होने के द्वार खुल जाएंगे। उन्होंने खुले में शौच से होने वाले नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे शरीर में अधिकतर बीमारियों स्वच्छता नहीं रखने और गंदगी के कारण होती हैं। यदि हम स्वच्छता को अपना लेंगे तो काफी हद तक बीमारियों से निजात पा लेंगे। बीमारियों के कारण हमारी खून-पसीने की कमाई का एक बड़ा हिस्सा यूं ही खर्च हो जाता है। यदि हम बीमार होने से बच जाएंगे तो अपने स्वास्थ्य व शरीर की सुरक्षा के साथ-साथ लाखों रुपए की बचत भी कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि आज पूरे देष व प्रदेष में स्वच्छता की एक मुहिम छिड़ी हुई है। हमें भी प्रयास करना चाहिए कि हमारा जिला जैसलमेर भी इस मुहिम में देष व प्रदेष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेव सिंह उज्ज्वल ने शत-प्रतिषत शौचालयों के निर्माण पर ग्रामीणों को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता का आंदोलन केवल शौचालय निर्माण से ही नहीं जुड़ा है अपितु इसमें मानव स्वभाव में बदलाव का बिंदु अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब तक हम अपने स्वास्थ्य और महिलाओं के आत्मसम्मान के प्रति जागरुक नहीं होंगे, तब तक हम स्वच्छता को पूरी तरह नहीं अपना सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई ग्रामीण बाहर शौच जाने की आदत को नहीं छोड़ता है तो हम सभी को मिलकर उसे समझाना चाहिए।
विकास अधिकारी छोगाराम विष्नोई ने ग्रामीणों से कहा कि उन्होंने जो शपथ ली है, उसे अक्षरषः जीवन में उतारने का प्रयास करें। तभी इस ग्राम सभा का संकल्प सार्थक होगा। जिला षिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) प्रताप सिंह कस्वां ने कहा कि स्वच्छता को अपनाए बिना हमारा जीवन गंदगी से भरा हुआ है, हमें इससे तौबा करनी है। सरपंच मनोहर ने बताया कि ग्राम पंचायत में 568 परिवार हैं तथा सभी में शौचालयों का निर्माण पूरा हो गया है। ब्लाॅक समन्वयक कुमार गौरव बिस्सा ने स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ग्राम सेवक प्रेमाराम ने ग्राम पंचायत की ओर से लिए गए ओडीएफ प्रस्ताव को पढकर सुनाया। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे।
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