जयपुर।
सिविल लाइन्स स्थित पूर्व उपराष्ट्रपति स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत और उनके दामाद मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी के सरकारी निवास पर चोरी के असफल प्रयास का मामला सामने आया है।
सीएम हाउस से ठीक सटे बंगले पर चोरों की दबंगई की खबर ने पुलिस के हाथ-पाँव फुला कर रख दिए। हालाँकि पुलिस ने तब राहत की सांस ली जब पता चला कि ये चोरी का असफल प्रयास था।
दरअसल, जिस क्षेत्र में चोरी की यह असफल घटना अंजाम दी गई वो सीएम और मंत्रियों के निवास वाले हाई सेक्यूरिटी का है।
चोरों ने बंगले के पीछे वाले हिस्से में बने एक रूम पर हाथ साफ़ करने की कोशिश करनी चाहि थी। इस रूम में स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज़ बताये जा रहे हैं।
यहां चोरी की मंशा से खिड़की की जाली को काटकर उसके अंदर का शीशा तोड़ा गया था। लेकिन अंदर रखा सभी सामान और दस्तावेज़ ज्यों के त्यों ही पड़े हुए थे।
ऐसे में साफ़ है कि जिसने भी इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश की वो अपने मंसूबों पर किन्ही वजहों से सफल नहीं हो सका।
बंगले के इस पीछे वाले हिस्से में बने रूम पर सामान्य तौर पर कोई जाता नहीं है। बंगले में ही काम करने वाला एक स्टाफकर्मी जब सफाई करने के लिए वहां पहुंचा तब घटना का खुलासा हुआ।
परिवारजन गए थे दिल्ली
विधायक नरपत सिंह राजवी के पुत्र अभिमन्यु सिंह राजवी ने बताया कि बंगले पर रहने वाले सभी परिवारजन दिल्ली गए हुए थे।
अभिमन्यु ने बताया कि उनकी मां के उपचार से सम्बंधित काम के लिए परिवार के सभी सदस्य रविवार से ही दिल्ली में थे। रविवार को सभी जयपुर लौट आये। इससे साफ़ है कि यह घटना गुरुवार से रविवार के बीच में अंजाम दी गई है।
निजी गार्ड्स हैं तैनात
अभिमन्यु ने बताया कि भैरो सिंह शेखावत के निधन के बाद से ही यहां से आरएसी की सुरक्षा व्यवस्था वापस ले ली गई थी। तभी से बंगले पर निजी कंपनी के सुरक्षा कर्मी तैनात किये गए हैं।
इसके अलावा एक-दो पुलिस के जवान भी यहां समय-समय पर निगरानी रखते हैं।
पुलिस जुटी जांच में
हाई सेक्यूरिटी इलाके में स्थित स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत और विधायक नरपत सिंह राजवी के बंगले में चोरी की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौक़ा मुआयना किया।
डीसीपी साउथ रवि दत्त गौड़ और सोडाला इंचार्ज समेत अन्य पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस अधिकारियों ने बंगले पर मौजूद नरपत सिंह राजवी, अभिमन्यु सिंह और वहां रहने वाले स्टाफकर्मियों से पूछताछ की। फिलहाल पुलिस तफ्तीश में जुट गई है।
सुरक्षा सवालों में
नरपत सिंह राजवी के बंगले पर भले ही चोरी की यह वारदात असफल रही हो, लेकिन इस घटना ने हाई अलर्ट ज़ोन वाले इलाके में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह ज़रूर लगा दिया है।
खुद राजवी परिवार के सदस्य और पुलिस इस घटना के बाद से हैरत में हैं। मीडिया से बातचीत में खुद अभिमन्यु राजवी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि उनका बंगला सूबे की मुखिया के निवास से ठीक सटा हुआ हैं लेकिन बेख़ौफ़ बदमाशों ने इसे निशाना बनाने की कोशिश की।
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