जैसलमेर के पूर्व महारावल ने होटलियर्स के साथ की बैठक, शहर के मुद्दों पर चर्चा
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जैसलमेर
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शहर की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से लड़खड़ा गई है। शहर में अतिक्रमणों की भरमार है। इसके चलते शहर का मूलस्वरूप बिगड़ रहा है। इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए पर्यटन व्यवसायियों को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े सभी संगठनों को एकजुट होने की जरूरत है ताकि जिले के सभी विभागों से समस्याओं का आसानी से समाधान करवाया जा सके। सम के धोरों की उपेक्षा उन्होंनेकहा कि ड्यूंस के नाम से जो पर्यटक जैसलमेर आते हैं उन्हें वहां जाने पर निराशा हाथ लगती है। ड्यूंस की दशा पूरी तरह से बिगड़ी हुई है। सम के मखमली लहरदार धोरे अब नजर नहीं रहे हैं। केमल एसोसिएशन रिसोर्ट एसोसिएशन के साथ पर्यटन से जुड़े संगठनों को इस दिशा में काम करने की जरूरत है। दुर्गमें लगे सोलर लाइटें सोनारदुर्ग में सोलर एलईडी लाइटें लगाए जाने की जरूरत बताई गई ताकि लम्बे समय तक कम खर्च में सोनार चमकता रहे। दिलीपसिंह ने सुझाव दिया कि दुर्ग में आने जाने के समय में बदलाव की जरूरत है, दुर्ग में जाने वाले सैलानियों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। दुर्ग के पीछे से सीढ़ियां बनाकर रास्ता बनाने की आवश्यकता जताई। इनमुद्दों पर विचार विमर्श शहरकी अन्य समस्याएं जैसे बिजली के लटकते तारों से छुटकारा पाने के लिए अंडरग्राउंड केबलिंग, शहर में रोजाना दो बार सफाई करवाने, लपकों पर सख्ती से लगाम कसने तथा जैसलमेर की छवि को और अधिक सुंदर बनाने के लिए पर्यटन से जुड़े संगठन योजना बनाकर काम करे। | ||
सोमवार, 3 अगस्त 2015
जैसलमेर के पूर्व महारावल ने होटलियर्स के साथ की बैठक, शहर के मुद्दों पर चर्चा
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