मंगलवार, 28 जुलाई 2015

नई दिल्ली।30 जुलाई को सुपुर्द-ए-खाक होगा डॉ. कलाम का पार्थिव शरीर



नई दिल्ली।30 जुलाई को सुपुर्द-ए-खाक होगा डॉ. कलाम का पार्थिव शरीर

पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. ए पी जे अब्दुल कलाम को गुरूवार सुबह 11 बजे तमिलनाडु में उनके पैतृक गृह नगर रामेश्वरम में पूरे सैन्य सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा।



देश भर में मिसाइलमैन के नाम से मशहूर डा.कलाम का सोमवार शाम शिलांग में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में व्याख्यान देते समय दिल का दौरा पडऩे के बाद निधन हो गया था।







बुधवार को ले जाया जायेगा रामेश्वरम

गृह मंत्रालय के अनुसार उनका पार्थिव शरीर बुधवार रामेश्वरम ले जाया जायेगा जहां गुरूवार सुबह 11 बजे उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जायेगा। डॉ कलाम का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह शिलांग से दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास 10 राजाजी मार्ग लाया गया।







अंतिम दर्शन के लिए रामेश्वरम में भी रखा जाएगा

उनके पौत्र एपीजेएमके शेख सलीम ने भी रामेश्वरम में बताया कि केन्द्र तथा तमिलनाडु सरकार से जानकारी मिली है कि पूर्व राष्ट्रपति का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर को यहां लाया जायेगा। उनके पार्थिव शरीर को रामेश्वरम में नये बस स्टेंड के निकट के मैदान में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जायेगा।







गुरुवार को डॉ कलाम को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा

अंतिम दर्शन के बाद गुरूवार को सुबह 11 बजे डॉ कलाम के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ,केन्द्रीय मंत्रियों, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के उनकी अंत्येष्टि में शामिल होने की संभावना है।







अंतिम दर्शन में शामिल हुए वीआईपी

डॉ कलाम का पार्थिव शरीर भारतीय वायुसेना के विमान से पालम हवाई अड्डे लाए जाने पर प्रोटोकॉल से हटकर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने वहां जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुखर्जी, अंसारी तथा मोदी ने बाद में डा. कलाम के आवास पर जाकर भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।



श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले प्रमुख लोगों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह , रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी ,गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, जनता दल यू अध्यक्ष शरद यादव तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शामिल थे।

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