बाड़मेर। वडेरा भाईपा सम्मेलन हुआ आयोजित
बाड़मेर। स्थानीय कुषल वाटिका प्रागण में बाड़मेर जिले के वडेरा (जैन) परिवारो का प्रथम जिला स्तरीय सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर गौत्र परिचय पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। सम्मलन में सर्व प्रथम वडेरा भाईपा संगठन का गठन किया गया जिसमें भूरचन्द वडेरा ठेकेदार को संयोजक मनोनित किया गया। संयोजक पद मनोयन के बाद भूरचन्द वडेरा ठेकेदार ने सबका आभार जताते हूए अपने कार्य को पूर्ण निश्ठा के साथ करने की बात कही।
उन्होने बताया कि संगठन में 15 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है जो कि आगामी सम्मेलन की तैयारीयां करने और समाज के विकास के लिये योजना निर्माण का कार्य करेंगी। उन्होने बताया कि वडेरा परिवार की कुलदेवी का बाड़मेर मन्दिर में निर्माण कराने का प्रयास भी प्रारम्भ किया जायेगा। उन्होने बताया कि वर्तमान में कुलदेवी का मन्दिर रूणी राधनपुर माऊंट आबु और दुधाडा राजस्थान में ही है। आयोजित सम्मेलन में नवनिर्वाचित नाकोड़ा ट्रस्ट के ट्रस्टी वीरचन्द वडेरा का बहुमान किया गया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि समाज और गोत्र के विकास के लिये युवाओं को आगे आना चाहिये। युवा आधुनिक सोच के साथ साथ धर्म और गोत्र के विकास करते हुए बुर्जुगो के माध्यम से संस्कारो का विकास करें क्योंकि संस्कारो से ही इन्सान की पहचान है। इस अवसर पर प्रोफेसर मांगीलाल वडेरा ने कहा कि आज के युग में सफलता का मूल मंत्र षिक्षा है। षिक्षा से हर समाज का विकास सम्भव है इसके लिये षिक्षा के क्षेत्र में आगे बढने के ज्यादा से ज्यादा रास्ते बनाये जाये जिससे युवा पीढी सफलता के षिखर का पा सके। इसी कडी में डाॅ गुलाबचन्द वडेरा,बाबुलाल वडेरा,मेवाराम वडेरा,खेतमल वडेरा,बच्छराज वडेरा,रतनलाल वडेरा ने भी समाज के विकास और गोत्र के इतिहास पर प्रकाष डाला। समारोह की इसी कड़ी में सम्मेलन प्रमुख मानमल वडेरा का माल्यापर्ण कर स्वागत किया गया। सम्मेलन में चैहटन,राणीगांव,धोरीमन्ना,तेजमालता,धनाऊ,सूरत,पाली, बालोतरा, जोधपुर, हैदराबाद सहित प्रवासी बाड़मेर वडेरा परिवारो ने षिरकत की कार्यक्रम का संचालन जुगराज वडेरा ने किया।
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