जयपुर| राजस्थान के भूमि विकास बैंक डूबे कर्ज वसूलने में नाकाम
— अवधिपार कर्ज वसूलने में भूमि विकास बैंकों के अफसर नहीं ले रहे रुचि
— पिछले माह दिया था 40 फीसदी वसूली का लक्ष्य, वसूली की महज 11 फीसदी
— अवधिपार कर्ज नहीं वसूलने से बैंकों की सेहत हो रही है खराब
— कम वसूली के कारण नाबार्ड पैसा देने से कर सकता है इनकार
— भूमि विकास बैंकरों का एनपीए लगातार बढ रहा है
— जून तक 75 फीसदी कर्ज वसूलने का दिया लक्ष्य
जयपुर| राजस्थान के प्राथमिक भूमि विकास बैंकों के कर्ता धर्ता डूबते हुए कर्जों को वसूलने में नाकाम हो रहे हैं। प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों के अफसर अवधिपार हो चुके कर्ज वसूलने में विफल हो रहे हैं। प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों को मार्च में अवधिपार कर्जों के पैसे की 40 फीसदी वसूली करने का टारगेट दिया था लेकिन महज 11 फीसदी पैसा ही वसूला गया।
अवधिपार कर्ज वसूली में विफल रहने के चलते सहकारी बैंकों की आर्थिक हालत खराब हो रही है। भूमि विकास बैंकों का डूबत यानी एनपीए लगातार बढता जा रहा है। अगर वसूली के हालात इसी तरह लचर रहे तो नाबार्ड इन बैंकों को रिफाइनेंस नहीं करेगा, नाबार्ड अगर पैसा नहीं देगा तो भूमि विकास बैंकों के हालात और खराब हो जाएंगे। भूमि विकास बैंकों के अफसरों को अब जून तक 75 फीसदी अवणिपार कर्जों की वसूली करने का टारगेट दिया है।
— पिछले माह दिया था 40 फीसदी वसूली का लक्ष्य, वसूली की महज 11 फीसदी
— अवधिपार कर्ज नहीं वसूलने से बैंकों की सेहत हो रही है खराब
— कम वसूली के कारण नाबार्ड पैसा देने से कर सकता है इनकार
— भूमि विकास बैंकरों का एनपीए लगातार बढ रहा है
— जून तक 75 फीसदी कर्ज वसूलने का दिया लक्ष्य
जयपुर| राजस्थान के प्राथमिक भूमि विकास बैंकों के कर्ता धर्ता डूबते हुए कर्जों को वसूलने में नाकाम हो रहे हैं। प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों के अफसर अवधिपार हो चुके कर्ज वसूलने में विफल हो रहे हैं। प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों को मार्च में अवधिपार कर्जों के पैसे की 40 फीसदी वसूली करने का टारगेट दिया था लेकिन महज 11 फीसदी पैसा ही वसूला गया।
अवधिपार कर्ज वसूली में विफल रहने के चलते सहकारी बैंकों की आर्थिक हालत खराब हो रही है। भूमि विकास बैंकों का डूबत यानी एनपीए लगातार बढता जा रहा है। अगर वसूली के हालात इसी तरह लचर रहे तो नाबार्ड इन बैंकों को रिफाइनेंस नहीं करेगा, नाबार्ड अगर पैसा नहीं देगा तो भूमि विकास बैंकों के हालात और खराब हो जाएंगे। भूमि विकास बैंकों के अफसरों को अब जून तक 75 फीसदी अवणिपार कर्जों की वसूली करने का टारगेट दिया है।
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